Akhilesh Yadav: सीमांकन मुद्दे पर अखिलेश यादव ने DMK का साथ दिया

द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के सांसदों ने संसद भवन परिसर में सीमांकन (delimitation) के मुद्दे पर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन के बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) इस मुद्दे पर कई दावे कर रही है, लेकिन इन राजनीतिक घटनाक्रमों के बीच समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने DMK का समर्थन किया है।
अखिलेश यादव ने किया DMK का समर्थन
अखिलेश यादव ने DMK के नेता द्वारा संसद में ‘Delimitation’ शब्द लिखी टी-शर्ट पहनने के बाद इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी। अखिलेश यादव ने कहा, “मैं तमिलनाडु के लोगों के साथ हूं, क्योंकि बीजेपी यह नहीं जानती कि वह किस प्रकार का सीमांकन करेगी। ये लोग विधानसभा चुनाव किस आधार पर लड़ते हैं? ये जाति के आधार पर नियुक्तियां करते हैं।” यह पहली बार था जब अखिलेश यादव ने खुले तौर पर DMK का समर्थन किया है और सीमांकन के मुद्दे पर अपनी बात रखी है।
DMK सांसद T शिवा का संसद में विरोध प्रदर्शन
DMK सांसद T शिवा संसद में ‘Fair delimitation, Tamil Nadu will fight, Tamil Nadu will win’ लिखी टी-शर्ट पहनकर पहुंचे। उन्होंने कहा, “तमिलनाडु न्यायपूर्ण सीमांकन की मांग कर रहा है। यह 7 राज्यों पर असर डालेगा, लेकिन अभी तक सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। इसलिए हम न्यायपूर्ण सीमांकन की मांग को लेकर अपना विरोध जारी रखे हुए हैं।” DMK सांसदों का यह विरोध प्रदर्शन अब और भी तेज हो गया है, और वे सीमांकन के मुद्दे पर सरकार से स्पष्ट और उचित जवाब की मांग कर रहे हैं।
#WATCH दिल्ली: संसद में DMK नेता के द्वारा ‘परिसीमन’ लिखी टी-शर्ट पहनने पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, "मैं तमिलनाडु के लोगों के साथ हूं, क्योंकि भाजपा पता नहीं कैसा परिसीमन कर दे। ये लोग विधानसभा चुनाव कैसे लड़ते हैं? जाति के आधार पर नियुक्ति करते हैं।" pic.twitter.com/DSy0PisFfw
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 20, 2025
अखिलेश यादव ने यूपी की कानून-व्यवस्था पर भी उठाए सवाल
इस बीच, अखिलेश यादव ने वाराणसी से जुड़ी एक घटना पर बयान दिया। उन्होंने बताया कि सुबह उन्हें जानकारी मिली कि अयोध्या की एक महिला वाराणसी में इंटरव्यू के लिए गई थी और अपने भाई के घर जाना चाहती थी। जब वह ऑटो में जा रही थी, तो पुलिस इस मामले को छिपा रही है। अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि सुनने में आ रहा है कि उस महिला से बलात्कार और हत्या की घटना हुई है। महिला ने पुलिस को सूचित किया था, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा, “क्या यह सरकार का ‘zero tolerance’ है? बीजेपी के आंकड़े बताते हैं कि उत्तर प्रदेश में महिलाएं और लड़कियां सबसे अधिक असुरक्षित हैं।”
समाजवादी पार्टी और भाजपा के बीच बढ़ती राजनीतिक खींचतान
उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की बढ़ती घटनाओं के बीच समाजवादी पार्टी और भाजपा के बीच राजनीतिक खींचतान तेज हो गई है। अखिलेश यादव ने यूपी सरकार की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए और आरोप लगाया कि पुलिस अपराधों को छुपाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने बीजेपी के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि राज्य में महिलाएं सबसे असुरक्षित हैं। यह बयान ऐसे समय में आया है जब समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर लगातार सरकार पर दबाव बना रही है।
अखिलेश यादव का यह बयान खासतौर पर उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की बढ़ती घटनाओं पर आधारित है। राज्य में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों को लेकर समाजवादी पार्टी ने लगातार बीजेपी सरकार पर हमला बोला है और यह सवाल उठाया है कि सरकार इस मुद्दे पर गंभीरता से कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है।
सीमांकन और उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराधों को लेकर बढ़ते विरोध प्रदर्शन और राजनीतिक बयानबाजियों के बीच यह मामला आगे बढ़ सकता है। अखिलेश यादव ने DMK का समर्थन करते हुए सीमांकन के मुद्दे पर बीजेपी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए हैं। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश में महिला सुरक्षा को लेकर उनके सवाल राज्य की राजनीति में एक नई दिशा और बहस का संकेत दे रहे हैं।