Israel Army ने गाजा के केंद्रीय और उत्तरी हिस्सों में घातक हमला किया, 100 आतंकवादियों को मार गिराने का दावा
Israel Army ने गाजा के केंद्रीय और उत्तरी हिस्सों में हमला किया, जिसमें दर्जनों लोगों की मौत हो गई है और हजारों लोग बमबारी के कारण अपने घरों में फंसे हुए हैं। फिलिस्तीनी अधिकारियों ने इस जानकारी को साझा किया है। पिछले एक साल से चल रहे युद्ध में अब तक 42 हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि उसने जबालिया से 40 शव और उत्तरी हिस्से से 14 शव बरामद किए हैं। यह आंकड़ा रविवार से मंगलवार तक का है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि मरने वालों की संख्या और अधिक हो सकती है क्योंकि कई शव मलबे के नीचे दबे हुए हैं और कुछ ऐसे इलाकों में हैं, जहां पहुंचना संभव नहीं है।
आतंकवादियों का सफाया करने का दावा
इज़राइली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हागारी ने कहा कि इज़राइली सेना जबालिया में कार्रवाई कर रही थी ताकि हमास को फिर से संगठित होने से रोका जा सके, और उन्होंने करीब 100 आतंकवादियों को मार गिराया है। हालांकि, उन्होंने इस दावे के समर्थन में कोई सबूत नहीं दिया। इज़राइल का कहना है कि वह केवल आतंकवादियों को निशाना बनाता है और नागरिकों की मौत के लिए हमास जिम्मेदार है।
हमास और हिज़बुल्लाह के साथ जंग
करीब एक साल पहले, हमास के नेतृत्व वाले आतंकवादियों ने इज़राइल की सुरक्षा को तोड़ते हुए अचानक हमला किया था, जिसमें कम से कम 1,200 लोगों की मौत हो गई थी। इसके अलावा, आतंकवादियों ने 250 अन्य लोगों को अगवा कर लिया था। उनके पास अभी भी कम से कम 100 लोग बंधक के रूप में गाजा में हैं। इज़राइल अब गाजा में हमास और लेबनान में उसके सहयोगी हिज़बुल्लाह के साथ युद्ध कर रहा है।
हमास और नागरिक हताहत
हमास के खिलाफ चल रहे इस युद्ध में गाजा में बड़ी संख्या में नागरिकों की मौत हो रही है। हालांकि, इज़राइल का कहना है कि वह नागरिकों को निशाना नहीं बनाता, बल्कि हमास नागरिक क्षेत्रों से अपनी गतिविधियों का संचालन करता है, जिसके कारण नागरिकों की मौत हो रही है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि हमलों के कारण कई घर तबाह हो चुके हैं और मलबे में लोग फंसे हुए हैं।
गंभीर मानवीय संकट
इस युद्ध के चलते गाजा में मानवीय संकट और गहरा गया है। वहां की स्वास्थ्य सुविधाएं ध्वस्त हो चुकी हैं और पीने के पानी तथा खाने-पीने की चीजों की भारी कमी है। अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने गाजा के नागरिकों के लिए मदद पहुंचाने की अपील की है, लेकिन युद्ध की स्थिति के कारण यह संभव नहीं हो पा रहा है। इस संघर्ष में दोनों पक्षों के बीच कोई हल निकलता नहीं दिख रहा है, जिससे भविष्य में भी इस इलाके में संघर्ष की आशंका बनी हुई है।
इज़राइल का रुख और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इज़राइल ने यह साफ कर दिया है कि वह हमास के आतंकवादी नेटवर्क को तबाह करने तक युद्ध जारी रखेगा। वहीं, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इस संघर्ष को लेकर विभाजित है। कुछ देशों ने इज़राइल के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया है, तो वहीं कई देश गाजा में हो रही नागरिक मौतों की निंदा कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठन दोनों पक्षों से शांति की अपील कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस समाधान निकलता नहीं दिख रहा है।
स्थिति का राजनीतिक और सामाजिक असर
इस युद्ध का इज़राइल और फिलिस्तीन के बीच के संबंधों पर गहरा असर पड़ रहा है। गाजा के लोग इस युद्ध से बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। वहीं, इज़राइल के भीतर भी इस युद्ध को लेकर राजनीतिक विभाजन दिखाई दे रहा है। सरकार और विपक्ष के बीच इस संघर्ष को लेकर बहस छिड़ी हुई है।