छत्तीसगढ

अमित शाह आज रायपुर में पुलिस को देंगे ‘राष्ट्रपति का रंग’, बस्तर में शांति का संदेश

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज 15 दिसंबर को तीन दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान रायपुर के पुलिस परेड मैदान में छत्तीसगढ़ पुलिस को ‘राष्ट्रपति का रंग’ प्रदान करेंगे। यह सम्मान छत्तीसगढ़ पुलिस के उत्कृष्ट सेवाओं और समर्पण के लिए दिया जाएगा। ‘राष्ट्रपति का रंग’ देश का सर्वोच्च सम्मान है, जो सशस्त्र बलों और पुलिस संगठनों को उनकी विशिष्ट सेवाओं और उदाहरणीय समर्पण के लिए प्रदान किया जाता है।

राष्ट्रपति का रंग – पुलिस के लिए सर्वोच्च सम्मान

राष्ट्रपति का रंग पुलिस और सशस्त्र बलों के लिए एक महत्वपूर्ण और गौरवपूर्ण सम्मान है। यह सम्मान उन पुलिस संगठनों को दिया जाता है जिन्होंने देश की सेवा में अपनी समर्पित और उत्कृष्ट सेवा का परिचय दिया है। इस सम्मान के जरिए छत्तीसगढ़ पुलिस के मनोबल को और अधिक बढ़ाया जाएगा, और उनकी कठिन परिश्रम की सराहना की जाएगी। अमित शाह का यह कदम पुलिस बल के लिए एक प्रेरणा का काम करेगा।

नक्सल प्रभावित लोगों से मुलाकात और शांति का संदेश

राष्ट्रपति का रंग प्राप्त करने के बाद, अमित शाह बस्तर के जगदलपुर में नक्सल प्रभावित लोगों से मुलाकात करेंगे। वे उन लोगों से भी मिलेंगे जिन्होंने हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया है। इस दौरान उनका उद्देश्य बस्तर में शांति का संदेश देना और लोगों को यह विश्वास दिलाना है कि हिंसा और नक्सलवाद का कोई भविष्य नहीं है। अमित शाह की यह मुलाकात नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगी।

बस्तर ओलंपिक के समापन समारोह में भागीदारी

अमित शाह बस्तर ओलंपिक के समापन समारोह में भी भाग लेंगे। इस कार्यक्रम के दौरान, वे खिलाड़ियों से मिलकर उन्हें उत्साहित करेंगे और उनकी मेहनत की सराहना करेंगे। खेलों के माध्यम से बस्तर क्षेत्र में एकता और शांति का संदेश देने का प्रयास किया जा रहा है, और अमित शाह इस संदेश को और मजबूत करेंगे।

सुरक्षा बलों को श्रद्धांजलि और विकास कार्यों का निरीक्षण

16 दिसंबर को अमित शाह जगदलपुर में नक्सल विरोधी अभियानों में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। वे शहीदों के परिवारों से भी मिलेंगे और उनके संघर्ष को सलाम करेंगे। इसके साथ ही, वे सुरक्षा शिविरों का दौरा करेंगे और वहां चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण करेंगे। इस दौरान, वे सैनिकों के साथ लंच करेंगे और उनके संघर्षों को सराहेंगे।

अमित शाह आज रायपुर में पुलिस को देंगे 'राष्ट्रपति का रंग', बस्तर में शांति का संदेश

बस्तर यात्रा के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था

अमित शाह की बस्तर यात्रा के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। बस्तर क्षेत्र नक्सल प्रभावित है, इसलिए सुरक्षा के सभी उपायों को सुनिश्चित किया गया है ताकि यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा या खतरे से बचा जा सके। स्थानीय पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों द्वारा क्षेत्र में सुरक्षा की कड़ी निगरानी रखी जा रही है।

नक्सलवाद के खिलाफ कठोर कदम

केंद्रीय गृह मंत्री ने पहले कहा था कि नक्सलवाद अब एक हार चुकी लड़ाई बन चुकी है और यह समय आ गया है कि देश को इससे पूरी तरह से मुक्त कर दिया जाए। 21 जनवरी 2024 को रायपुर में एक बैठक के दौरान, उन्होंने नक्सलवाद के खिलाफ ऑपरेशन की एक रोडमैप तैयार की थी। उनका यह स्पष्ट संदेश था कि नक्सलवादी अब अपनी लड़ाई हार चुके हैं और यह समय है कि उन्हें पूरी तरह से समाप्त कर दिया जाए।

नक्सलियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई

अमित शाह ने अगस्त 2024 में छत्तीसगढ़ में अपनी बैठक के दौरान नक्सलियों को मुख्यधारा में लौटने की चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि यदि नक्सली मुख्यधारा में नहीं लौटते, तो उन्हें तलाशा जाएगा और खत्म किया जाएगा। इस बैठक के बाद, छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है।

नक्सलवाद के खिलाफ अमित शाह का सख्त संदेश

अमित शाह ने नक्सलवाद के खिलाफ कड़ा संदेश देते हुए कहा कि नक्सलियों को अब मुख्यधारा में लौटने का कोई और अवसर नहीं मिलेगा। उनके द्वारा दी गई चेतावनी ने नक्सलियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का संदेश दिया है। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सख्त कदमों को लेकर अमित शाह की सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।

नक्सलियों की हार के संकेत

अमित शाह के मुताबिक, नक्सलियों की हार तय है और समय आ गया है कि इस समस्या का समूल नाश किया जाए। उन्होंने अपने भाषणों में बार-बार कहा है कि नक्सलवाद अब एक खो चुकी लड़ाई बन चुका है। छत्तीसगढ़ और अन्य नक्सल प्रभावित राज्यों में लगातार ऑपरेशनों के जरिए नक्सलियों को कड़ी टक्कर दी जा रही है।

नक्सलवाद के खिलाफ नीति और रणनीति

अमित शाह ने यह भी कहा है कि नक्सलवाद के खिलाफ नीति और रणनीति में बदलाव की आवश्यकता है। उन्होंने विभिन्न राज्यों के पुलिस प्रमुखों और सुरक्षा अधिकारियों से बैठकें कीं, ताकि नक्सलियों के खिलाफ और अधिक प्रभावी कार्रवाई की जा सके। यह बैठकें नक्सलवाद के समूल नाश के लिए अहम कदम साबित हो रही हैं।

अमित शाह का बस्तर दौरा: एक नई शुरुआत

अमित शाह का बस्तर दौरा न केवल सुरक्षा और शांति का संदेश देगा, बल्कि यह भी दर्शाएगा कि केंद्र सरकार बस्तर और छत्तीसगढ़ के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उनका यह दौरा क्षेत्र के लोगों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आएगा और यह संदेश देगा कि सरकार नक्सलवाद से मुक्त छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

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