सुबह उठते ही चलना क्यों होता है मुश्किल? तलवों का दर्द कर सकता है दिनभर परेशान

अगर आप हर सुबह बिस्तर से उठते ही जैसे ही पहला कदम ज़मीन पर रखते हैं और तलवों में तेज़ चुभन या दर्द महसूस करते हैं तो इसे थकान या उम्र का असर समझकर नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है। कुछ सेकंड तक चलना मुश्किल लगता है और फिर धीरे-धीरे दर्द कम हो जाता है। लेकिन अगर ऐसा रोज़ हो रहा है तो यह आपके शरीर में किसी जरूरी पोषक तत्व की कमी का संकेत हो सकता है। मेडिकल विशेषज्ञों के अनुसार, यह दर्द अक्सर विटामिन डी, कैल्शियम या मैग्नीशियम की कमी से जुड़ा होता है और इसे समय रहते समझना बहुत जरूरी है।
किन पोषक तत्वों की कमी से होता है ये दर्द?
- विटामिन डी की कमी: यह हमारी हड्डियों और मांसपेशियों के लिए बेहद जरूरी होता है। इसकी कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और जोड़ों के साथ-साथ तलवों में भी दर्द शुरू हो सकता है।
- कैल्शियम की कमी: कैल्शियम न केवल हड्डियों को मजबूत करता है बल्कि शरीर में दबाव पड़ने पर दर्द और जकड़न को भी रोकता है। इसकी कमी से खासकर सुबह तलवों में दर्द उठ सकता है।
- मैग्नीशियम की कमी: यह पोषक तत्व नसों और मांसपेशियों के सही कामकाज के लिए ज़रूरी होता है। इसकी कमी से अकड़न, जलन और ऐंठन जैसे लक्षण सामने आते हैं।
- डिहाइड्रेशन: अगर शरीर में पानी की कमी हो जाए तो यह नसों को प्रभावित करता है और पैरों में सुन्नपन या तलवों में दर्द की वजह बनता है।
बचाव के आसान उपाय
अगर आप हर सुबह इस दर्द से परेशान हैं तो आप कुछ आसान आदतें अपनाकर इसे कम कर सकते हैं। सबसे पहले रोज़ाना 15-20 मिनट धूप में बैठें, ताकि विटामिन डी प्राकृतिक रूप से मिल सके। अपने खाने में दूध, दही, पनीर, हरी सब्जियां, बादाम और अंडे शामिल करें। इससे आपको कैल्शियम और मैग्नीशियम मिलेंगे।
सुबह उठने से पहले कुछ मिनट अपने पैरों की हल्की स्ट्रेचिंग करें, इससे मांसपेशियों को आराम मिलेगा और दर्द में राहत मिलेगी। इसके अलावा, तलवों पर गुनगुनी सिकाई करें जिससे नसों को राहत मिलेगी। अगर ज़रूरत हो तो डॉक्टर की सलाह से मैग्नीशियम सप्लीमेंट्स भी लिए जा सकते हैं। सबसे जरूरी बात यह है कि आप अपने शरीर की बात को नजरअंदाज न करें।
छोटी सी लापरवाही से दिनभर की परेशानी
सुबह उठते ही तलवों में होने वाला दर्द एक ऐसी परेशानी है जिसे लोग सामान्य समझकर अनदेखा कर देते हैं। लेकिन यह शरीर के अंदर किसी छुपी हुई कमी का संकेत हो सकता है। समय रहते इसकी पहचान और इलाज जरूरी है ताकि यह समस्या आगे चलकर कोई बड़ी बीमारी न बन जाए। जब शरीर सुबह ही अलर्ट करता है तो उसका मतलब समझिए और जरूरी कदम उठाइए। एक सही डाइट, थोड़ी धूप और नियमित स्ट्रेचिंग से आप अपने दिन की शुरुआत दर्द नहीं बल्कि ऊर्जा और स्फूर्ति के साथ कर सकते हैं।