Rajiv Gandhi Reservoir: छत्तीसगढ़ का सुंदर पर्यटन स्थल
Rajiv Gandhi Reservoir, जिसे खुडिया जलाशय भी कहा जाता है, छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में स्थित एक प्रमुख पर्यटक स्थल है। यह जलाशय मणियारी नदी पर तीन पहाड़ियों के बीच बना हुआ है और अपनी प्राकृतिक सुंदरता और मनमोहक दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है। यह स्थल न केवल अपने ऐतिहासिक महत्व के कारण बल्कि अपनी हरियाली, शांत वातावरण और पर्यटन के लिए भी दिन-प्रतिदिन लोकप्रिय हो रहा है।
जलाशय का इतिहास और महत्व
राजीव गांधी जलाशय का निर्माण ब्रिटिश शासन के दौरान 1927 में शुरू हुआ था, और 1930 में यह पूरी तरह से बनकर तैयार हुआ था। इसका मुख्य उद्देश्य कृषि कार्यों के लिए पानी की आपूर्ति करना था। पहले इसे खुडिया जलाशय के नाम से जाना जाता था, लेकिन बाद में यह जलाशय भारतीय प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर नामित किया गया।
यह जलाशय आज भी स्थानीय किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण जल स्रोत है, जिसका उपयोग वे अपनी कृषि भूमि की सिंचाई के लिए करते हैं। जलाशय का विशाल क्षेत्र और चारों ओर फैली हरियाली इसे एक आकर्षक पर्यटक स्थल बनाती है। यह जलाशय अब न केवल कृषि क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि पर्यटन के लिए भी एक बेहतरीन स्थल बन चुका है।
प्राकृतिक सुंदरता और आकर्षण
राजीव गांधी जलाशय की सबसे बड़ी विशेषता इसका विशाल आकार और इसके चारों ओर फैली हुई हरियाली है। जलाशय के पास तीन पहाड़ियां स्थित हैं, जो इसे एक अद्भुत प्राकृतिक दृश्य प्रदान करती हैं। दूर से देखने पर यह जलाशय समुद्र जैसा दृश्य प्रस्तुत करता है, क्योंकि इसके चारों ओर पहाड़ियों और पानी के विस्तार से एक समुद्र का एहसास होता है।
इस जलाशय के आसपास के इलाके में हरियाली से भरपूर वन्यजीव क्षेत्र है, जो पर्यटकों को शांति और सुकून का अनुभव प्रदान करता है। जलाशय में नाव की सवारी पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण है, जिसमें वे जलाशय के मध्य में जाकर प्राकृतिक सौंदर्य का पूरा आनंद ले सकते हैं। खासकर मानसून के दौरान, जब जलाशय में पानी की धारा गिरती है और पहाड़ियों की हरियाली में निखार आ जाता है, तब यह स्थल और भी खूबसूरत हो जाता है। इस समय जलाशय का दृश्य पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है।
कृषि और ऐतिहासिक महत्व
राजीव गांधी जलाशय का ऐतिहासिक और कृषि महत्व भी बहुत महत्वपूर्ण है। यह जलाशय किसानों के लिए एक जीवनदायिनी स्रोत है। मुंगेली जिले के किसान इस जलाशय से पानी लेकर अपनी फसलें सिंचते हैं। इसका निर्माण कृषि के उद्देश्यों के लिए किया गया था, और आज भी यह क्षेत्र के कृषि विकास में एक अहम भूमिका निभा रहा है।
इस जलाशय के आसपास स्थित इलाकों में कृषि कार्य बहुत उन्नत है, और जलाशय से सिंचाई की व्यवस्था होने के कारण यहाँ के किसान आत्मनिर्भर हुए हैं। जलाशय के पानी से न केवल कृषि कार्य को बल मिलता है, बल्कि यह आसपास के पर्यावरण को भी समृद्ध बनाता है। जलाशय के आसपास के क्षेत्र में ऊंचे-ऊंचे पहाड़ और हरियाली इसे और भी आकर्षक बनाते हैं।
पर्यटन स्थल और आसपास के आकर्षण
राजीव गांधी जलाशय केवल एक जलाशय नहीं है, बल्कि यह एक प्रमुख पर्यटक स्थल भी है। इसके आसपास कई अन्य दर्शनीय स्थल हैं, जो पर्यटकों के अनुभव को और भी खास बनाते हैं। इनमें से एक प्रमुख स्थल डोंगरी देवी मंदिर है, जो धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। डोंगरी देवी मंदिर एक प्रमुख तीर्थ स्थल है, जहां भक्तगण आकर पूजा-अर्चना करते हैं और अपने मनोरथ पूर्ण करते हैं।
जलाशय के पास स्थित पहाड़ियों और हरियाली से घिरी हुई प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को ट्रैकिंग और पिकनिक के लिए आदर्श स्थान प्रदान करती है। यहाँ के शांत वातावरण और मनोरम दृश्य पर्यटकों को मानसिक शांति और आनंद प्रदान करते हैं। इसके अलावा, इस क्षेत्र में आदिवासी संस्कृति और परंपराओं का भी अनुभव किया जा सकता है, जो इस क्षेत्र को और भी आकर्षक बनाता है।
नए साल पर बढ़ी पर्यटकों की संख्या
राजीव गांधी जलाशय के पर्यटक आकर्षण में पिछले कुछ सालों में काफी बढ़ोतरी हुई है। खासकर इस साल न्यू ईयर के अवसर पर हजारों पर्यटकों ने इस स्थल का दौरा किया। जलाशय का शांत वातावरण, नाव की सवारी, और आसपास की प्राकृतिक सुंदरता ने पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस स्थल की सफाई और अनुशासन की भी तारीफ की गई, क्योंकि पर्यटकों ने इस क्षेत्र की साफ-सफाई और व्यवस्था को बहुत सराहा।
नववर्ष के अवसर पर पर्यटकों के लिए विशेष आयोजनों का भी आयोजन किया गया था, जिससे यह स्थल और भी लोकप्रिय हुआ। जलाशय के किनारे पर बनी रास्तों पर चलने, पहाड़ियों की ऊंचाइयों से दृश्य देखने और स्थानीय संस्कृति को समझने का अवसर भी पर्यटकों को मिला।
राजीव गांधी जलाशय छत्तीसगढ़ का एक प्रमुख पर्यटन स्थल बन चुका है। इसकी प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक महत्व और शांत वातावरण पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। जलाशय की विशालता और इसके चारों ओर फैली हरियाली इसे एक आदर्श पर्यटन स्थल बनाती है। यहां की नाव की सवारी, ट्रैकिंग, और मंदिर जैसे अन्य आकर्षण पर्यटकों को यहां बार-बार आने के लिए प्रेरित करते हैं। इसके अलावा, यह जलाशय कृषि क्षेत्र के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है, जो स्थानीय किसानों की जीवनरेखा बना हुआ है।
इस जलाशय के दृश्य और पर्यावरण ने इसे न केवल एक पर्यटक स्थल, बल्कि एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर बना दिया है, जो आने वाले वर्षों में और भी अधिक लोकप्रिय होने की संभावना रखता है।