ED की रेड के बाद बवाल, भूपेश बघेल के समर्थकों ने टीम पर किया हमला, FIR दर्ज

छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी और उसके बाद टीम पर हमले का मामला राजनीतिक रूप से गरमा गया है। ईडी की टीम ने कथित 2,161 करोड़ रुपये के शराब घोटाले की जांच के तहत सोमवार को छापा मारा था। इस दौरान जब टीम पूर्व मुख्यमंत्री के घर से लौट रही थी, तो उस पर पत्थरबाजी हुई। पुलिस ने इस मामले में कांग्रेस नेता सनी अग्रवाल समेत 19 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
ED ने 33 लाख रुपये और कई दस्तावेज किए जब्त
ईडी की टीम ने भूपेश बघेल के निवास से 33 लाख रुपये नकद जब्त किए, जिनमें से कुछ रकम ‘स्त्रीधन’ भी बताई जा रही है। इसके अलावा 150 एकड़ जमीन से जुड़े दस्तावेज, छह मोबाइल फोन और अन्य महत्वपूर्ण डेटा भी जब्त किया गया है। ईडी ने जांच के दौरान घर पर नोट गिनने की मशीन भी मंगवाई थी और गाड़ियों की तलाशी ली थी।
बघेल का आरोप – सरकार के खिलाफ बोलने की सजा मिल रही
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि जब विधानसभा में उन्होंने सरकार से सवाल पूछे, तो उनके खिलाफ यह कदम उठाया गया। उन्होंने यह भी दावा किया कि पहले पूर्व मंत्री कवासी लखमा ने जब सवाल उठाए थे, तब उनके यहां भी छापेमारी हुई थी।
कांग्रेस का विरोध, पूरे प्रदेश में ईडी और भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन
इस कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस ने पूरे प्रदेश में ईडी और भाजपा का पुतला फूंका। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ईडी की कार्रवाई को “राजनीतिक प्रतिशोध” करार देते हुए सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया।
विधानसभा में कांग्रेस का हंगामा, 14 विधायक निलंबित
सोमवार को जब विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई, तो कांग्रेस विधायकों ने ईडी की कार्रवाई के खिलाफ नारेबाजी की और वेल में आकर प्रदर्शन किया। स्पीकर डॉ. रमन सिंह को कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी। हंगामे के बीच स्पीकर ने 14 कांग्रेस विधायकों का स्वत: निलंबन घोषित कर दिया, जिसके बाद विधायक सदन के बाहर गांधी प्रतिमा के पास धरने पर बैठ गए।
भूपेश बघेल के करीबी लोगों पर भी छापा
ईडी ने केवल भूपेश बघेल ही नहीं, बल्कि उनके करीबियों के ठिकानों पर भी छापेमारी की। जिन लोगों के घरों पर कार्रवाई हुई, उनमें उनके बेटे चैतन्य बघेल के करीबी शामिल थे। इसके अलावा, दुर्ग लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी रहे राजेंद्र साहू, जिला कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर, होटल व्यवसायी कमल अग्रवाल, ट्रांसपोर्ट कारोबारी संदीप सिंह, बिल्डर अजय चौहान और कई अन्य के ठिकानों पर भी ईडी की टीम पहुंची।
हमले के आरोप में कांग्रेस नेता सनी अग्रवाल समेत 19 पर एफआईआर
ईडी की टीम पर हुए हमले के मामले में पुलिस ने पूर्व कर्मकार मंडल अध्यक्ष और कांग्रेस नेता सनी अग्रवाल समेत 19 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस अब हमलावरों की पहचान फोटो और वीडियो के आधार पर कर रही है।
न्यायिक हिरासत बढ़ी, शराब घोटाले में नए नाम शामिल
इस कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार किए गए पूर्व आईएएस अधिकारी अनिल तुतेजा, कारोबारी अनवर ढेबर, पूर्व आबकारी अधिकारी अरुणपति त्रिपाठी और पूर्व बीएसपी कार्यकर्ता अरविंद सिंह की न्यायिक हिरासत को 28 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया है।
ईडी ने हाल ही में अपनी चार्जशीट में 20 नए नाम जोड़े हैं। इनमें नवीन केडिया, भूपेंद्र सिंह भाटिया और राजेंद्र जयसवाल का नाम भी शामिल किया गया है। पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा भी इसी मामले में जेल में बंद हैं।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का बयान – कांग्रेस सरकार में हुए कई घोटाले
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि कांग्रेस के शासन में कई बड़े घोटाले हुए, जिनकी जांच केंद्रीय एजेंसियां कर रही हैं। उन्होंने कहा, “कई लोग जेल में हैं और कई की गिरफ्तारी की तैयारी हो रही है। ईडी अपना काम कर रही है और इसमें राज्य सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं है।”
राजनीतिक उठापटक जारी
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और भाजपा के बीच यह मामला एक बड़ा सियासी मुद्दा बन चुका है। जहां कांग्रेस इसे “राजनीतिक प्रतिशोध” बता रही है, वहीं भाजपा इसे भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की कार्रवाई कह रही है। आने वाले दिनों में इस मामले को लेकर राजनीतिक माहौल और गरमाने की संभावना है।