CM Vishnudev Sai ने गृहमंत्री अमित शाह से की मुलाकात, 2026 तक छत्तीसगढ़ को नक्सलमुक्त बनाने का दावा

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बुधवार रात नई दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से उनके आवास पर मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने गृहमंत्री को बस्तर ओलंपिक और पुलिस पुरस्कार कार्यक्रम के समापन समारोह में भाग लेने का औपचारिक निमंत्रण दिया, जिसे गृहमंत्री ने स्वीकार कर लिया। बैठक में उपमुख्यमंत्री अरुण साहू और विजय शर्मा भी उपस्थित थे।
नक्सल विरोधी अभियान की सफलता पर चर्चा
इस मुलाकात के दौरान, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गृहमंत्री को छत्तीसगढ़ में हाल ही में किए गए नक्सल विरोधी अभियानों की सफलता और बस्तर क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों के बारे में जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा सड़क, स्कूल, स्वास्थ्य सुविधाएं और रोजगार के लिए किए गए प्रयासों से स्थानीय लोगों का विश्वास जीतने में सफलता मिली है, जिससे माओवादी प्रभाव कमजोर हुआ है।
2026 तक छत्तीसगढ़ को नक्सलमुक्त बनाने का दावा
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार और सुरक्षा बलों के संयुक्त प्रयासों से बस्तर क्षेत्र में नक्सल प्रभावित इलाकों में घटनाओं में तेजी से कमी आई है। सुरक्षा बल लगातार प्रभावी ऑपरेशन चला रहे हैं और विकास कार्यों ने इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मुख्यमंत्री ने आश्वासन जताया कि राज्य सरकार के प्रयासों से बस्तर अब तेजी से नक्सलमुक्त होने की दिशा में आगे बढ़ रहा है और उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि 2026 तक छत्तीसगढ़ पूरी तरह से नक्सलमुक्त हो जाएगा।
नक्सलियों और प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए योजनाएं
मुख्यमंत्री ने गृहमंत्री को सूचित किया कि surrendered नक्सलियों और नक्सल प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए प्राथमिकता दी जा रही है। इस उद्देश्य के तहत प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 15,000 घरों का निर्माण जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि प्रभावित परिवारों को एक सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन प्रदान किया जा सके।
बस्तर ओलंपिक का महत्व और प्रभाव
मुख्यमंत्री ने गृहमंत्री को बस्तर ओलंपिक के महत्व और इसके राज्य में होने वाले प्रभावों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम युवाओं को खेलों के माध्यम से जोड़ने के लिए एक प्रभावशाली कदम है और अब तक 1.65 लाख से अधिक युवा इस ओलंपिक में भाग ले चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर ओलंपिक नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति और विकास की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।
बस्तर ओलंपिक का आयोजन
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि बस्तर ओलंपिक में हॉकी, फुटबॉल, कबड्डी और वॉलीबॉल सहित 11 पारंपरिक खेलों को शामिल किया गया है, जो युवाओं को एकता, सकारात्मकता और सामुदायिक भावना से जोड़ने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास की एक नई लहर का प्रतीक है और स्थानीय समुदायों में सकारात्मक बदलाव ला रहा है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की यह मुलाकात यह स्पष्ट करती है कि छत्तीसगढ़ सरकार नक्सलवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में सफलता प्राप्त कर रही है और 2026 तक छत्तीसगढ़ को नक्सलमुक्त बनाने का लक्ष्य लेकर चल रही है। बस्तर ओलंपिक जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से राज्य सरकार युवाओं को जोड़ने और समाज में शांति व विकास को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है, जिससे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बदलाव आ रहा है।