इंदौर में सोने की कीमत में बढ़ोतरी, निवेशकों के लिए सुरक्षित निवेश का विकल्प
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भले ही भारतीय शेयर बाजार में मंदी का माहौल बना हुआ हो, लेकिन इंदौर में सोने की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। गुरुवार को इंदौर में सोने की कीमत 87,020 रुपये प्रति दस ग्राम तक पहुंच गई, जो पिछले कुछ महीनों में देखी गई उच्चतम कीमतों में से एक है। इस समय इंदौर में शादी-ब्याह के मौसम का प्रभाव भी देखा जा रहा है, जिसके कारण हल्के सोने के आभूषणों की मांग में इजाफा हुआ है।
सोनारों का कहना है कि सोने की कीमत 90,000 रुपये तक पहुंच सकती है
सोने से जुड़े व्यापारियों का कहना है कि यह बढ़ोतरी जारी रह सकती है और कीमत 90,000 रुपये प्रति दस ग्राम तक जा सकती है। शेयर बाजार में गिरावट के कारण निवेशक अब सोने को एक सुरक्षित निवेश के रूप में देख रहे हैं। यही कारण है कि सोने की कीमतें बढ़ रही हैं, क्योंकि लोग अपनी पूंजी को सुरक्षित रखने के लिए अब सोने में निवेश करने को प्राथमिकता दे रहे हैं।
इंदौर सराफा एसोसिएशन के मुताबिक, पिछले सात महीनों में सोने की कीमत इंदौर में 11,000 रुपये प्रति दस ग्राम बढ़ी है। 1 जनवरी 2025 को इंदौर में सोने की कीमत 76,000 रुपये प्रति दस ग्राम थी, जो अब बढ़कर 87,000 रुपये प्रति दस ग्राम हो गई है। इस बढ़ोतरी के पीछे बाजार में निवेशकों की बढ़ती रुचि और अन्य आर्थिक कारक मुख्य कारण हैं।
सोने के मूल्य में वृद्धि के अन्य कारण
इन कीमतों में वृद्धि का एक और महत्वपूर्ण कारण अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में की गई कटौती और डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी है। जब अमेरिकी केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में कटौती करता है, तो इससे सोने की कीमतों में उछाल आता है, क्योंकि निवेशक सोने को एक सुरक्षित आश्रय के रूप में मानते हैं। साथ ही, डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी ने भी सोने की कीमतों को और बढ़ा दिया है, क्योंकि भारत में सोने का आयात डॉलर में होता है, और रुपये की कमजोरी से आयातित सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं।
विदेशी बैंक भी सोने की खरीदारी में जुटे
सोने की बढ़ती कीमतों को लेकर विदेशी बैंकों ने भी सोने की खरीदारी शुरू कर दी है। इस स्थिति ने भारतीय बाजार में सोने की मांग को और बढ़ा दिया है। इंदौर में सराफा व्यापारियों का कहना है कि विदेशी बैंकों की खरीदारी भी सोने की कीमतों में तेजी का एक प्रमुख कारण बनी है।
चांदी की कीमत में भी हुई बढ़ोतरी
सोने के अलावा, चांदी की कीमतों में भी इंदौर में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी जा रही है। पिछले सात महीनों में चांदी की कीमत में 14,000 रुपये प्रति किलोग्राम की वृद्धि हुई है। वर्तमान में चांदी की कीमत 94,940 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है, और विशेषज्ञों का कहना है कि चांदी की कीमत एक लाख रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकती है।
निवेशकों का बढ़ा उत्साह
सोने की बढ़ती कीमतों ने निवेशकों के बीच भी उत्साह का माहौल बना दिया है। निवेशक सोने में अपनी पूंजी का निवेश कर रहे हैं, ताकि वे बाजार में गिरावट के बावजूद अच्छा मुनाफा कमा सकें। व्यापारियों का कहना है कि सोने की कीमतों में इस बढ़ोतरी के कारण ‘लागन सराई’ (शादी-ब्याह के अवसर पर सोने की बिक्री) पर असर पड़ा है, लेकिन इसके बावजूद निवेशकों के बीच उत्साह और निवेश की गति बढ़ी है।
आने वाले दिनों में और वृद्धि की संभावना
व्यापारी और विशेषज्ञ मानते हैं कि आने वाले दिनों में सोने और चांदी की कीमतों में और वृद्धि हो सकती है। जहां सोने की कीमत 90,000 रुपये प्रति दस ग्राम तक पहुंचने का अनुमान है, वहीं चांदी की कीमत भी एक लाख रुपये प्रति किलोग्राम के आसपास जा सकती है। इस वृद्धि के बावजूद, निवेशक सोने और चांदी को अपने निवेश पोर्टफोलियो का हिस्सा बनाकर सुरक्षित निवेश के रूप में देख रहे हैं।
व्यापारी क्या कह रहे हैं?
इंदौर के सराफा व्यापारियों का कहना है कि हालात ऐसे हैं कि अगले कुछ महीनों में सोने और चांदी की कीमतों में और भी तेजी देखने को मिल सकती है। उन्होंने बताया कि बाजार में मंदी के बावजूद सोने की बढ़ती कीमतों ने उन्हें उम्मीद दी है कि आगे चलकर सोने के आभूषणों की बिक्री में भी सुधार हो सकता है। हालांकि, शादी-ब्याह के सीजन में हल्के आभूषणों की मांग पहले ही बढ़ चुकी है।
निवेशकों के लिए सलाह
विशेषज्ञों का कहना है कि सोने और चांदी में निवेश करना एक सुरक्षित विकल्प हो सकता है, खासकर जब बाजार में गिरावट हो। हालांकि, निवेशकों को यह सलाह दी जा रही है कि वे सोने और चांदी के निवेश के लिए लंबी अवधि का दृष्टिकोण अपनाएं, क्योंकि कीमतों में उतार-चढ़ाव आता रहता है। साथ ही, निवेशकों को अपनी पूंजी का एक बड़ा हिस्सा सोने और चांदी जैसे स्थिर निवेश विकल्पों में डालने से पहले बाजार की स्थिति और संभावनाओं पर अच्छी तरह से विचार करना चाहिए।
इंदौर में सोने और चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी के कई कारण हैं, जिनमें बाजार में मंदी, रुपये की कमजोरी, और विदेशी बैंकों की खरीदारी प्रमुख हैं। इसके साथ ही, शादी-ब्याह के मौसम ने हल्के आभूषणों की मांग में भी इजाफा किया है। हालांकि, कीमतों में और वृद्धि की संभावना बनी हुई है, निवेशकों के लिए सोने और चांदी में निवेश एक सुरक्षित विकल्प साबित हो सकता है।