छत्तीसगढ़: भाजपा के ‘मनपसंद’ शराब ऐप पर कांग्रेस ने जताई नाराजगी, कहा- ‘लोगों को नशे की ओर धकेल रही सरकार’

छत्तीसगढ़ में शराब को लेकर एक बार फिर से राजनीति गरमा गई है। राज्य सरकार ने शराब प्रेमियों के लिए “मनपसंद” नामक एक ऐप लॉन्च किया है, जिसके माध्यम से सरकारी दुकानों में पसंदीदा शराब की उपलब्धता और दर की जानकारी प्राप्त की जा सकती है, साथ ही ऑनलाइन ऑर्डर भी किया जा सकता है। इस ऐप को लेकर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं।
शराब राजनीति का केंद्र
छत्तीसगढ़ में शराब हमेशा से राजनीति का मुख्य मुद्दा रहा है।
- कांग्रेस सरकार: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कांग्रेस सरकार शराब घोटाले के कारण आलोचना झेल चुकी है।
- भाजपा सरकार: अब भाजपा की नई सरकार “मनपसंद” ऐप के कारण विपक्ष के निशाने पर है।
कांग्रेस की कड़ी आपत्ति
छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने इस ऐप पर तीखी प्रतिक्रिया दी।
- आरोप: उन्होंने कहा, “राज्य में शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए कोई ऑनलाइन ऐप नहीं है, लेकिन शराब के लिए ऐप बनाकर सरकार लोगों को नशे की ओर धकेल रही है।”
- शराबबंदी का मुद्दा: कांग्रेस ने शराबबंदी का मुद्दा उठाते हुए सरकार की नीतियों को असंवेदनशील करार दिया।
भाजपा का पक्ष
भाजपा ने इस ऐप का बचाव किया।
- भाजपा नेता अजय चंद्राकर: “कांग्रेस सरकार ने नकली शराब बेची और शराबबंदी का वादा पूरा नहीं किया। शराबबंदी कभी भाजपा का मुद्दा नहीं रहा।”
- डिप्टी सीएम अरुण साव: उन्होंने कहा, “सरकार ने सार्वजनिक स्थलों पर शराब पीने पर रोक लगाई है और अवैध शराब की बिक्री बंद करने का निर्णय लिया है।”
छत्तीसगढ़ में शराब से होने वाली राजस्व कमाई
छत्तीसगढ़ में शराब से होने वाला राजस्व सरकार के लिए एक बड़ा स्रोत है।
- 2019-20: लगभग 4700 करोड़ रुपये की कमाई।
- 2020-21: लगभग 4600 करोड़ रुपये की कमाई।
- 2021-22: लगभग 5000 करोड़ रुपये की कमाई।
- 2022-23: सरकार ने शराब से 5525 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया।
ध्यान दें: छत्तीसगढ़ में लगभग 40% आबादी शराब का सेवन करती है, और यह भारत के सबसे अधिक शराब पीने वाले राज्यों में से एक है।
कांग्रेस सरकार पर शराबबंदी का वादा न निभाने का आरोप
- कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में शराबबंदी का वादा किया था, लेकिन सत्ता में आने के बाद इसे लागू नहीं किया।
- भाजपा ने कांग्रेस के इस वादाखिलाफी को मुद्दा बनाकर अपनी सरकार के “मनपसंद” ऐप को सही ठहराया है।
ऐप का उद्देश्य
“मनपसंद” ऐप के माध्यम से शराब प्रेमियों को उनकी पसंदीदा शराब की उपलब्धता की जानकारी दी जा सकती है।
- ऐप पर शराब के सही रेट और दुकानों में उपलब्धता की जानकारी उपलब्ध होगी।
- इससे ग्राहकों को अवैध शराब और ज्यादा कीमत देने से बचाने का दावा किया गया है।
छत्तीसगढ़ में शराब की राजनीति ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया है। कांग्रेस और भाजपा के बीच इस मुद्दे पर तीखी बहस जारी है।
- जहां कांग्रेस इसे राज्य को नशे की ओर धकेलने का आरोप लगा रही है, वहीं भाजपा इसे राजस्व और ग्राहकों की सुविधा से जोड़कर देख रही है।
- इस ऐप के लॉन्च ने छत्तीसगढ़ की शराब नीति और राजनीतिक वादों पर फिर से बहस छेड़ दी है।