महाकाल मंदिर: उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में मुफ्त VIP सेवा रोकी, दर्शन घोटाले के बीच बड़ा फैसला
उज्जैन के प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में अब मुफ्त VIP सेवा को बंद कर दिया गया है। यह निर्णय मंदिर में हो रहे दर्शन घोटाले के बाद लिया गया है। महाकालेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष और उज्जैन के कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि मंदिर की आय में भी अब बढ़ोतरी हो रही है, क्योंकि नियमों का पालन सख्ती से किया जा रहा है और भक्तों से अवैध रूप से पैसे लेने की घटनाओं को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं।
दर्शन घोटाले में 10 लोग गिरफ्तार
महाकालेश्वर मंदिर में भक्तों से अवैध रूप से पैसे लेकर उन्हें विशेष सुविधाएं देने के मामले में अब तक 10 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इनमें से 8 लोग महाकालेश्वर मंदिर समिति के कर्मचारी हैं। इन कर्मचारियों पर आरोप है कि उन्होंने भक्तों से रिश्वत लेकर विभिन्न प्रकार की सुविधाएं प्रदान की, जिनके लिए मंदिर समिति द्वारा पहले से निर्धारित शुल्क लिया जाता था। इस मामले में गिरफ्तार होने वालों में राकेश, विनोद, राजेंद्र सिंह, अभिषेक भार्गव, राजकुमार और अन्य कर्मचारी शामिल हैं।
मंदिर समिति की बढ़ती आय
महाकालेश्वर मंदिर समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जुंवाल ने बताया कि मंदिर में जल्दी दर्शन कराने के लिए भक्तों को 250 रुपये का रसीद जारी किया जा रहा है। इसके अलावा, प्रोटोकॉल दर्शन के लिए भी 250 रुपये की रसीद दी जा रही है, ताकि भक्तों को जल्दी दर्शन मिल सके। मंदिर समिति के नियमों का कड़ाई से पालन किया जा रहा है, जिससे न केवल भक्तों को सुविधा मिल रही है, बल्कि मंदिर की आय में भी इजाफा हो रहा है।
नई साल पर बढ़ने वाली भक्तों की संख्या
उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर में नए साल के मौके पर भक्तों की संख्या में भारी वृद्धि की संभावना है। इस मौके पर मंदिर समिति ने विशेष तैयारियां की हैं। महाकालेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष और उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि नए साल के अवसर पर 10 लाख से अधिक भक्तों के मंदिर आने की उम्मीद है। इसके लिए प्रशासन और मंदिर समिति ने व्यापक तैयारियां की हैं, ताकि भक्तों को कोई असुविधा न हो।
भक्तों से पैसे लेने की घटनाएं रोकने के लिए कड़े कदम
उज्जैन पुलिस के अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर में “किलो” नामक एक गिरोह सक्रिय था, जो भक्तों से अवैध तरीके से पैसे लेता था और उन्हें विशेष सुविधाएं प्रदान करता था। इन सुविधाओं के लिए मंदिर समिति द्वारा पहले से निर्धारित शुल्क था, लेकिन यह गिरोह भक्तों से अधिक पैसे लेकर उन्हें फर्जी सुविधाएं प्रदान करता था। पुलिस ने अब तक इस मामले में 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और जांच जारी है।
नई साल के लिए विशेष बैठक और तैयारियां
महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक अनुराग जैन ने बताया कि नए साल के मौके पर मंदिर आने वाले भक्तों के लिए विशेष तैयारियां की गई हैं। इस मौके पर 10 लाख से अधिक भक्तों के आने की संभावना है, जिसके लिए मंदिर प्रशासन और पुलिस प्रशासन दोनों ने मिलकर व्यापक सुरक्षा और व्यवस्थाएं सुनिश्चित की हैं। मंदिर में दर्शन करने के लिए आने वाले भक्तों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं।
सिस्टम में बदलाव और भक्तों की सुविधा
मंदिर में अब सभी प्रकार की सुविधाओं के लिए निर्धारित शुल्कों का पालन किया जाएगा। इस बदलाव से भक्तों को उनकी सुविधा के हिसाब से तय शुल्क पर ही सेवाएं मिलेंगी, और उन्हें किसी प्रकार की अवैध वसूली का सामना नहीं करना पड़ेगा। महाकालेश्वर मंदिर समिति ने यह कदम उठाया है ताकि मंदिर की प्रतिष्ठा बनी रहे और भक्तों को किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बचाया जा सके।
महाकालेश्वर मंदिर के भविष्य के लिए कदम
मंदिर प्रशासन ने दर्शन की व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के लिए कई सुधारात्मक कदम उठाए हैं। भविष्य में मंदिर के सभी मामलों में पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी और भक्तों से कोई भी अवैध वसूली नहीं की जाएगी। मंदिर समिति का यह निर्णय भक्तों के लिए राहत लेकर आया है, क्योंकि अब वे बिना किसी दबाव के अपनी श्रद्धा से मंदिर दर्शन कर सकेंगे।
महाकालेश्वर मंदिर में मुफ्त VIP सेवा पर रोक लगाने का फैसला दर्शन घोटाले के बीच लिया गया है। अब मंदिर की आय में वृद्धि हो रही है और भक्तों को उचित सेवाएं मिल रही हैं। पुलिस ने अब तक इस मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से अधिकांश मंदिर के कर्मचारी हैं। नए साल के मौके पर मंदिर में आने वाले भक्तों के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं और प्रशासन ने इस मामले में कड़ी निगरानी रखना शुरू कर दिया है।