Kondagaon: छात्राओं के होस्टल पर ड्रोन की उड़ान, नर्सिंग छात्रों ने कलेक्टर से की सुरक्षा बढ़ाने की मांग

छत्तीसगढ़ की कोंडागांव जिले में सरकार द्वारा संचालित GNM नर्सिंग छात्राओं के होस्टल पर ड्रोन की उड़ान ने हलचल मचा दी है। छात्राओं ने कलेक्टर को इस मामले में शिकायत करते हुए बताया कि ड्रोन दिन और रात होस्टल के ऊपर मंडरा रहा है, जिससे उनकी गोपनीयता और सुरक्षा को खतरा हो रहा है। इस ड्रोन के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है कि इसे कौन उड़ा रहा है, लेकिन छात्राओं की लगातार शिकायतों के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। ऐसे में छात्राओं ने कलेक्टर से मदद की गुहार लगाई है।
क्या है मामला?
कोंडागांव जिले के GNM नर्सिंग छात्राओं के होस्टल में एक अज्ञात ड्रोन पिछले कुछ दिनों से लगातार उड़ रहा है। छात्राओं का कहना है कि यह ड्रोन दिन-रात होस्टल के ऊपर मंडरा रहा है, विशेष रूप से छुट्टियों के दौरान यह ड्रोन सुबह से लेकर रात तक उड़ता रहता है। छात्राओं ने पहले इस बारे में होस्टल के वार्डन और सुपरिटेंडेंट से शिकायत की थी, लेकिन कोई भी कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद, छात्राओं ने कलेक्टर से मिलकर सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है।
ड्रोन की उड़ान से बढ़ी असुरक्षा की भावना
छात्राओं ने बताया कि इस ड्रोन की उड़ान से होस्टल में असुरक्षा का माहौल बन गया है। खासकर दो दिन पहले एक युवक भी होस्टल में घुस आया था, जिससे यह बात साफ हो गई कि होस्टल की सुरक्षा में गंभीर खामियां हैं। हालांकि, छात्राओं की शिकायतों के बावजूद, ड्रोन के उड़ने के कारण का पता नहीं चल पाया है। इस स्थिति से छात्राओं में डर और असुरक्षा की भावना बढ़ रही है। छात्राओं ने कलेक्टर से तुरंत कार्रवाई की मांग की है।
कलेक्टर से की गई शिकायत
छात्राओं ने कोंडागांव कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें उन्होंने होस्टल की सुरक्षा को लेकर अपनी चिंताएं जताई हैं। छात्राओं का कहना है कि यदि ड्रोन की उड़ान इसी तरह जारी रहती है, तो यह उनकी सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकता है। साथ ही, उन्होंने होस्टल की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की भी मांग की है। छात्राओं का कहना है कि उन्हें सुरक्षित वातावरण में पढ़ाई करने का अधिकार है, लेकिन ड्रोन की उड़ान ने उनकी निजी जीवन और सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है।
होस्टल प्रबंधन की लापरवाही
होस्टल प्रबंधन ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि सुरक्षा को लेकर पहले भी कई बार आवेदन किए गए थे, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। होस्टल के प्रबंधन का कहना है कि सुरक्षा बढ़ाने की मांग पहले भी की गई थी, लेकिन उन मांगों पर कोई गंभीर ध्यान नहीं दिया गया। न ही नगर सैनिकों की तैनाती के लिए कोई कदम उठाया गया है।
GNM नर्सिंग कॉलेज की प्रिंसिपल, Anita Soni ने बताया कि इस मामले में पहले भी MLA Lata Usendi और कलेक्टर से सुरक्षा बढ़ाने की मांग की गई थी, लेकिन अब तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है।
कलेक्टर ने दिया आश्वासन
कोंडागांव कलेक्टर, Kunal Dudawat ने छात्राओं की शिकायत को गंभीरता से लिया है। कलेक्टर ने कहा कि अगले तीन से चार दिनों के भीतर होस्टल की सुरक्षा के लिए उचित व्यवस्था की जाएगी। साथ ही, ड्रोन के उड़ान का पता भी लगाया जाएगा। कलेक्टर ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया है, ताकि छात्राओं को सुरक्षित माहौल मिल सके।
क्यों हो रही है ड्रोन की उड़ान?
हालांकि, अभी तक यह नहीं पता चल पाया है कि ड्रोन को कौन उड़ा रहा है। सुरक्षा के मामले में हो रही लापरवाही और ड्रोन की उड़ान से कई सवाल उठ रहे हैं। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर छात्रों ने पहले भी कई बार शिकायतें की हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
यह मामला एक बड़े मुद्दे के रूप में उभर सकता है, क्योंकि अगर किसी ने जानबूझकर छात्राओं की सुरक्षा को खतरे में डालने के उद्देश्य से ड्रोन उड़ाया है, तो यह एक गंभीर अपराध हो सकता है।
छात्राओं की सुरक्षा पर जोर
इस घटना ने कोंडागांव जिले के प्रशासन और होस्टल प्रबंधन के लिए एक चेतावनी के रूप में कार्य किया है। छात्राओं का कहना है कि उन्हें अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने के लिए एक सुरक्षित माहौल चाहिए। होस्टल प्रबंधन और प्रशासन को चाहिए कि वे इस मामले को गंभीरता से लें और छात्राओं की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाएं।
किसी भी संस्था में छात्राओं की सुरक्षा का ध्यान रखना प्रशासन का सबसे महत्वपूर्ण कर्तव्य होता है। ड्रोन की उड़ान जैसे मामलों से प्रशासन को यह समझना होगा कि किसी भी प्रकार का सुरक्षा संकट छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और उनके भविष्य पर भी प्रभाव डाल सकता है।
सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता
कलेक्टर ने आश्वासन दिया है कि इस मामले में शीघ्र कार्रवाई की जाएगी, लेकिन इसके साथ-साथ यह भी जरूरी है कि कोंडागांव में होस्टल की सुरक्षा व्यवस्था में स्थायी सुधार किया जाए।
अगर होस्टल में सुरक्षा बढ़ाने के लिए नगर सैनिकों की तैनाती, CCTV कैमरे और अन्य सुरक्षा उपायों की योजना बनाई जाती है, तो यह छात्राओं के लिए एक सुरक्षित माहौल बनाएगा। साथ ही, ड्रोन उड़ाने वालों का पता लगाना भी बेहद महत्वपूर्ण है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
कोंडागांव में होस्टल पर ड्रोन की उड़ान ने छात्राओं के बीच असुरक्षा की भावना को जन्म दिया है। प्रशासन से कार्रवाई की उम्मीद करते हुए छात्राओं ने कलेक्टर से सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। कलेक्टर ने जल्द ही सुरक्षा व्यवस्था में सुधार और ड्रोन की पहचान करने का आश्वासन दिया है। यह मामला इस बात को स्पष्ट करता है कि सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है ताकि छात्रों को एक सुरक्षित माहौल मिल सके।