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उत्तर कोरिया का संविधान संशोधन, दक्षिण कोरिया को ‘दुश्मन राष्ट्र’ घोषित किया

उत्तर कोरिया ने अपने संविधान में संशोधन कर दक्षिण कोरिया को ‘दुश्मन राष्ट्र’ घोषित किया है। यह कदम उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन द्वारा लिए गए गंभीर निर्णयों में से एक है, जो दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को और बढ़ा सकता है। पिछले हफ्ते उत्तर कोरिया की संसद में दो दिवसीय बैठक के दौरान यह महत्वपूर्ण संशोधन किया गया।

संविधान संशोधन का पृष्ठभूमि

किम जोंग उन ने इस साल जनवरी में दक्षिण कोरिया के प्रति अपने देश की नीतियों में बदलाव की मांग की थी। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा था कि यदि दक्षिण कोरिया हमारी भूमि, वायु या जल क्षेत्र में किसी भी प्रकार का अतिक्रमण करता है, तो यह युद्ध का कारण बनेगा। उनके इस बयान ने दोनों देशों के बीच पहले से ही मौजूद तनाव को और बढ़ा दिया।

उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी, कोरियन सेंट्रल न्यूज़ एजेंसी (KCNA) के अनुसार, इस संविधान संशोधन से स्पष्ट हो गया है कि दक्षिण कोरिया को दुश्मन राष्ट्र के रूप में देखा जाएगा। यह कदम न केवल किम जोंग उन की मौजूदा नीतियों को मजबूत करता है, बल्कि दक्षिण कोरिया के प्रति उत्तर कोरिया के दृष्टिकोण में भी बदलाव लाता है।

पूर्व में जोड़ी गई सड़कें और रेल नेटवर्क

उत्तर कोरिया ने हाल ही में उन सभी सड़कें और रेल संपर्क तोड़ दिए हैं, जो कभी दोनों देशों को जोड़ते थे। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, किम जोंग उन के नेतृत्व में उत्तर कोरिया ने इन संपर्कों को तोड़कर एक मजबूत संदेश देने की कोशिश की है। यह कार्रवाई उन सभी संभावनाओं को समाप्त करती है जो द्विपक्षीय बातचीत या संवाद की ओर इशारा कर सकती थीं।

उत्तर कोरिया का संविधान संशोधन, दक्षिण कोरिया को 'दुश्मन राष्ट्र' घोषित किया

साथ ही, दक्षिण कोरियाई सेना ने मंगलवार को वीडियो फुटेज जारी किया, जिसमें उत्तर कोरियाई सैनिकों को उन सड़कों और रेल मार्गों पर विस्फोट करते हुए देखा गया। यह तस्वीरें यह स्पष्ट करती हैं कि उत्तर कोरिया अपनी सीमाओं को और अधिक सुरक्षित करने के लिए गंभीर है और वह किसी भी प्रकार के संवाद के लिए तैयार नहीं है।

किम जोंग उन का सैन्य दृष्टिकोण

किम जोंग उन के शासन के तहत उत्तर कोरिया ने कई बार दक्षिण कोरिया के खिलाफ सैन्य कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उनका ताजा बयान इस बात का संकेत है कि उत्तर कोरिया अपनी सैन्य ताकत को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। किम जोंग उन ने स्पष्ट किया है कि अगर दक्षिण कोरिया ने कोई भी नकारात्मक कदम उठाया, तो इसका परिणाम गंभीर होगा।

इस प्रकार के बयान न केवल दक्षिण कोरिया, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए भी चिंता का विषय हैं। किम जोंग उन का यह दृष्टिकोण दर्शाता है कि वह किसी भी स्थिति में अपने देश की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हैं, चाहे इसके लिए उन्हें आक्रामकता का सहारा लेना पड़े।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

उत्तर कोरिया के इस नए निर्णय ने वैश्विक स्तर पर चिंता बढ़ा दी है। दक्षिण कोरिया की सरकार ने इस मामले पर तत्काल प्रतिक्रिया दी है और इसे एक गंभीर स्थिति के रूप में देखा है। दक्षिण कोरिया ने अपने सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने का निर्णय लिया है, ताकि किसी भी प्रकार के हमले का सामना किया जा सके।

अंतरराष्ट्रीय समुदाय, विशेषकर संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन, ने इस स्थिति को लेकर चिंता व्यक्त की है। दोनों देशों ने उत्तर कोरिया से अपील की है कि वह बातचीत के लिए खुला रहे और तनाव को कम करने के लिए कदम उठाए।

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