MP News: भोपाल से कार किराए पर ली, सीहोर में ड्राइवर को लूटा और UPI से पैसे भी ट्रांसफर किए, लूट का सनसनीखेज मामला

MP News: सीहोर जिले में किराए पर कार लेने के बाद ड्राइवर के साथ मारपीट और लूटपाट करने वाले आरोपियों की मंशा इतनी खतरनाक थी कि उन्होंने ड्राइवर के मोबाइल से UPI के माध्यम से अपने खाते में पैसे भी ट्रांसफर कर लिए। पुलिस ने चार आरोपियों में से तीन को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक फरार है। पुलिस सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है और अन्य मामलों में भी उनकी संलिप्तता की जांच की जा रही है।
मामला कैसे हुआ?
भोपाल निवासी नितिन कुमार सनोडिया ने कोतवाली पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई कि 23 सितंबर को शाम 7 बजे, भोपाल से चार लोग – प्रदीप पिता नरेश मेवाड़ा (28) निवासी गांव रालावती थाना बिलकिसगंज सीहोर, विराट उर्फ सोनू मेवाड़ा पिता भगवान सिंह मेवाड़ा (24) निवासी गांव पासी शहर थाना कालापीपल जिला शाजापुर, क्रिस पिता महेश मेवाड़ा (19) निवासी गांव पासी शहर थाना कालापीपल जिला शाजापुर, और मनीष पिता केदार सिंह मेवाड़ा निवासी गांव मदाना थाना सलसलई जिला शाजापुर – मेरी कार स्विफ्ट डिजायर किराए पर लेकर सीहोर आए थे।
लूट की घटना का विवरण
नितिन ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि जब ये चार लोग कार किराए पर लेकर सीहोर पहुंचे, तो उन्होंने कार को एक सुनसान पार्किंग में, जो कि इंडस्ट्रियल एरिया बाढियाखेड़ी में स्थित थी, रोक लिया। वहाँ उन्होंने नितिन के साथ मारपीट की और उसकी जेब से पैसा निकाल लिया। इसके बाद, आरोपियों ने नितिन के मोबाइल से UPI के माध्यम से अपने खाते में पैसे ट्रांसफर किए और उसकी कार, नकदी, और मोबाइल लूट लिया। इसके बाद चारों आरोपी नितिन को कोलार डैम के आगे जंगल में छोड़कर फरार हो गए।
पुलिस की कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत जांच के आदेश दिए और कोतवाली थाने के प्रभारी सब-इंस्पेक्टर मनोज मालवीय के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। इस टीम ने शिकायतकर्ता के बैंक खाते की जानकारी प्राप्त की और उस UPI ID का पता लगाया, जिससे पैसे ट्रांसफर किए गए थे। बैंक से मिली जानकारी के अनुसार, जिस खाते में पैसे ट्रांसफर किए गए थे, वह खाता प्रदीप मेवाड़ा निवासी रालावती थाना बिलकिसगंज का था।
आरोपियों की गिरफ्तारी
प्रदीप मेवाड़ा को पुलिस ने खोजा और गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान प्रदीप ने स्वीकार किया कि उसने अपने साथियों मनीष मेवाड़ा, विराट मेवाड़ा और क्रिस मेवाड़ा के साथ मिलकर 23 सितंबर को कार किराए पर ली थी और बाढियाखेड़ी इंडस्ट्रियल एरिया में ड्राइवर के साथ मारपीट कर कार लूट ली थी। प्रदीप की जानकारी के आधार पर, पुलिस ने उसके अन्य दो साथियों विराट मेवाड़ा और क्रिस मेवाड़ा को भी गिरफ्तार किया और लूटी गई स्विफ्ट डिजायर कार को बरामद कर लिया।
मनीष मेवाड़ा की तलाश जारी
हालांकि, चौथा आरोपी मनीष मेवाड़ा, जो घटना के दिन से फरार है, अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। मनीष के पास लूटा गया मोबाइल भी है, और पुलिस उसकी तलाश कर रही है। पुलिस ने मनीष की खोजबीन के लिए कई स्थानों पर छापेमारी की है और उसे जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है।
UPI का दुरुपयोग और साइबर अपराध
इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि आजकल अपराधी तकनीक का दुरुपयोग कर अपराध कर रहे हैं। न केवल नकदी और संपत्ति की लूटपाट हो रही है, बल्कि साइबर अपराधों में भी तेजी से वृद्धि हो रही है। आरोपियों ने ड्राइवर के मोबाइल से UPI के माध्यम से पैसे ट्रांसफर कर यह दिखाया कि वे किस तरह से डिजिटल उपकरणों का दुरुपयोग कर रहे हैं।
पुलिस की सतर्कता
पुलिस ने तेजी से कार्रवाई कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और लूटी गई कार को भी बरामद कर लिया है। पुलिस इस मामले में सतर्क है और चौथे आरोपी को भी जल्द पकड़ने के लिए कोशिश कर रही है। इसके अलावा, गिरफ्तार आरोपियों से अन्य मामलों में भी पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता चल सके कि वे और किन-किन मामलों में शामिल रहे हैं।
सामाजिक जागरूकता की आवश्यकता
यह घटना एक बड़ी चेतावनी है कि डिजिटल उपकरणों का दुरुपयोग किस हद तक हो सकता है। लोगों को अपने मोबाइल और बैंकिंग जानकारी को सुरक्षित रखने की आवश्यकता है। साथ ही, सार्वजनिक स्थानों पर सतर्क रहना और अज्ञात लोगों से सावधान रहना अत्यंत महत्वपूर्ण है।