Bhopal News: पर्यटन और शांति पर चर्चा… छात्रों ने दिए सुझाव, विधि विश्वविद्यालय ने MANIT को पीछे छोड़ा और फाइनल में पहुंचा

Bhopal News: विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर राजधानी भोपाल में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों के माध्यम से पर्यटन को संगठित, सुरक्षित और आनंददायक बनाए रखने के लिए सुझावों का एक नया बॉक्स खोला गया। इस अवसर पर होटल प्रबंधन संस्थान (IHM) द्वारा एक विशेष क्विज़ का आयोजन किया गया, जिसमें राजधानी के विभिन्न प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों के छात्रों ने भाग लिया। इस क्विज़ प्रतियोगिता के जरिए छात्रों ने पर्यटन और शांति के संबंध में अपने विचार और सुझाव प्रस्तुत किए।
पर्यटन और शांति: क्विज़ार्ड 3.0 का आयोजन
होटल प्रबंधन संस्थान (IHM), भोपाल द्वारा विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर “पर्यटन और शांति” विषय पर एक विशेष क्विज़ार्ड 3.0 का आयोजन किया गया। यह इंटर-कॉलेज क्विज़ प्रतियोगिता राजधानी के विभिन्न कॉलेजों के छात्रों के बीच आयोजित की गई। प्रतियोगिता में राजधानी के 7 प्रमुख कॉलेजों की टीमों ने हिस्सा लिया, जिनमें मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MANIT), राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (NLU) भोपाल, रविंद्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और भारतीय वन प्रबंधन संस्थान शामिल थे।
प्रतियोगिता का पहला चरण सूचनात्मक और मनोरंजक रहा, जिसमें 3 टीमों को बाहर कर दिया गया। इसके बाद मुख्य मुकाबला शीर्ष 4 टीमों के बीच हुआ। फाइनल में राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (NLU) की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए प्रतियोगिता जीत ली, जबकि मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MANIT) की टीम दूसरे स्थान पर रही।
ग्रामीण विकास पर विशेष जोर
इस समारोह में बांस उद्यमिता विकास फाउंडेशन के प्रबंध निदेशक डॉ. ए.के. भट्टाचार्य और अनुयाय शिक्षा और कल्याण सोसाइटी की संस्थापक माही भजनी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने इस अवसर पर भारत में पर्यटन के महत्व और इसके ग्रामीण विकास पर प्रभाव को लेकर विशेष चर्चा की।
उन्होंने कहा कि भारत का पर्यटन न केवल हमारी धरोहर है, बल्कि यह हमारी पहचान भी है। पर्यटन के माध्यम से हम विश्व मंच पर अपनी विशिष्ट पहचान बनाए रखने में सफल होते हैं। ग्रामीण पर्यटन के विकास से न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलता है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर भी पैदा होते हैं। अतिथियों ने यह भी बताया कि ग्रामीण पर्यटन से पारंपरिक कलाओं और शिल्पों को प्रोत्साहन मिलता है, जिससे हमारी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने में सहायता मिलती है।
IHM भोपाल के प्रधानाचार्य का संबोधन
आईएचएम भोपाल के प्रधानाचार्य डॉ. रोहित सरिन ने इस अवसर पर कहा कि हम पर्यटन उद्योग की संभावनाओं और चुनौतियों के प्रति जागरूकता बढ़ाना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि क्विज़ार्ड 3.0 हमारा एक ऐसा प्रयास है, जो युवाओं को पर्यटन से जुड़े ज्ञान को साझा करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
डॉ. रोहित सरिन ने कहा कि पर्यटन और शांति के बीच गहरा संबंध है। पर्यटन न केवल आर्थिक विकास को बढ़ावा देता है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक संतुलन को भी बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि पर्यटन क्षेत्र में काम करने वाले युवाओं को इस उद्योग के प्रति अधिक गंभीरता और ज्ञान की आवश्यकता है, ताकि वे भविष्य में इस क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव ला सकें।
विजेताओं का सम्मान
कार्यक्रम के अंत में विजेता टीम और उपविजेता टीम को आईएचएम द्वारा नकद पुरस्कार प्रदान किए गए। राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय की टीम को पहले स्थान के लिए पुरस्कृत किया गया, जबकि मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान की टीम को दूसरा स्थान मिला। दोनों टीमों को सम्मानित करने के साथ-साथ उन्हें आईएचएम भोपाल और लैमिंगटन बेकरी द्वारा उपहार भी दिए गए।
इसके अलावा, बाकी टीमों को प्रमाणपत्र दिए गए, ताकि वे भी इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रेरित महसूस करें।
छात्रों के सुझाव और विचार
इस क्विज़ प्रतियोगिता के दौरान, छात्रों ने पर्यटन को संगठित और सुरक्षित बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव प्रस्तुत किए। छात्रों ने बताया कि पर्यटन स्थलों की सुरक्षा और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए, ताकि पर्यटकों को एक अच्छा अनुभव मिल सके। इसके साथ ही, छात्रों ने स्थानीय समुदायों की भागीदारी बढ़ाने और उन्हें पर्यटन उद्योग से जोड़ने के सुझाव भी दिए।
इसके अलावा, छात्रों ने यह भी कहा कि पर्यटन उद्योग में तकनीकी नवाचारों का अधिक से अधिक उपयोग किया जाना चाहिए, ताकि पर्यटन स्थलों की जानकारी और सुरक्षा के उपायों को बेहतर बनाया जा सके। उन्होंने यह सुझाव भी दिया कि सरकार और निजी क्षेत्र को मिलकर काम करना चाहिए, ताकि पर्यटन उद्योग में रोजगार के अधिक अवसर पैदा हो सकें।