Indore: सरवटे-गंगवाल बस स्टैंड रोड निर्माण में बाधक निर्माण ढहाए गए, नागरिकों का विरोध
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Indore: सरवटे और गंगवाल बस स्टैंड को जोड़ने वाली सड़क के निर्माण का कार्य तीन साल पहले शुरू हुआ था, लेकिन अब तक बाधक निर्माण नहीं हटाए गए थे। रविवार को नगर निगम की टीम ने कार्रवाई करते हुए दो पोकलेन, जेसीबी और 50 से अधिक श्रमिकों की मदद से इन बाधक हिस्सों को हटाने की मुहिम चलाई। इस दौरान 15 से अधिक बाधक निर्माण तोड़े गए।
अब नगर निगम उन हिस्सों में सड़क बनाएगा, जहां पर्याप्त चौड़ाई उपलब्ध है। हालांकि, स्थानीय निवासियों ने इस कार्रवाई का विरोध किया। उनका कहना था कि तीन साल पहले भी कई अवैध निर्माण तोड़े गए थे, लेकिन तब से लेकर अब तक सड़क नहीं बनी, फिर लोगों के घर क्यों गिराए जा रहे हैं?
तीन साल से रुका था निर्माण, अब फिर तोड़े जा रहे निर्माण
अधिकारियों का कहना है कि मास्टर प्लान के अनुसार सड़क की चौड़ाई तय की गई है और केवल उसी क्षेत्र में निर्माण हटाए जा रहे हैं। सरवटे और गंगवाल बस स्टैंड के बीच मच्छी बाजार, बियाबानी और जूनी इंदौर इलाके में पहले ही 80 से अधिक निर्माण हटाए जा चुके हैं। अब रविवार को पांच से आठ फीट तक की बाधा वाले मकानों को ढहाया गया। कई दो-तीन मंजिला मकान सड़क चौड़ीकरण में बाधक थे, जिन्हें पोकलेन की मदद से गिराया गया।
नगर निगम का कहना है कि अभी भी पूरे मार्ग पर 40 से अधिक अवैध निर्माण हैं, जिन्हें आगामी दिनों में हटाया जाएगा।
सिंहस्थ मेले के लिए हो रहा चौड़ीकरण
नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि अगले सिंहस्थ मेले के दौरान इस मार्ग पर यातायात बढ़ने वाला है, इसलिए सड़क को चौड़ा किया जा रहा है। यातायात सुगम बनाने के लिए यह कार्रवाई आवश्यक है। नगर निगम द्वारा कई जगह होल्डिंग एरिया बनाए जा रहे हैं और पार्किंग सुविधाएं भी विकसित की जा रही हैं।
अधिकारियों का कहना है कि यह सड़क बनने से शहरवासियों को सुविधा होगी और दोनों बस स्टैंड के बीच यात्रा सुगम होगी।
नागरिकों का विरोध: ‘सड़क नहीं बनी तो क्यों गिराए जा रहे घर?’
रविवार को जब नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची तो कई स्थानीय निवासियों ने इसका विरोध किया। उनका कहना था कि तीन साल पहले जब पहली बार अवैध निर्माण हटाए गए थे, तब से लेकर अब तक सड़क नहीं बनी। ऐसे में फिर से निर्माण गिराने का क्या औचित्य है?
स्थानीय निवासी रामकिशोर गुप्ता ने कहा, “नगर निगम केवल मकान तोड़ने का काम कर रहा है, लेकिन सड़क निर्माण की कोई गति नहीं दिख रही। पहले यह सुनिश्चित किया जाए कि सड़क का निर्माण पूरा किया जाएगा।”
वहीं, नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि सड़क चौड़ीकरण के लिए पहले बाधक निर्माण हटाने जरूरी हैं। निर्माण हटाने के बाद ही तेजी से सड़क बनाने का कार्य शुरू होगा।
सिरपुर तालाब के कैचमेंट एरिया में बने अवैध मकान भी तोड़े
रविवार को नगर निगम ने सिरपुर तालाब के कैचमेंट क्षेत्र में बने सात मकानों को भी तोड़ा। यह क्षेत्र ग्रीन बेल्ट में आता है और यहां अवैध निर्माण किए जा रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि यहां कई मकान निर्माणाधीन भी थे, जिन्हें भी तोड़ा गया।
नगर निगम का कहना है कि सिरपुर तालाब का जलस्तर बनाए रखने और पर्यावरण संरक्षण के लिए यह कार्रवाई आवश्यक थी।
नगर निगम की सख्त कार्रवाई जारी रहेगी
नगर निगम का कहना है कि सड़क निर्माण में बाधा बनने वाले सभी अवैध निर्माण हटाए जाएंगे। मास्टर प्लान के अनुसार निर्धारित चौड़ाई से ज्यादा जगह घेरने वाले निर्माणों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
नगर निगम आयुक्त का कहना है कि, “शहर के विकास कार्यों में बाधा बनने वाले निर्माणों को हटाने का कार्य लगातार जारी रहेगा। आम जनता को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए उचित प्रबंध किए जाएंगे।”
सरवटे-गंगवाल बस स्टैंड को जोड़ने वाली सड़क के निर्माण में हो रही देरी को देखते हुए नगर निगम ने बाधक निर्माण हटाने की प्रक्रिया फिर से तेज कर दी है। रविवार को 15 से अधिक निर्माण तोड़े गए, जबकि आगे और 40 निर्माण हटाने की योजना है।
हालांकि, नागरिकों ने इस कार्रवाई का विरोध करते हुए कहा है कि पहले भी निर्माण तोड़े गए थे, लेकिन सड़क अब तक नहीं बनी। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि सड़क निर्माण की प्रक्रिया शीघ्र शुरू होगी और अगले सिंहस्थ मेले से पहले यह मार्ग पूरी तरह सुचारु हो जाएगा।
इसी बीच, सिरपुर तालाब के ग्रीन बेल्ट क्षेत्र में भी नगर निगम ने कार्रवाई करते हुए अवैध रूप से बने सात मकानों को ध्वस्त किया। प्रशासन की यह मुहिम आने वाले दिनों में और तेज हो सकती है, जिससे शहर के विकास कार्यों को गति मिल सके।