Summer Drinks for Kids: सिर्फ स्वाद ही नहीं, पोषण भी – बच्चों के लिए बनाएं ये 5 सुपर हेल्दी समर ड्रिंक्स!

गर्मी की छुट्टियों का नाम सुनते ही बच्चों के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है। लेकिन जैसे-जैसे तापमान बढ़ता है वैसे-वैसे उनकी यह खुशी धीरे-धीरे थकान और डिहाइड्रेशन में बदलने लगती है। पूरे दिन खेलना बाहर की गर्म हवा और पसीना निकलने से बच्चों के शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इसका असर उनके मूड से लेकर भूख तक पर पड़ता है। कई बार बच्चों को चक्कर आना सुस्ती होना या खाना न खाने जैसी समस्याएं होने लगती हैं। ऐसे में केवल पानी ही नहीं बल्कि कुछ ऐसे हेल्दी और स्वादिष्ट ड्रिंक्स की ज़रूरत होती है जो उन्हें हाइड्रेटेड रखने के साथ-साथ पोषण भी दें।
नींबू पानी गर्मियों में बच्चों के लिए सबसे सस्ता और असरदार विकल्प है। इसमें विटामिन सी होता है जो उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और शरीर को तुरंत ताजगी देता है। ठंडे पानी में नींबू का रस मिलाकर थोड़ा चीनी और चुटकीभर नमक डाल दें। चाहे तो इसमें पुदीना और काला नमक डालकर इसका स्वाद और भी बढ़ा सकते हैं। वहीं आम पन्ना कच्चे आम से बनाया जाता है जो स्वाद में तो लाजवाब होता ही है साथ ही लू से भी बचाता है। यह बच्चों के शरीर को ठंडा रखता है और पाचन में भी मदद करता है।
छाछ और नारियल पानी: पाचन के लिए रामबाण
गर्मियों में बच्चों को पाचन से जुड़ी समस्याएं भी होती हैं ऐसे में छाछ एक बेहतरीन उपाय है। दही को पानी में मिलाकर उसमें भूना हुआ जीरा काला नमक और पुदीना डाल दें। यह न केवल बच्चों को ठंडक देता है बल्कि उनके पेट को भी आराम देता है। दूसरी ओर नारियल पानी एक नेचुरल एनर्जी ड्रिंक की तरह काम करता है। इसमें मिनरल्स और इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं जो बच्चों को दिनभर तरोताजा और ऊर्जावान बनाए रखते हैं। यह बाजार में मिलने वाले पैकेज्ड एनर्जी ड्रिंक्स से कहीं बेहतर और सुरक्षित होता है।
तरबूज और खीरे का जूस: शरीर को रखें अंदर से ठंडा
तरबूज और खीरा गर्मियों के मौसम में शरीर को ठंडा रखने वाले दो सबसे खास फल हैं। इनमें 90 प्रतिशत से ज्यादा पानी होता है जो शरीर को डिहाइड्रेट होने से बचाते हैं। तरबूज का जूस बनाकर उसमें थोड़ा नींबू और पुदीना डालें तो उसका स्वाद और लाभ दोनों बढ़ जाते हैं। वहीं खीरे का जूस शरीर को ठंडा रखता है और त्वचा के लिए भी फायदेमंद होता है। इन दोनों जूसों को बच्चों के टिफिन में भी रखा जा सकता है ताकि वे स्कूल में भी तरोताजा रहें।