बुंदेलखंड की तरक्की का नया अध्याय लिखेगी केन-बेतवा लिंक परियोजना
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सागर गौरव दिवस और जनकल्याण पर्व के अवसर पर कहा कि केन-बेतवा लिंक परियोजना बुंदेलखंड की तस्वीर और तकदीर को बदल देगी। यह परियोजना 25 दिसंबर को भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री, स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर शुरू होगी। मुख्यमंत्री ने इस ऐतिहासिक अवसर पर सागर के नाम को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित करने वाले व्यक्तित्वों को सम्मानित करते हुए अपनी खुशी व्यक्त की।
परियोजना का महत्व
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बुंदेलखंड की भूमि महाराजा छत्रसाल और आल्हा-ऊदल के पराक्रम और बलिदान के लिए जानी जाती है। अब इस क्षेत्र के लिए एक नया इतिहास लिखा जाएगा जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छतरपुर जिले के खजुराहो में केन-बेतवा लिंक परियोजना का भूमि पूजन करेंगे। यह परियोजना न केवल क्षेत्र में पानी की कमी को दूर करेगी बल्कि कृषि, रोजगार और जल संसाधनों के क्षेत्र में भी क्रांतिकारी बदलाव लाएगी।
सागर गौरव दिवस पर सम्मान समारोह
मुख्यमंत्री ने सागर के गौरव दिवस के अवसर पर सागर के उन महान व्यक्तित्वों को सम्मानित किया जिन्होंने सागर को देश-विदेश में प्रसिद्ध किया। इनमें पद्मश्री लोक कलाकार रामसहाय पांडेय, अभिनेता गोविंद नामदेव, मेजर जनरल कृष्णन, पूर्व आईएएस अरुण भट्ट, वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. स्कंद त्रिवेदी, आईआरएस गौरव भरिल्ल, आईआरएस अनुप जैन और सेवानिवृत्त पीसीसीएफ रमेश के. डेव शामिल हैं। इन सभी को शॉल, नारियल और डॉ. हरिसिंह गौर की प्रतिमा भेंट कर सम्मानित किया गया।
सागर में विकास कार्यों का उद्घाटन और भूमि पूजन
सागर में विकास कार्यों के तहत मुख्यमंत्री ने लख़ा बंजारा झील के पुनर्निर्माण और सौंदर्यीकरण कार्यों का उद्घाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने स्मार्ट सिटी गवर्नेंस/नगर पालिका निगम कार्यालय और दो जोनल केंद्रों का उद्घाटन किया। जिला अस्पताल सागर में निर्माणाधीन 100 बिस्तरों वाले अस्पताल सहित कई विकास कार्यों का भूमि पूजन भी किया गया।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत मुख्यमंत्री ने 24 लाख से अधिक लाड़ली बहनों के खातों में 26 करोड़ रुपये से अधिक की राशि स्थानांतरित की। यह कार्य क्षेत्र की महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
लख़ा बंजारा झील का ऐतिहासिक महत्व
लख़ा बंजारा झील के पुनर्निर्माण पर बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लख़ा बंजारा ने पानी की समस्या से जूझ रहे लोगों को राहत देने के लिए यह झील बनवाई थी। यह उनका एक महान कार्य था जिसे हमेशा याद रखा जाएगा। मुख्यमंत्री ने लख़ा बंजारा की महानता को नमन किया और कहा कि इस झील के पुनर्निर्माण और सौंदर्यीकरण से सागर शहर का जलस्तर संतुलित रहेगा।
दोहरे इंजन की सरकार का प्रभाव
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि सागर में विकास के लिए राज्य सरकार ने कई पुनरुद्धार कार्य किए हैं। उन्होंने बताया कि सागर में 100 करोड़ रुपये से अधिक की विकास योजनाओं के पुनर्निर्माण और सौंदर्यीकरण के कार्य पूरे हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने सागर को अपना पैतृक स्थान बताते हुए अपनी बचपन की यादें साझा कीं। उन्होंने कहा कि उनके पिता सागर में महार रेजिमेंट में तैनात थे और उनका इस भूमि से गहरा नाता है। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. यादव और उनकी टीम द्वारा राज्य के विकास के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की।
बुंदेलखंड के लिए नई उम्मीदें
केन-बेतवा लिंक परियोजना बुंदेलखंड के लोगों के लिए एक नई उम्मीद बनकर आई है। यह परियोजना न केवल जल संकट का समाधान करेगी बल्कि क्षेत्र में कृषि, उद्योग और रोजगार के अवसरों को भी बढ़ावा देगी। प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री यादव की इस ऐतिहासिक पहल से बुंदेलखंड के विकास की एक नई गाथा लिखी जाएगी।
सागर गौरव दिवस और जनकल्याण पर्व के अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने क्षेत्र के विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। केन-बेतवा लिंक परियोजना और अन्य विकास कार्यों के माध्यम से राज्य सरकार बुंदेलखंड के समग्र विकास की दिशा में अग्रसर है। इस ऐतिहासिक पहल से क्षेत्र के लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा और बुंदेलखंड की धरती पर विकास की नई रोशनी बिखरेगी।