संभल हिंसा: ओमप्रकाश राजभर ने इसे मुस्लिम जातियों के बीच विवाद बताया

उत्तर प्रदेश के मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने सम्भल हिंसा को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने इस हिंसा को दो मुस्लिम जातियों के बीच झगड़ा करार दिया। राजभर का कहना है कि बीजेपी की कुम्दरी सीट पर जीत के बाद मुसलमान दो जातियों में बंट गए। खासतौर पर उन मुसलमानों को समाजवादी पार्टी (एसपी) के समर्थकों ने अपना निशाना बनाया, जिन्होंने उत्तर प्रदेश उपचुनाव में बीजेपी को वोट दिया।
सम्भल हिंसा: राजभर का विवादित बयान
राजभर ने बुधवार को अत्रौली विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया, जहां उन्होंने सम्भल हिंसा को मुस्लिम समुदाय के भीतर दो जातियों, पठान और सैयद के बीच लड़ाई बताया। उनका कहना था कि उपचुनाव में बीजेपी की जीत के बाद एसपी समर्थक उन मुसलमानों से नाराज थे, जिन्होंने बीजेपी को वोट दिया। इसके परिणामस्वरूप हिंसा भड़क उठी।
राजभर ने यह भी कहा कि एसपी को यह डर है कि यदि मुसलमान बीजेपी को वोट करने लगे, तो उनका वोट बैंक खत्म हो जाएगा। इसके अलावा, उन्होंने आरोप लगाया कि जिन लोगों ने पुलिस पर आरोप लगाए थे, उन्हें यह बताना चाहिए कि पुलिस के गलती करने पर उन्होंने उसकी फोटो क्यों नहीं ली।
बीजेपी की जीत और मुस्लिम समाज में बंटवारा
राजभर ने कहा कि जिस तरह से बीजेपी ने कुम्दरी सीट पर भारी बहुमत से जीत दर्ज की, उसे लेकर मुसलमानों में दो गुटों में बंटवारा हो गया। एक पक्ष शिक्षा के प्रति जागरूक है और दूसरा पक्ष इसका विरोध करता है। इसी कारण सम्भल हिंसा का मामला गर्माया।
राजभर ने यह भी कहा कि 2022 में जब उनकी पार्टी ने दूसरे दलों के साथ चुनाव लड़ा था, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें फोन करके उनकी ताकत के बारे में पूछा।
सम्भल हिंसा: घटना का विवरण
सम्भल में रविवार को अचानक हिंसा फैल गई, जब शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया जा रहा था। इसके बाद भीड़ ने पुलिस पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया, जिसमें चार लोग मारे गए और कई लोग घायल हो गए। पुलिस ने अब तक इस मामले में 30 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं।
राजभर का बयान और राजनीति
राजभर के इस बयान से राजनीतिक बयानबाजी और तेज हो गई है। उन्होंने समाजवादी पार्टी और अन्य राजनीतिक दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि इस हिंसा के पीछे राजनीतिक खींचतान है। उनके अनुसार, बीजेपी की सफलता ने कुछ समुदायों के बीच अंतर्द्वंद्व को जन्म दिया है, जिससे हिंसा जैसी घटनाएं हो रही हैं।
सम्भल हिंसा को लेकर ओम प्रकाश राजभर का बयान विवादों में है। उनके बयान से राजनीति में उबाल आया है और एक बार फिर धार्मिक और जातिगत मुद्दे राजनीतिक मंच पर सामने आए हैं। इस हिंसा की जांच में कई सवाल खड़े हो गए हैं और पुलिस कार्रवाई पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। अब यह देखना होगा कि इस मामले में सरकार और अन्य दल किस दिशा में कदम उठाते हैं।