Digvijaya Singh News: शिवपुरी रोड पर घुटनों तक कीचड़, दिग्विजय सिंह ने वीडियो देखकर ज्योतिरादित्य सिंधिया पर साधा निशाना

Digvijaya Singh News: मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के एक गांव का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसने राज्य की राजनीति को गरमा दिया है। इस वीडियो में स्कूल जाने वाले बच्चे कीचड़ भरी सड़क से होकर गुज़रते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस घटनाक्रम के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इस क्षेत्र के सांसद और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधते हुए सड़क निर्माण के लिए राशि देने की घोषणा की है। वहीं, इस पूरे मामले पर सियासत भी गर्म हो गई है और अब सरकार भी सड़क निर्माण को लेकर सक्रिय हो गई है।
शिवपुरी जिले के पिपरा गांव का वायरल वीडियो
मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के पिचौर क्षेत्र के पिपरा गांव की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहे हैं। इन तस्वीरों और वीडियो में स्कूल की ड्रेस पहने हुए छोटे बच्चे अपने कंधों पर बैग लिए कीचड़ से भरी सड़कों से गुजरते नज़र आ रहे हैं। गांव के लोग इस स्थिति से नाराज़ हैं, क्योंकि बच्चों को प्रतिदिन स्कूल जाने के लिए इस कठिन रास्ते से होकर गुज़रना पड़ता है।
घुटनों तक कीचड़ में स्कूल जाने को मजबूर बच्चे
पिपरा गांव के एक निवासी प्रभु पाल ने बताया कि बच्चों का साहस सराहनीय है, लेकिन उनकी पढ़ाई के लिए रास्ता बेहद चुनौतीपूर्ण है। बरसात के दिनों में यह रास्ता और भी मुश्किल हो जाता है। गांव और स्कूल के बीच की 100 मीटर की सड़क पूरी तरह से कीचड़ में डूबी हुई है, जिससे बच्चों के लिए स्कूल पहुंचना एक बड़ा संघर्ष बन जाता है।
दिग्विजय सिंह का बड़ा ऐलान
जब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तो कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यदि गांव के सरपंच के पास सड़क निर्माण के लिए पैसे नहीं हैं, तो वे उनसे संपर्क कर सकते हैं। दिग्विजय सिंह ने यह घोषणा की कि वह अपने राज्यसभा निधि से सड़क निर्माण के लिए राशि स्वीकृत करने को तैयार हैं। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि सरपंच साहब इस क्षेत्र के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी संपर्क कर सकते हैं।
दिग्विजय सिंह ने सिंधिया पर कसा तंज
दिग्विजय सिंह ने इस मामले में सीधे तौर पर केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सिंधिया को अपने क्षेत्र की स्थिति का ध्यान रखना चाहिए और सड़कों की दुर्दशा पर ध्यान देना चाहिए। सिंह का यह बयान राजनीतिक विवाद को और भड़का रहा है, क्योंकि इससे पहले भी कांग्रेस और भाजपा के बीच सिंधिया के पार्टी बदलने को लेकर मतभेद चलते रहे हैं।
क्यों हुई ऐसी स्थिति?
गांव के निवासियों के अनुसार, यह सड़क पहले सरकारी जमीन पर थी, लेकिन अब उस पर अवैध कब्जा कर लिया गया है। जो बची हुई सड़क है, वह इतनी बुरी हालत में है कि उसे पार करना बहुत मुश्किल हो गया है। गांव के सरपंच और अन्य जनप्रतिनिधि अब सड़क की सीमा निर्धारण (डिमार्केशन) कराने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि सड़क का निर्माण हो सके।
सड़क निर्माण के लिए क्या हो रही है कार्रवाई?
सरकार की ओर से अब इस मामले में सक्रियता दिखाई गई है। गांव के सरपंच और अन्य जनप्रतिनिधियों का कहना है कि जल्द ही सड़क का डिमार्केशन कराया जाएगा, जिसके बाद सड़क का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। हालांकि, ग्रामीणों का कहना है कि इस काम में काफी देरी हो चुकी है और बच्चों को बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
राजनीतिक माहौल गरमाया
इस पूरे मामले पर राजनीति भी तेज हो गई है। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बयान के बाद भाजपा के नेताओं ने उन पर पलटवार किया है। भाजपा का कहना है कि कांग्रेस ने वर्षों तक सत्ता में रहते हुए विकास कार्यों की अनदेखी की, और अब जब भाजपा सरकार प्रदेश में काम कर रही है, तो विपक्ष बेवजह राजनीति कर रहा है।
वहीं, कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भाजपा सरकार विकास कार्यों में पूरी तरह से विफल रही है। उनका दावा है कि इस तरह की सड़कें राज्य के कई गांवों में हैं, जहां लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है।
जनता की प्रतिक्रिया
पिपरा गांव के लोग इस पूरे मामले में अपनी नाराज़गी व्यक्त कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि सरकार और जनप्रतिनिधियों को बच्चों की समस्याओं का ध्यान रखना चाहिए और सड़क का निर्माण तुरंत कराया जाना चाहिए। कई ग्रामीणों ने कहा कि अगर यह सड़क नहीं बनती है, तो बच्चों की पढ़ाई पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।