रुद्राक्ष महोत्सव और शिव महापुराण के लिए रेलवे ने चलायी मेला स्पेशल ट्रेन
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25 फरवरी से 3 मार्च तक जिले के चितवलिया हेमा में स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर और कुबेरश्वर महादेव मंदिर में रुद्राक्ष महोत्सव और शिव महापुराण का आयोजन किया जाएगा। इस धार्मिक महापर्व में लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए रेलवे ने उज्जैन महाकाल मंदिर और सेहोर कुबेरश्वर धाम की यात्रा के लिए 23 फरवरी से 4 मार्च तक मेला स्पेशल ट्रेन चलाने की व्यवस्था की है।
रुद्राक्ष महोत्सव की तैयारियां और श्रद्धालुओं की भारी भीड़
रुद्राक्ष महोत्सव और शिव महापुराण के आयोजन की तारीख नजदीक आते ही कुबेरश्वर धाम में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। महोत्सव की शुरुआत 25 फरवरी से होगी और इसके लिए शहर के होटलों, धर्मशालाओं और गेस्ट हाउसों में पहले ही दो दिन पहले से बुकिंग हो चुकी है। रुद्राक्ष महोत्सव के दौरान यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आवास की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, श्रद्धालु बसों के साथ-साथ ट्रेन और अपनी निजी गाड़ियों से भी सेहोर पहुंच रहे हैं, जिसके कारण ट्रेनों में भी भीड़ बढ़ गई है।
कुबेरश्वर धाम में रुद्राक्ष महोत्सव के दौरान श्रद्धालु विशेष रूप से पंडालों में अपना स्थान पहले से ही आरक्षित कर चुके हैं। धार्मिक आयोजन की धूम शहर में हर तरफ नजर आ रही है, और श्रद्धालु इस महोत्सव में अपनी श्रद्धा अर्पित करने के लिए तैयार हैं।
रेलवे द्वारा मेला स्पेशल ट्रेन की शुरुआत
रुद्राक्ष महोत्सव और महाशिवरात्रि के दौरान श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए पश्चिम रेलवे रतलाम डिवीजन ने मेला स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। रतलाम डिवीजन के जनसंपर्क अधिकारी केमराज मीना ने बताया कि यह ट्रेन विशेष रूप से उज्जैन और सेहोर में महाशिवरात्रि के दौरान रेलवे स्टेशन पर आने वाली अतिरिक्त भीड़ को संभालने के लिए चलाई जाएगी। यह मेला स्पेशल ट्रेन 23 फरवरी से 4 मार्च तक संचालित होगी।
मेला स्पेशल ट्रेन की समय सारणी
रेलवे द्वारा चलायी जाने वाली मेला स्पेशल ट्रेन की समय सारणी निम्नलिखित है:
- 09307 उज्जैन-भोपाल स्पेशल: यह ट्रेन उज्जैन से प्रतिदिन 5:35 बजे शाम को रवाना होकर 9:35 बजे रात में भोपाल पहुंचेगी। यह ट्रेन मकसी, शुजालपुर, सेहोर और संत हिरदाराम नगर होते हुए भोपाल जाएगी।
- 09308 भोपाल-उज्जैन स्पेशल: यह ट्रेन भोपाल से प्रतिदिन 10:20 बजे रात को रवाना होकर 2:20 बजे दिन में उज्जैन पहुंचेगी। इस ट्रेन का रूट संत हिरदाराम नगर, सेहोर, शुजालपुर और मकसी से होकर उज्जैन जाएगा।
इन विशेष ट्रेनों में कुल 16 कोच होंगे, जिनमें 10 स्लीपर क्लास और 4 जनरल क्लास के कोच होंगे। इन ट्रेनों का उद्देश्य यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को सुविधाजनक और सुरक्षित यात्रा प्रदान करना है।
पश्चिम रेलवे की तैयारी
पश्चिम रेलवे ने इस विशेष ट्रेन सेवा को शुरू करने से पहले यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता दी है। ट्रेनों के अतिरिक्त कोच, विशेष मार्ग और समय सारणी का निर्धारण श्रद्धालुओं के आवागमन को सरल बनाने के लिए किया गया है। रेलवे के अधिकारियों ने कहा है कि इस सेवा के जरिए श्रद्धालुओं को महाशिवरात्रि और रुद्राक्ष महोत्सव के दौरान उज्जैन और सेहोर तक पहुंचने में आसानी होगी।
धार्मिक आयोजन के लिए सुरक्षा व्यवस्थाएं
रुद्राक्ष महोत्सव और शिव महापुराण के आयोजन के दौरान श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए पुलिस और प्रशासन द्वारा सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। साथ ही, यातायात व्यवस्था को भी सुचारु रूप से चलाने के लिए उपाय किए गए हैं। रेलवे ने भी स्टेशन पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात करने और ट्रेनों की सतत निगरानी रखने का निर्णय लिया है ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
महाशिवरात्रि और रुद्राक्ष महोत्सव की धार्मिक महत्ता
महाशिवरात्रि और रुद्राक्ष महोत्सव हिन्दू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माने जाते हैं। इन आयोजनों में भाग लेकर श्रद्धालु भगवान शिव की उपासना करते हैं और उन्हें मोक्ष प्राप्ति का आशीर्वाद प्राप्त करने की कामना करते हैं। विशेष रूप से रुद्राक्ष महोत्सव का आयोजन शिव महापुराण से जुड़ा हुआ है, जिसमें भगवान शिव की आराधना और भक्ति संगीत का आयोजन किया जाता है। इस अवसर पर लाखों श्रद्धालु अपनी श्रद्धा व्यक्त करने के लिए विभिन्न धार्मिक आयोजनों में भाग लेते हैं।
रुद्राक्ष महोत्सव और शिव महापुराण के आयोजन से जुड़ी तैयारियों के मद्देनजर रेलवे द्वारा चलायी गई मेला स्पेशल ट्रेन श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण सुविधा साबित होगी। यह ट्रेन सेवा यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव प्रदान करेगी, जिससे वे अपने धार्मिक कर्तव्यों को निभा सकेंगे। इस महोत्सव और महाशिवरात्रि के आयोजन से जुड़ी सभी व्यवस्थाओं को देखते हुए, यह उम्मीद की जा रही है कि श्रद्धालुओं के लिए यह आयोजन एक अविस्मरणीय अनुभव बनेगा।