उपचुनाव ने बिगाड़ा MP कैबिनेट का गणित, टीम मोहन यादव के मंत्रियों की संख्या में कमी, जानें अब कितने मंत्री बचे?

मध्य प्रदेश में विजयपुर विधानसभा उपचुनाव के परिणामों ने मुख्यमंत्री मोहन यादव की कैबिनेट की संरचना को प्रभावित किया है। रामनिवास रावत की हार के बाद उन्होंने अपने वन मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। इस घटना के बाद, मोहन यादव की टीम में अब 31 मंत्री रह गए हैं।
उपचुनाव का प्रभाव
2024 के विजयपुर उपचुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार मुकेश मल्होत्रा ने भाजपा के रामनिवास रावत को लगभग 7 हजार वोटों से हराया। इस हार के बाद रामनिवास रावत ने वन मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इसके पहले, कैबिनेट में मुख्यमंत्री सहित कुल 32 मंत्री थे, जिनमें दो उपमुख्यमंत्री भी शामिल थे। रावत के इस्तीफे के बाद कैबिनेट में अब 31 मंत्री बचे हैं।
रामनिवास रावत का राजनीतिक सफर और हार का कारण
2023 के विधानसभा चुनाव में रामनिवास रावत कांग्रेस के टिकट पर विजयपुर सीट से जीते थे। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा और उन्हें भाजपा सरकार में वन मंत्री बनाया गया। हालांकि, उनकी पार्टी बदलने की यह रणनीति कारगर नहीं रही और उपचुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
विश्लेषकों के अनुसार, रावत की हार के पीछे उनकी पार्टी बदलने से जनता में बनी नकारात्मक छवि मुख्य कारण रही। मतदाता उन्हें दलबदलू के रूप में देख रहे थे, जो उनकी हार का प्रमुख कारण बना।
टीम मोहन यादव में अब कितने मंत्री बचे?
रामनिवास रावत के इस्तीफे के बाद अब मुख्यमंत्री मोहन यादव की कैबिनेट में 31 मंत्री रह गए हैं। इसमें मुख्यमंत्री, दो उपमुख्यमंत्री, और विभिन्न विभागों के मंत्री शामिल हैं।
मंत्री परिषद के प्रमुख सदस्य
- मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री
- मुख्यमंत्री: डॉ. मोहन यादव
- उपमुख्यमंत्री: जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला
- महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री
- जनजातीय कार्य विभाग: कुंवर विजय शाह
- शहरी विकास और आवास: कैलाश विजयवर्गीय
- पंचायत और ग्रामीण विकास: प्रह्लाद पटेल
- लोक निर्माण विभाग: राकेश सिंह
- राजस्व: करण सिंह वर्मा
- अन्य प्रमुख मंत्री
- स्कूल शिक्षा एवं परिवहन: उदय प्रताप सिंह
- महिला एवं बाल विकास: निर्मला भूरिया
- ऊर्जा विभाग: प्रद्युम्न सिंह तोमर
- खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति: गोविंद सिंह राजपूत
- राज्य मंत्री
- शहरी विकास और आवास: प्रतिमा बागरी
- वन और पर्यावरण: दिलीप अहिरवार
- पंचायत और ग्रामीण विकास: राधा सिंह
उपचुनाव के नतीजों का राजनीतिक संदेश
विजयपुर उपचुनाव के परिणाम भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश लेकर आए हैं। यह दिखाता है कि मतदाता दलबदल को स्वीकार नहीं कर रहे हैं और अपने मूल पार्टी के प्रति वफादार हैं। रामनिवास रावत की हार भाजपा के लिए एक झटका साबित हुई है।
कैबिनेट में संभावित बदलाव
रावत के इस्तीफे के बाद, यह संभावना है कि मुख्यमंत्री मोहन यादव कैबिनेट में बदलाव कर सकते हैं। नए चेहरों को मौका दिया जा सकता है और कुछ मंत्रियों के विभाग बदले जा सकते हैं।
मध्य प्रदेश की राजनीति में विजयपुर उपचुनाव के परिणामों ने कैबिनेट के गणित को प्रभावित किया है। रामनिवास रावत की हार और उनके इस्तीफे ने भाजपा को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि जनता अब दलबदल को पसंद नहीं करती। यह घटना भाजपा और मुख्यमंत्री मोहन यादव के लिए एक सीख है कि जनसमर्थन बनाए रखने के लिए ईमानदारी और पारदर्शिता का पालन करना जरूरी है।
आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि मोहन यादव सरकार कैबिनेट में किस प्रकार के बदलाव करती है और राजनीतिक समीकरण कैसे आगे बढ़ते हैं।