भिलाई में 14 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म, परिवार ने दर्ज कराया मामला

दुर्ग के छावनी थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज घटना सामने आई है। जहां एक 16 वर्षीय किशोर ने 14 वर्षीय किशोरी के साथ दुष्कर्म किया है। आरोपी किशोर पीड़िता के मामा की दुकान पर काम करता था। इस दौरान दोनों की दोस्ती हो गई, जो धीरे-धीरे नजदीकियों में बदल गई। आरोपी किशोर रात के समय किशोरी को होटल ले जाकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाता था। इस मामले में छावनी पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दोनों की बढ़ती नजदीकियां
छावनी पुलिस के अनुसार, पीड़िता के मामा की ट्रेडर्स की दुकान है, जहां आरोपी किशोर काम करता था। पीड़िता होस्टल में रहकर दसवीं कक्षा में पढ़ती है। वह हमेशा छुट्टियों में अपने मामा के घर आती थी। जहां दोनों की मुलाकात हुई। पिछले 3-4 महीनों से दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ती गईं और दोनों फोन पर बात करने लगे।
रात के अंधेरे में किया अपराध
आरोपी किशोर रात के समय दुर्ग पहुंचकर किशोरी को होस्टल से उठा ले जाता था। इसके बाद दोनों रात भर बाइक पर घूमते रहते थे और सुबह होस्टल छोड़कर जाते थे। आरोपी किशोर ने एक दिन पहले पावर हाउस में होटल बुक करवा रखी थी और वहां किशोरी को ले गया। वहां दोनों ने शारीरिक संबंध बनाए।
परिवार को लगा झटका
जब दोनों दूसरी बार होटल पहुंचे तो लड़की के परिजनों को इस बात का पता चल गया। परिवार को यह खबर जैसे बिजली का झटका लगी। परिजनों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए लड़की और लड़के को डांटा-फटकार लगाई। इसके बाद परिजन लड़की को लेकर थाने पहुंचे और आरोपी किशोर के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी किशोर को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। लोग इस घटना से हैरान हैं और आरोपी किशोर की इस हरकत की निंदा कर रहे हैं।
बढ़ती चिंता
यह घटना एक बार फिर से समाज के सामने एक गंभीर सवाल खड़ा करती है। बच्चों की सुरक्षा को लेकर माता-पिता और समाज को सजग रहने की जरूरत है। बच्चों को सही और गलत की पहचान करानी चाहिए और उन्हें सुरक्षा के बारे में जागरूक करना चाहिए।
समाज की भूमिका
समाज को भी इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए आगे आना होगा। बच्चों के साथ होने वाले यौन शोषण के मामलों में सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो सकें।
अभिभावकों की जिम्मेदारी
अभिभावकों को अपने बच्चों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्हें अपने बच्चों के साथ समय बिताना चाहिए और उनकी गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए। बच्चों को मोबाइल फोन का इस्तेमाल सीमित मात्रा में करना चाहिए और उन्हें सोशल मीडिया के खतरों से अवगत कराना चाहिए।
सुरक्षा के उपाय
बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूलों, कॉलेजों और अन्य संस्थानों में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाना चाहिए। बच्चों को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी जानी चाहिए ताकि वे खुद की रक्षा कर सकें।
सरकार की भूमिका
सरकार को भी इस मामले में गंभीरता से लेना चाहिए और बच्चों की सुरक्षा के लिए कड़े कानून बनाने चाहिए। साथ ही, बच्चों के यौन शोषण के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने चाहिए।
यह घटना एक चेतावनी है कि हमें बच्चों की सुरक्षा के लिए सजग रहने की जरूरत है। हमें मिलकर काम करना होगा ताकि बच्चों को सुरक्षित और खुशहाल भविष्य प्रदान कर सकें।