मध्य प्रदेश

MP News: नेताजी की उम्र बढ़ने की बजाय घट रही है, 60 साल से 54 पर पहुंचे, गांववालों के साथ अधिकारी भी हैरान

MP News: मध्य प्रदेश के शहडोल जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक जनप्रतिनिधि की उम्र समय के साथ बढ़ने के बजाय घट रही है। सुनने में यह प्राकृतिक नियमों के खिलाफ लग सकता है, लेकिन दस्तावेजों में दर्ज आंकड़ों के अनुसार यह सच्चाई है। 2015 में जो नेता 60 साल के थे, वह अब 2024 में 54 साल के हो गए हैं। इस अजीबोगरीब घटना ने गांव वालों को भी हैरानी में डाल दिया है।

यह मामला रामसिया लखेर का है, जो शहडोल जिले के ग्राम पंचायत बहेरिया के सरपंच हैं। रामसिया की उम्र दस्तावेजों में साल-दर-साल घटती जा रही है। गांव के लोगों ने जब इस अनोखी घटना को देखा तो उनकी शिकायत अधिकारियों तक पहुंचाई, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।

कैसे उजागर हुआ उम्र घटने का रहस्य?

रामसिया लखेर की उम्र घटने का यह रहस्य तब सामने आया जब उन्होंने साल 2015 में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना के लिए आवेदन किया। उन्होंने उस समय अपनी उम्र 60 साल बताई थी और अपना जन्मतिथि 20 जुलाई 1955 बताया था। इसके आधार पर उन्हें पेंशन का लाभ मिलने लगा। लेकिन कुछ सालों बाद गांव वालों को शक हुआ, क्योंकि उनकी उम्र के हिसाब से वृद्धावस्था पेंशन के लाभार्थी बनने की पात्रता पर सवाल उठने लगे।

गांव वालों की शिकायत पर अधिकारियों ने जब जांच की, तो यह सामने आया कि रामसिया की असली जन्मतिथि 1 जनवरी 1970 है, जो उनकी 12वीं कक्षा की मार्कशीट में दर्ज है। इस जन्मतिथि के अनुसार, 2015 में रामसिया की उम्र केवल 45 साल थी, लेकिन उन्होंने अपने आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों में गलत जन्मतिथि दर्ज कर 60 साल की उम्र दिखाई।

कैसे हुआ घोटाला?

रामसिया लखेर ने आधार कार्ड और समग्र आईडी का उपयोग करके 2015 में वृद्धावस्था पेंशन योजना के लिए आवेदन किया। उस समय उनकी उम्र 60 साल दिखाकर पेंशन योजना का लाभ उठाया। लेकिन असल में उनकी उम्र 45 साल थी, जो उनकी कक्षा 12वीं की मार्कशीट में दर्ज है। उन्होंने आधार कार्ड में अपनी गलत जन्मतिथि दर्ज कर पेंशन योजना का फायदा उठाया।

MP News: नेताजी की उम्र बढ़ने की बजाय घट रही है, 60 साल से 54 पर पहुंचे, गांववालों के साथ अधिकारी भी हैरान

गांव वालों ने जब रामसिया की जन्मतिथि के इस विरोधाभास को देखा, तो उन्होंने जिला अधिकारियों को इसकी शिकायत की। अधिकारियों द्वारा की गई जांच में यह साबित हुआ कि रामसिया ने गलत जन्मतिथि के आधार पर वृद्धावस्था पेंशन का लाभ उठाया है।

अधिकारियों की जांच और निष्क्रियता

गांव वालों की शिकायत पर जिला अधिकारियों ने जांच की, जिसमें यह पुष्टि हुई कि रामसिया ने गलत जन्मतिथि का इस्तेमाल कर पेंशन का लाभ लिया है। इस मामले की रिपोर्ट जनपद पंचायत ब्याहरी से जिला पंचायत को भेजी गई थी और रामसिया के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई थी। लेकिन, जांच रिपोर्ट फाइलों में ही दबी रह गई और अभी तक रामसिया के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

गांव वालों ने दोबारा शिकायत की और इस बार उन्होंने जिला पंचायत से कार्रवाई की मांग की। उनका कहना है कि रामसिया ने जानबूझकर अपनी उम्र घटाकर सरकारी योजना का अनुचित लाभ उठाया है।

बढ़ता आक्रोश और कार्रवाई की मांग

गांव वालों का आक्रोश इस मुद्दे पर बढ़ता जा रहा है। उनका कहना है कि अगर कोई साधारण व्यक्ति होता तो उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई होती, लेकिन रामसिया के मामले में अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं। गांव वाले चाहते हैं कि सरपंच रामसिया लखेर के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो और उन्हें सरपंच पद से हटाया जाए।

इस मामले में गांव वालों का कहना है कि ऐसे व्यक्ति को जनप्रतिनिधि बने रहने का कोई हक नहीं है, जिसने सरकारी योजनाओं का अनुचित लाभ उठाया हो और अपनी उम्र को लेकर धोखाधड़ी की हो।

प्रशासनिक उदासीनता

हालांकि, प्रशासन की ओर से इस मामले में अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। दो बार जनपद पंचायत ने जिला पंचायत को रामसिया लखेर के खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्र भेजा, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

यह घटना सिर्फ एक व्यक्ति की धोखाधड़ी का मामला नहीं है, बल्कि यह बताती है कि सरकारी योजनाओं का कैसे गलत फायदा उठाया जा सकता है और किस प्रकार भ्रष्टाचार की जड़ें गहरी हो सकती हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button

Discover more from Media Auditor

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue Reading

%d