छत्तीसगढ़ से प्रयागराज के लिए कुंभ मेले के लिए चलेंगी ये विशेष ट्रेनें, रेलवे ने श्रद्धालुओं को दी खुशखबरी

रायपुर: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ में स्नान करने जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए रेलवे ने बड़ी खुशखबरी दी है। रेलवे ने कहा है कि देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 13,000 ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। इनमें से 3,000 विशेष ट्रेनें होंगी। इस कड़ी में छत्तीसगढ़ से प्रयागराज जाने वाली तीन विशेष ट्रेनों का शेड्यूल जारी किया गया है।
छत्तीसगढ़ से प्रयागराज जाने वाली विशेष ट्रेनें
अमर उजाला के अनुसार, रायगढ़-वाराणसी ट्रेन संख्या 08251 का संचालन 25 जनवरी 2025 से शुरू होगा। वापसी में यह ट्रेन 26 जनवरी को वाराणसी से रायगढ़ जाएगी।
- दुर्ग-वाराणसी ट्रेन संख्या 08791, 8 जनवरी को दुर्ग से चलाई जाएगी। यह ट्रेन प्रयागराज होते हुए वाराणसी पहुंचेगी और 9 जनवरी को वाराणसी से दुर्ग के लिए रवाना होगी।
- बिलासपुर-वाराणसी ट्रेन संख्या 08253 का संचालन 23 फरवरी से किया जाएगा। यह ट्रेन वाराणसी से बिलासपुर के लिए भी चलेगी।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी जानकारी
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को बताया कि महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रेलवे 13,000 ट्रेनों का संचालन करेगा। इनमें 3,000 विशेष ट्रेनें शामिल होंगी। रेल मंत्री ने बताया कि उन्हें उम्मीद है कि मेले के दौरान लगभग 1.5 से 2 करोड़ यात्री ट्रेन से प्रयागराज पहुंचेंगे।
प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर नई तकनीक का इस्तेमाल
रेल मंत्री ने यह भी कहा कि इस बार प्रयागराज में मोबाइल UTS (अनारक्षित टिकट प्रणाली) का उपयोग पहली बार किया जाएगा। यह प्रणाली पहले पुरी में रथ यात्रा के दौरान इस्तेमाल की गई थी।
महाकुंभ के लिए प्रयागराज-वाराणसी मार्ग पर रेलवे ट्रैक को डबल लाइन किया गया है। फाफामऊ-जंघई सेक्शन को भी डबल लाइन में परिवर्तित किया गया है। झांसी, फाफामऊ, प्रयागराज, सुबेदारगंज, नैनी और चिवकी स्टेशनों पर दूसरे प्रवेश द्वार बनाए गए हैं।
राम मंदिर कार्यक्रम और रथ यात्रा का अनुभव आया काम
रेल मंत्री ने बताया कि प्रयागराज स्टेशन पर काम राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम और पुरी रथ यात्रा के दौरान प्राप्त अनुभवों का उपयोग करते हुए किया गया है।
रेलवे की तैयारी से श्रद्धालुओं को राहत
रेलवे की इस तैयारी से महाकुंभ मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को बड़ी राहत मिलेगी। विशेष ट्रेनों का संचालन न केवल यात्रा को सुगम बनाएगा, बल्कि यात्री संख्या को संभालने में भी मदद करेगा।
महाकुंभ जैसा विशाल आयोजन रेलवे के लिए एक बड़ी चुनौती होती है, लेकिन रेलवे की ये नई योजनाएं और सुविधाएं इस बार मेले को सफल बनाने में सहायक सिद्ध होंगी।