Baba Siddiqui Murder Case: बहुचर्चित हत्याकांड में यूपी के दो शूटरों का नाम सामने आया

बाबा सिद्धिकी, जो महाराष्ट्र के राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP) के एक नेता थे, की हत्या का मामला पिछले दिनों बहुत चर्चा में रहा। इस मामले में उत्तर प्रदेश के दो युवकों का नाम सामने आया है, जिनका नाम है धर्मराज कश्यप और शिव कुमार उर्फ शिवा गौतम। ये दोनों बहरेच जिले के गंडरा गांव के निवासी हैं और कुछ समय पहले रोजगार की तलाश में मुंबई गए थे। आइए, इस हत्या मामले और उसके पीछे के कारणों की गहराई में जाकर समझते हैं।
हत्या का घटनाक्रम
बाबा सिद्धिकी की हत्या शनिवार की रात को हुई जब वे अपने बेटे जीशान के ऑफिस के बाहर पटाखे फोड़ रहे थे। इस दौरान अचानक हुए हमले में उन्हें गोली मार दी गई। रिपोर्ट्स के अनुसार, हमलावरों ने इस अवसर का फायदा उठाया, जब लोग पटाखों की आवाज में जुटे हुए थे। इस अराजकता में, बाबा सिद्धिकी की हत्या को अंजाम दिया गया। पुलिस ने घटना के बाद दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है।
धर्मराज कश्यप और शिव कुमार का जीवन
धर्मराज कश्यप और शिव कुमार, दोनों साधारण परिवारों से हैं। इनकी परवरिश गंडरा गांव में हुई, और दोनों ने मुंबई में काम करने के लिए जाने का निर्णय लिया था। ये दोनों युवक अपने परिवारों का भरण-पोषण करने के लिए काम की तलाश में गए थे। SP व्रिंदा शुक्ला ने बताया कि दोनों का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है, और वे अपने परिवारों के साथ नियमित संपर्क में थे।
पुलिस की कार्रवाई
बाबा सिद्धिकी की हत्या के बाद बहरेच पुलिस ने धर्मराज कश्यप की पृष्ठभूमि की जांच की। इस जांच में यह सामने आया कि उसके खिलाफ कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। पुलिस अभी इस मामले की गहराई में जाकर जांच कर रही है और इस घटना के पीछे के कारणों को समझने की कोशिश कर रही है।
यूपी STF की अलर्ट स्थिति
बाबा सिद्धिकी की हत्या में यूपी के संबंधों के खुलासे के बाद, उत्तर प्रदेश की विशेष कार्य बल (STF) को भी अलर्ट किया गया है। सूत्रों के मुताबिक, एक शूटर घटना स्थल से भाग निकला था, जिससे यह संभावना जताई जा रही है कि बाबा सिद्धिकी की हत्या के पीछे यूपी के अंडरवर्ल्ड का हाथ हो सकता है। ADG लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश ने कहा कि मुंबई पुलिस ने अभी तक STF से संपर्क नहीं किया है, लेकिन धर्मराज और उसके साथी के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
हत्या के पीछे का कारण
STF को संदेह है कि धर्मराज किसी संगठित गिरोह से जुड़ा हुआ था, जिसके कारण उसे मुंबई भेजा गया। सूत्रों के मुताबिक, घटना के दौरान धर्मराज की ओर से की गई गोलीबारी ने इस संदेह को और मजबूत किया कि वह एक पेशेवर शूटर की तरह कार्य कर रहा था। ऐसे में पुलिस इस पहलू की जांच कर रही है कि क्या धर्मराज को किसी विशेष काम के लिए भेजा गया था।
मीडिया में रिपोर्ट्स
मीडिया में चल रही रिपोर्ट्स के अनुसार, हत्या का मामला राजनीति से भी जुड़ा हो सकता है। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि बाबा सिद्धिकी की हत्या का संबंध उनके राजनीतिक विरोधियों से हो सकता है। ऐसे में पुलिस इस पहलू की भी गहनता से जांच कर रही है।
समाज पर प्रभाव
इस हत्या के बाद समाज में भय का माहौल उत्पन्न हो गया है। लोग इस बात से चिंतित हैं कि कैसे दो सामान्य युवा अचानक इस प्रकार के गंभीर अपराध में शामिल हो गए। यह सवाल उठता है कि क्या हमारे समाज में ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न हो रही हैं जो युवा पीढ़ी को अपराध की ओर धकेल रही हैं।