नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सरकार को घेरा, प्रशासनिक अधिकारियों को बताया बीजेपी नेताओं का गुलाम

रीवा। मध्य प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार शनिवार को दो दिवसीय प्रवास पर रीवा पहुंचे। यहां उन्होंने राजनिवास में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान केंद्र और प्रदेश सरकार को लेकर तीखे आरोप लगाए। उमंग सिंघार ने सिंगरौली जिले में बढ़ते प्रदूषण, खाद की समस्या, और प्रशासनिक अधिकारियों पर सवाल उठाए। उन्होंने भाजपा नेताओं की आलोचना करते हुए कहा कि प्रदेश के अधिकारी बीजेपी नेताओं के गुलाम बन गए हैं। उन्होंने इसे लेकर एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि अधिकारियों को तो तेल ले लेना चाहिए और भाजपा नेताओं के हाथों में तेल लगाना चाहिए।
सिंगरौली का प्रदूषण और सरकार की नाकामी
पत्रकार वार्ता के दौरान उमंग सिंघार ने सिंगरौली जिले के बढ़ते प्रदूषण पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा, “सिंगरौली, जिसे मध्य प्रदेश की ऊर्जाधानी कहा जाता है, प्रदूषण के मामले में दिल्ली के बाद देश का दूसरा सबसे प्रदूषित जिला बनता जा रहा है। यह स्थिति बेहद चिंताजनक है, क्योंकि यहां के निवासी भविष्य में बड़ी मुश्किलों का सामना करेंगे। यह स्थान सिर्फ खदानों तक सीमित रह जाएगा, और लोगों को विस्थापित होना पड़ेगा।” उमंग सिंघार ने निजी कंपनियों की कोल माइंस पर आरोप लगाया कि वे अपनी नीतियां बना कर इस प्रदूषण को बढ़ावा दे रही हैं। उन्होंने सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि इस समस्या का समाधान अब तक नहीं किया गया है।
खाद की समस्या और सरकार की लापरवाही
नेता प्रतिपक्ष ने खाद की कमी को लेकर भी प्रदेश सरकार को घेरा। उन्होंने कहा, “रीवा जिले में लगभग 50% बोवनी भी नहीं हो पाई है क्योंकि किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है। कृषि मंत्री को यह भी नहीं पता कि खाद कौन उपलब्ध कराता है। सरकार पिछले चार सालों से बहाना बना रही है कि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण खाद की कमी हो रही है। लेकिन मैं पूछता हूं कि सरकार के पास पैसे नहीं हैं या फिर सरकार खाद इम्पोर्ट करने के लिए तैयार नहीं है?” उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विदेशों में घूमने में व्यस्त हैं, जबकि किसानों की समस्याएं हल नहीं हो रही हैं।
बीजेपी नेताओं के गुलाम बने अधिकारी
उमंग सिंघार ने प्रशासनिक अधिकारियों पर तीखा हमला करते हुए कहा कि प्रदेश के अधिकारी भाजपा नेताओं की गुलामी करने लगे हैं। उन्होंने कहा, “कई अधिकारी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के गुलाम बन गए हैं। ये अधिकारी बीजेपी के नाम पर माला जप रहे हैं। कांग्रेस पार्टी को अब एक अभियान शुरू करना चाहिए, जिससे इन अधिकारियों को तेल की सीसी दी जाए और ये बीजेपी के नेताओं को तेल लगाएं, क्योंकि ये अधिकारी जनता के काम नहीं कर रहे।” उन्होंने यह भी कहा कि इन अधिकारियों के मनमाने कामों को लेकर 16 दिसंबर को कांग्रेस जनहित के मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने का प्रयास करेगी।
उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला पर निशाना
उमंग सिंघार ने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, “राजेंद्र शुक्ला स्वास्थ्य विभाग के मामलों में बात करते हैं, लेकिन अस्पतालों की हालत इतनी खराब है कि मरीजों को दवाइयां नहीं मिल पा रही हैं। खुद उपमुख्यमंत्री अपने ही जिले में यह नहीं सुनिश्चित कर पा रहे कि अस्पतालों में दवाइयां उपलब्ध हो।” सिंघार ने आरोप लगाया कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं में घोटाले हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में ब्लड टेस्ट के नाम पर 200-300 करोड़ रुपए का घोटाला हो रहा है और ये फर्जी कंपनियां काम कर रही हैं।
हिंदू राष्ट्र और बांग्लादेश में हिंदुओं की हालत पर सवाल
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने हिंदू राष्ट्र को लेकर उठते सवालों पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “देश में हिंदू राष्ट्र बनाने की बात की जा रही है, लेकिन मोदी सरकार बांग्लादेश में हो रही हिंदुओं की हत्या पर चुप क्यों है?” उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि वह सिर्फ वोट की राजनीति के लिए सांप्रदायिक माहौल बनाने की कोशिश कर रही है और अडानी के घोटाले से ध्यान भटकाना चाहती है। सिंघार ने सवाल किया कि क्यों भारतीय जनता पार्टी बांग्लादेश में मारे जा रहे हिंदुओं के लिए कुछ नहीं कर रही है और केवल भारत में प्रदर्शन कर रही है।
बीजेपी के जिला अध्यक्ष का पलटवार
नेता प्रतिपक्ष के आरोपों का बीजेपी के जिला अध्यक्ष अजय सिंह ने कड़ी निंदा की। अजय सिंह ने कहा, “कांग्रेस नेताओं को किसी भी मुद्दे पर सरकार पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है। मध्य प्रदेश की जनता ने कांग्रेस के कार्यकाल की स्थिति को अभी तक भुला नहीं है। 2003 के पहले स्थिति बहुत खराब थी, किसान खाद के लिए 3-4 दिन तक लाइन में लगते थे और डंडे खाते थे। अब स्थिति सुधरी है, और प्रदेश में कृषि प्रगति दर सबसे ज्यादा है। कांग्रेस मुद्दाविहीन हो चुकी है, और जनता ने उसे समझ लिया है। जल्द ही हमारा प्रदेश और देश कांग्रेस मुक्त होगा।”
उमंग सिंघार ने केंद्र और प्रदेश सरकार की नीतियों पर तीखा हमला बोलते हुए प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यों पर सवाल उठाए। उन्होंने प्रदेश में बढ़ते प्रदूषण, खाद की कमी और स्वास्थ्य सेवाओं में घोटालों के मुद्दे पर सरकार को घेरा। इसके अलावा, उन्होंने हिंदू राष्ट्र की मांग और बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्या पर सरकार की चुप्पी पर भी सवाल उठाए। अब देखने वाली बात यह होगी कि आगामी दिनों में कांग्रेस इन मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ कितनी बड़ी आवाज उठाती है।