खांसी-जुकाम से घबराएं या नहीं? इन संकेतों को नजरअंदाज किया तो हो सकता है पछतावा

पिछले कुछ सालों में कोरोना वायरस ने हमारी सोच ही बदल दी है। अब अगर हल्की सी खांसी या गला खराब हो जाए तो मन में डर बैठ जाता है कि कहीं ये कोरोना तो नहीं। पहले जिस सर्दी जुकाम को हम हल्के में लेते थे अब वही गंभीर लगने लगता है। खासकर जब गला खराब हो या हल्का बुखार हो तो हम तुरंत इंटरनेट पर लक्षण ढूंढने लगते हैं। लेकिन क्या हर बार डॉक्टर के पास भागना जरूरी होता है या हम खुद से भी समझदारी से काम ले सकते हैं। जरूरी है कि हम सामान्य लक्षणों को समझें और उनमें गंभीरता कब आती है यह पहचानें।
अमूमन सर्दी जुकाम बदलते मौसम या एलर्जी की वजह से होता है। इसमें नाक बहना गला खराब होना या हल्की खांसी होना आम बात है। ये लक्षण दो-तीन दिन में ठीक भी हो जाते हैं। लेकिन कोरोना संक्रमण में शुरुआत भी इन्हीं लक्षणों से होती है इसलिए पहचान करना मुश्किल हो जाता है। अगर गला थोड़ा चुभ रहा हो नाक हल्की बह रही हो सूखी खांसी हो रही हो और शरीर में हल्का बुखार हो तो घबराने की जरूरत नहीं है। खासकर अगर आपने किसी संक्रमित व्यक्ति से संपर्क नहीं किया है और आपकी तबीयत दो-तीन दिन में ठीक होने लगी है तो ये सामान्य सर्दी मानी जा सकती है। लेकिन इन लक्षणों को नजरअंदाज करना भी ठीक नहीं।
कब सतर्क हो जाएं और डॉक्टर से सलाह लें
अगर बुखार 38 डिग्री सेल्सियस से ऊपर हो और दो दिन तक कम न हो तो डॉक्टर से बात करना जरूरी है। सांस लेने में तकलीफ हो रही हो या सीने में दबाव जैसा महसूस हो रहा हो तो तुरंत मेडिकल सहायता लेनी चाहिए। अगर खांसी लगातार बढ़ती जा रही हो या खांसी में खून आने लगे तो भी डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी हो जाता है। शरीर में अत्यधिक कमजोरी चक्कर आना या अचानक स्वाद और गंध चले जाना भी कोरोना के लक्षण हो सकते हैं। ऐसे लक्षण दिखें तो बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें और टेस्ट करवाएं।
घर पर रखें ध्यान और खुद को सुरक्षित रखें
अगर हल्की सर्दी जुकाम है तो सबसे पहले घर में आराम करें और जरूरत से ज्यादा बाहर न जाएं। मास्क पहनें और बार-बार हाथ धोते रहें। पर्याप्त पानी पिएं और पौष्टिक खाना खाएं ताकि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे। एक्सरसाइज से परहेज करें और पूरा आराम लें। सर्दी खांसी में शरीर को आराम की सबसे ज्यादा जरूरत होती है ताकि वह वायरस से लड़ सके। अगर समय रहते आप सावधानी बरतें और अपने लक्षणों पर नजर रखें तो किसी भी संक्रमण को गंभीर होने से पहले रोका जा सकता है। याद रखें हर सर्दी कोरोना नहीं होती लेकिन सतर्क रहना समझदारी है।