मध्य प्रदेश

MP news: स्वच्छता में सात बार नंबर 1 बनने के बावजूद, सड़कों पर थूकने की आदत से बाज नहीं आ रहे नागरिक, निगम ने किया जुर्माना

MP news: हालांकि शहर ने सात बार स्वच्छता में नंबर 1 का खिताब हासिल किया है, फिर भी कई नागरिक अपनी गंदगी सड़कों पर फैलाने और गुटखा खाने के बाद थूकने की आदत से बाज नहीं आ रहे हैं। नगर निगम इन लोगों पर लगातार नजर रखे हुए है और उन्हें स्पॉट फाइन के तहत कार्रवाई करने में जुटा हुआ है। जनवरी महीने में ही निगम ने गुटखा थूकने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की और तीन हजार पांच सौ से अधिक लोगों से छह लाख पचास हजार रुपये का जुर्माना वसूल किया।

गुटखा और पान खाने की आदत में बढ़ोतरी

शहर में पान और गुटखा खाने की आदत कम होने के बजाय बढ़ रही है, जिसके कारण सड़कों, डिवाइडर्स और यहां तक कि आवासीय और वाणिज्यिक इमारतों की दीवारों पर गुटखा थूकने के दाग दिखाई दे रहे हैं। नगर निगम फिलहाल स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारी कर रहा है, और इसी कारण से खुले में कचरा फेंकने, पॉलीथिन बैग का उपयोग करने और अन्य स्वच्छता नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसके बावजूद, गुटखा थूकने की आदत में कोई विशेष कमी नहीं आई है।

MP news: स्वच्छता में सात बार नंबर 1 बनने के बावजूद, सड़कों पर थूकने की आदत से बाज नहीं आ रहे नागरिक, निगम ने किया जुर्माना

कड़ी कार्रवाई और जुर्माने की आंकड़े

पिछले साल निगम ने लगभग 6,500 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की और 7.81 लाख रुपये का जुर्माना वसूला, जबकि इस साल जनवरी में ही निगम ने तीन हजार पांच सौ से अधिक लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की और 6.5 लाख रुपये का जुर्माना वसूला। फरवरी में भी यह प्रवृत्ति जारी है, जो गुटखा थूकने और खुले में कचरा फेंकने के मामले को बढ़ा रही है।

‘नो थू-थू’ अभियान: एक प्रयास, फिर भी समस्या बनी हुई है

शहर के मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने दो साल पहले ‘नो थू-थू’ अभियान शुरू किया था, जिसके तहत लोगों को सड़कों और डिवाइडर्स पर थूकने से रोकने के लिए प्रेरित किया गया। इस अभियान के तहत, न केवल लोगों को गुटखा थूकने से रोका गया, बल्कि उनसे इसे साफ करने का भी कार्य लिया गया। इसके बावजूद, लोग इस गंदी आदत को छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं, और नगर निगम के सफाईकर्मी को बार-बार इन स्थानों को धोने और साफ करने का काम करना पड़ता है।

नगर निगम की निरंतर सफाई अभियान

नगर निगम के सफाई कर्मचारी अभी भी शहर के डिवाइडर्स और सार्वजनिक स्थानों की निरंतर सफाई कर रहे हैं, लेकिन यह समस्या बनी हुई है। गुटखा थूकने के कारण सार्वजनिक स्थानों की गंदगी लगातार बढ़ रही है और इन स्थानों को साफ करने में निगम के कर्मचारियों को अधिक समय और मेहनत लग रही है।

नागरिकों से अपील: स्वच्छता को बनाए रखें

नगर निगम की यह कार्रवाई तब हो रही है जब शहर का नाम लगातार स्वच्छता के मामले में टॉप पर आता है। नागरिकों से अपील की जा रही है कि वे गुटखा खाने के बाद सड़कों पर थूकने से बचें और स्वच्छता को बनाए रखने में नगर निगम का सहयोग करें।

नगर निगम ने लोगों से अनुरोध किया है कि वे सार्वजनिक स्थानों पर गुटखा या पान का सेवन करने के बाद इसे थूकने के बजाय कचरे में डालें। इसके साथ ही, गुटखा थूकने वालों पर जुर्माना लगाने के साथ-साथ इस पर कड़ी नजर रखने के लिए निगम ने सुरक्षा कैमरे भी लगाए हैं, ताकि इन नियमों का पालन किया जा सके।

इस सबके बावजूद, गुटखा थूकने की समस्या में कोई विशेष कमी नहीं आई है, और नगर निगम को बार-बार सफाई अभियान चलाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। शहर के नागरिकों को जागरूक करने की जरूरत है ताकि वे अपनी आदतों में सुधार करें और शहर को स्वच्छ बनाए रखने में अपना योगदान दें। जब तक लोग अपनी जिम्मेदारी समझकर इन आदतों से छुटकारा नहीं पाएंगे, तब तक सफाई कर्मचारियों की मेहनत और नगर निगम की कार्रवाई भी कम असरदार साबित हो सकती है।

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