MP By Election 2024: कांग्रेस का ‘बिकाऊ और टिकाऊ’ नारा, भाजपा का विकास का मुद्दा
मध्य प्रदेश की विधानसभा की दो सीटों, विजयपुर और बुधनी, पर होने वाले उपचुनाव की तैयारियाँ जोरों पर हैं। इस चुनावी दौड़ में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस ने अपने-अपने मुद्दों को जनता के सामने रखा है। कांग्रेस का नारा है “बिकाऊ और टिकाऊ”, जबकि भाजपा “सरकार का साथ, विकास की बात” के मुद्दे के साथ आगे बढ़ रही है। यह दोनों पार्टियाँ अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं।
कांग्रेस का ‘बिकाऊ और टिकाऊ’ नारा
कांग्रेस पार्टी ने विजयपुर विधानसभा क्षेत्र में “बिकाऊ और टिकाऊ” के मुद्दे को उठाया है। पार्टी का कहना है कि इस नारे के माध्यम से वे जनता को यह बताना चाह रहे हैं कि भाजपा सरकार की योजनाएँ केवल चुनावों के समय बिकती हैं, और जब चुनाव समाप्त हो जाते हैं, तो उनका प्रभाव समाप्त हो जाता है। कांग्रेस के प्रवक्ता मुकेश नायक ने कहा कि विजयपुर में इस समय के सबसे बड़े मुद्दे के रूप में यह नारा उभर कर सामने आया है। उनका मानना है कि कांग्रेस ने इस मुद्दे को उठाकर भाजपा की नीतियों को चुनौती दी है।
भाजपा का विकास का मुद्दा
वहीं, भाजपा ने इस उपचुनाव को विकास के मुद्दे के चारों ओर घुमाया है। भाजपा के प्रवक्ता राजपाल सिंह सिसोदिया ने कहा कि विजयपुर विधानसभा क्षेत्र में चुनाव विकास, संगठन की ताकत, कार्यकर्ताओं के नेटवर्क और डबल इंजन सरकार के आधार पर लड़ा जा रहा है। भाजपा का नारा “सरकार का साथ, विकास की बात” इस बात का प्रमाण है कि वे विकास को प्राथमिकता दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में भाजपा की योजनाओं के परिणामस्वरूप विकास हुआ है और जनता इसका समर्थन कर रही है।
लाडली बहनों का मुद्दा
विजयपुर और बुधनी में लगभग 1 लाख लाडली बहनें हैं, जिनका मुद्दा चुनावी चर्चा का केंद्र बन सकता है। जब कांग्रेस प्रवक्ता मुकेश नायक से लाडली बहनों के मुद्दे पर पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि वह अभी इस पर कुछ नहीं कह सकते, लेकिन विजयपुर में कांग्रेस का प्रदर्शन पिछली बार की तरह अच्छा रहेगा। उनका कहना था कि लाडली बहन योजना का प्रभाव पिछली चुनाव में देखने को मिला था। वहीं भाजपा प्रवक्ता का कहना है कि न केवल लाडली बहन योजना, बल्कि अन्य कई योजनाएँ भी भाजपा के लिए लाभकारी साबित होंगी।
बुधनी विधानसभा सीट पर मुद्दे
बुधनी विधानसभा सीट पर कांग्रेस और भाजपा के मुद्दे स्पष्ट रूप से विभाजित हैं। कांग्रेस प्रवक्ता मुकेश नायक ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान ने यहां लंबे समय तक प्रतिनिधित्व किया है, लेकिन जनता में काफी असंतोष है। उनका कहना है कि बुधनी क्षेत्र का विकास नहीं हो पाया है और इस बार कांग्रेस ने एक मजबूत नेता को उम्मीदवार बनाया है। दूसरी ओर, भाजपा प्रवक्ता राजपाल सिंह सिसोदिया का कहना है कि बुधनी विधानसभा सीट पर शिवराज सिंह चौहान के विकास के मुद्दे पर बटन दबाया जाएगा। भाजपा का कहना है कि उनका उम्मीदवार अनुभवी है और क्षेत्र से जुड़ा हुआ है।
चुनावी रणनीतियाँ
इन उपचुनावों के दौरान दोनों पार्टियों की चुनावी रणनीतियाँ स्पष्ट रूप से अलग हैं। कांग्रेस ने अपने मुद्दों को उठाने के लिए स्थानीय नेताओं की मदद ली है, जबकि भाजपा ने अपने नेताओं के विकास कार्यों को जनता के सामने रखा है। इससे यह स्पष्ट होता है कि दोनों पार्टियाँ जनता की भावनाओं को भांपने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं।
जनता की प्रतिक्रिया
इस उपचुनाव में जनता की प्रतिक्रिया भी महत्वपूर्ण होगी। विजयपुर और बुधनी की जनता को यह तय करना है कि वे किस पार्टी के विकास मॉडल को अपनाना चाहते हैं। कांग्रेस के ‘बिकाऊ और टिकाऊ’ नारे और भाजपा के ‘सरकार का साथ, विकास की बात’ के बीच जनता को यह सोचने की आवश्यकता है कि उनका भविष्य किस दिशा में जाएगा।
मध्य प्रदेश के इस उपचुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच की प्रतिस्पर्धा बेहद दिलचस्प है। दोनों पार्टियाँ अपनी-अपनी रणनीतियों के साथ जनता के बीच जा रही हैं। कांग्रेस का ‘बिकाऊ और टिकाऊ’ नारा जहाँ भाजपा के विकास के मुद्दे को चुनौती दे रहा है, वहीं भाजपा का ‘सरकार का साथ, विकास की बात’ जनता को अपनी ओर खींचने का प्रयास कर रहा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि ये उपचुनाव किस दिशा में जाएंगे और कौन सी पार्टी जनता का विश्वास जीतने में सफल होगी।