छत्तीसगढ

छत्तीसगढ़ में ACB और EOW की बड़ी कार्रवाई, बीजापुर और सुकमा में कई ठिकानों पर छापे

छत्तीसगढ़ के बीजापुर और सुकमा जिलों में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) और आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) की टीमों ने अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की है। हालांकि, इस संबंध में अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। सूत्रों के मुताबिक, यह छापेमारी भ्रष्टाचार और आर्थिक अनियमितताओं को लेकर की जा रही है।

जगदलपुर में तीन जगहों पर ACB की छापेमारी

जानकारी के अनुसार, ACB की टीम ने जगदलपुर में तीन जगहों पर छापा मारा। इसमें बीजापुर जिले में पदस्थ जनजातीय विकास विभाग के सहायक आयुक्त आनंद जी सिंह के आवास पर भी छापेमारी की गई। इसके अलावा, धारमपुरा इलाके में स्थित उनके आवास, बैल बाजार में उनके दो रिश्तेदारों के घर और धारमपुरा के एक अन्य ठिकाने पर भी छापेमारी की गई।

सुकमा जिले में कई व्यापारियों और DFO के ठिकानों पर छापे

सूत्रों के अनुसार, ACB और EOW की टीमों ने सुकमा जिले में भी कई स्थानों पर छापेमारी की है। बताया जा रहा है कि सुकमा के जिला वन अधिकारी (DFO) सहित कई व्यापारियों के ठिकानों पर कार्रवाई की जा रही है। इसके अलावा, सुकमा जिले के कोंटा और छिंदगढ़ ब्लॉक में भी पूछताछ जारी है।

छत्तीसगढ़ में ACB और EOW की बड़ी कार्रवाई, बीजापुर और सुकमा में कई ठिकानों पर छापे

क्या है इस छापेमारी का कारण?

हालांकि, अभी तक आधिकारिक तौर पर यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि यह छापेमारी किस खास मामले से जुड़ी हुई है। लेकिन, माना जा रहा है कि यह कार्रवाई भ्रष्टाचार और आर्थिक अनियमितताओं के मामलों को लेकर की गई है। जनजातीय विकास विभाग और वन विभाग के अधिकारियों पर अक्सर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं, जिसके चलते यह छापेमारी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

पूछताछ जारी, कई अहम सुराग मिलने की संभावना

सूत्रों की मानें तो ACB और EOW की टीमों ने कई अहम दस्तावेजों और डिजिटल डेटा को जब्त किया है। फिलहाल, अधिकारियों और व्यापारियों से पूछताछ की जा रही है। इस छापेमारी के बाद यह अनुमान लगाया जा रहा है कि भ्रष्टाचार से जुड़े बड़े खुलासे हो सकते हैं।

आगे की कार्रवाई क्या होगी?

ACB और EOW की टीमों की यह छापेमारी पूरे छत्तीसगढ़ में एक बड़ा संदेश दे रही है। यदि इस जांच में किसी अधिकारी या व्यापारी के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिलते हैं, तो उनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किए जा सकते हैं और उनकी संपत्तियों की जांच भी हो सकती है।

छत्तीसगढ़ में ACB और EOW की इस कार्रवाई से भ्रष्ट अधिकारियों और व्यापारियों के बीच हड़कंप मच गया है। बीजापुर, सुकमा और जगदलपुर में की गई छापेमारी से यह साफ संकेत मिलता है कि सरकार और प्रशासन भ्रष्टाचार के मामलों में सख्ती बरत रहा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस छापेमारी के बाद कौन-कौन से नाम सामने आते हैं और कितने लोगों पर कार्रवाई होती है।

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