Ujjain News: महाराजवाड़ा की दीवार गिरने के बाद निगम कर्मी जागे… घटना स्थल के चारों ओर अतिक्रमण हटाया गया

Ujjain News: शुक्रवार को महाराजवाड़ा स्कूल की दीवार गिरने से दो लोगों की मृत्यु हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना से सीख लेते हुए, शनिवार सुबह नगर निगम का स्टाफ बड़ा गणेश मंदिर के पास पहुंचा और जेसीबी और स्टाफ के साथ मिलकर घटना स्थल के आसपास के अतिक्रमण को हटा दिया।
घटना का संक्षिप्त विवरण
शुक्रवार को महाराजवाड़ा स्कूल की दीवार गिरने से हड़कंप मच गया। इस दर्दनाक घटना में दो व्यक्तियों की जान चली गई, और दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। बताया जाता है कि मृतक और घायल दोनों ही इस क्षेत्र में फूल प्रसाद और अन्य सामान बेचते थे। इस हादसे के बाद, नगर निगम ने निर्णय लिया कि इस क्षेत्र में चल रहे अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करनी आवश्यक है।
निगम कर्मियों की कार्रवाई
नगर निगम के अतिक्रमण हटाने वाले दल के इंचार्ज मोनू ने बताया कि इस घटना से सीख लेकर आज सुबह यह कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा कि “महाराजवाड़ा क्षेत्र के चारों ओर अतिक्रमण हटाया गया है।” इस दौरान, निगम की टीम ने इस क्षेत्र में 100 से अधिक दुकानों को हटाया। मोनू ने यह भी कहा कि आसपास कई दुकानों का संचालन हो रहा था, जिनके मालिकों को पहले समझाया गया कि वे अपने अतिक्रमण को हटा लें। लेकिन जब व्यापारी सहमत नहीं हुए, तो हल्के बल का उपयोग करके उन्हें हटाया गया।
अतिक्रमण हटाने का कारण
यह भी बताया गया कि ये दुकानें उस जर्जर दीवार के पास संचालित हो रही थीं, जिसके गिरने से दो लोगों की जान गई थी। अतिक्रमण हटाने के अभियान के दौरान, नगर निगम ने फूल offerings की सभी दुकानों को हटाने का निर्णय लिया। यह कदम इसलिए उठाया गया ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो सके।
अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया
नगर निगम के अतिक्रमण हटाने वाले दल ने पहले इलाके में घोषणा की थी, ताकि व्यापारी स्वेच्छा से अपने अतिक्रमण को हटा लें। लेकिन जब व्यापारी इसके लिए सहमत नहीं हुए, तो निगम की टीम ने उन्हें हटाने का कदम उठाया। मोनू ने कहा, “हमने पहले सभी व्यापारियों को सूचित किया, लेकिन उनकी अनसुनी होने पर हमें कार्रवाई करनी पड़ी।”
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
इस कार्रवाई के बाद, स्थानीय निवासियों ने निगम के प्रयासों की सराहना की। कुछ निवासियों ने कहा कि “इस तरह की कार्रवाई आवश्यक थी, ताकि भविष्य में किसी को हानि न हो।” हालांकि, कुछ व्यापारी नाराज भी थे, जिन्होंने इस कार्रवाई को अपनी आजीविका के लिए खतरा माना। लेकिन निगम ने यह स्पष्ट किया कि सुरक्षा प्राथमिकता है और अतिक्रमण हटाने का यह कदम भविष्य में संभावित खतरों को कम करने के लिए आवश्यक था।
भविष्य की योजना
नगर निगम ने कहा है कि वे इस क्षेत्र में नियमित रूप से निरीक्षण करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि कोई नया अतिक्रमण न हो। साथ ही, उन्होंने क्षेत्र के विकास और सुरक्षा के लिए अन्य कदम उठाने की योजना बनाई है। इस घटना के बाद, नगर निगम ने यह सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने का आश्वासन दिया है कि इस तरह की घटनाएँ भविष्य में न हों।