सौरभ राजपूत हत्याकांड: मॉडल हर्षा ऋच्छरिया बोलीं – अब पुरुषों के लिए भी उठनी चाहिए आवाज

सौरभ राजपूत हत्या मामले में अब तक कई चौकाने वाली जानकारियां सामने आ चुकी हैं। इस हत्याकांड के बाद अब तक कई लोगों की प्रतिक्रियाएं सामने आ चुकी हैं। इसी बीच मॉडल और एंकर हार्षा रिचारिया ने इस मामले पर एक बड़ा बयान दिया है। हार्षा रिचारिया, जो कि प्रयागराज महाकुंभ से चर्चा में आईं, ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में कहा कि यह सच है कि महिलाओं को पुरुष प्रधान समाज में बहुत जुल्म झेलने पड़े हैं, लेकिन अब हमें पुरुषों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ भी आवाज उठानी होगी।
लेकिन पुरुषों पर हो रहे अत्याचारों का मुद्दा भी उठा रही हार्षा
हार्षा रिचारिया ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट के जरिए यह कहा, “एक समय था जब लड़कियों, महिलाओं के शरीर के टुकड़े करके फ्रिज या कुकर में रखे जाते थे। अब वही समय आ चुका है जब पति को टुकड़ों में काटकर ड्रम में डाला गया।” हार्षा ने आगे कहा कि यह समाज पुरुषों के खिलाफ अत्याचारों के मामलों को नजरअंदाज करता आ रहा है और अब हमें इस पर भी ध्यान देना होगा।
उन्होंने कहा, “यह माना जाता है कि यह पुरुष प्रधान समाज है। इस समाज में महिलाओं पर कई अत्याचार हुए हैं और अभी भी हो रहे हैं। अब हमें पुरुषों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ भी आवाज उठानी होगी।”
सौरभ राजपूत के परिवार के बारे में क्या सोचते हैं हार्षा रिचारिया?
हार्षा रिचारिया ने इस मामले में यह भी कहा, “प्रेम अंधा नहीं होना चाहिए कि आप बार-बार किसी के दोषों को नजरअंदाज करते जाएं। बाद में वही दोष आपके मौत का कारण बन जाता है।” उन्होंने यह भी कहा कि हमें उस परिवार के बारे में सोचना चाहिए जिसने अपना बेटा खो दिया, और हमें यह समझना चाहिए कि उस परिवार की क्या गलती थी।
सौरभ राजपूत के हत्यारे कौन थे?
दरअसल, 18 मार्च को मेरठ पुलिस ने यह जानकारी दी थी कि मर्चेंट नेवी के कर्मचारी सौरभ राजपूत 4 मार्च से लापता थे। कुछ दिनों बाद, उनका मांसाहारी शरीर एक ड्रम में सीमेंट से भरा हुआ मिला। यह हत्या देशभर में लोगों को चौंका देने वाली घटना साबित हुई। इस मामले में सौरभ की पत्नी मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल शुक्ला का हाथ था।
मुस्कान और साहिल शुक्ला का जुर्म और पुलिस की कार्रवाई
मेरठ पुलिस ने सोमवार को अदालत में आवेदन किया और साहिल और मुस्कान की हिरासत की मांग की। पुलिस का उद्देश्य अपराध स्थल का पुनर्निर्माण करना है, ताकि मामले की अधिक जानकारी प्राप्त की जा सके। पुलिस ने आरोपियों के साथ इस घटना के बारे में और खुलासा करने के लिए यह कदम उठाया है।
सौरभ राजपूत का मामला न केवल एक हत्या की गुत्थी है, बल्कि यह भी सवाल खड़ा करता है कि हमारे समाज में रिश्तों का महत्व क्या है और लोग इन रिश्तों को किस हद तक निभाते हैं। समाज में हो रहे अत्याचारों पर हार्षा रिचारिया का यह बयान इस दिशा में एक महत्वपूर्ण सवाल उठाता है, और यह भी दर्शाता है कि अब पुरुषों पर हो रहे अत्याचारों पर भी ध्यान देना जरूरी हो गया है।
हार्षा रिचारिया का नजरिया और समाज की नई दिशा
हार्षा रिचारिया ने अपनी पोस्ट में केवल सौरभ राजपूत की हत्या पर ही नहीं, बल्कि समाज में हो रहे अन्य अत्याचारों पर भी गंभीर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि अब महिलाओं की आवाज उठाने के साथ-साथ पुरुषों के अधिकारों को भी समान रूप से महत्व देना होगा। हार्षा का यह बयान निश्चित रूप से एक नया दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है और यह समाज के भीतर बहस का कारण बनेगा।
इस मामले ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा किया है कि क्या हमारी समाज व्यवस्था में पुरुषों और महिलाओं के अधिकारों को समान रूप से महत्व दिया जा रहा है। जब तक दोनों पक्षों की आवाज समान रूप से नहीं उठाई जाएगी, तब तक समाज में सही बदलाव आना मुश्किल होगा।