उत्तर प्रदेश

Farmers Protest: किसान आंदोलन में SP विधायक का समर्थन, पुलिस ने नोएडा में रोका

किसान यूनाइटेड मोर्चा द्वारा अपने मांगों को लेकर चलाया जा रहा प्रदर्शन लगातार जारी है। किसानों ने अपनी मांगों पर अडिग रहते हुए आंदोलन को जारी रखा है। इस बीच, समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान, जो कि सरधना से विधायक हैं, नोएडा में किसानों के समर्थन में पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में रोक लिया। पुलिस ने इस दौरान भारी संख्या में बल तैनात किया था।

पुलिस ने विधायक को रोका, भारी बल तैनात

समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान को पुलिस ने सिरसा कासना टोल प्लाजा पर रोक लिया। विधायक के साथ जो काफिला था, वह भी वहीं रुका, लेकिन पुलिस ने उन्हें सिरसा टोल कासना पुलिस स्टेशन के इलाके से आगे नहीं जाने दिया। इस दौरान विधायक के साथ उनके समर्थक भी मौजूद थे। पुलिस द्वारा रोकने के बाद प्रदर्शनकारियों के बीच आक्रोश बढ़ गया।

किसानों के तीन प्रमुख मुद्दों को लेकर विरोध

किसान अपने तीन प्रमुख मुद्दों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। पहले शुक्रवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने किसानों को दिल्ली आने से रोकने के प्रयास की निंदा की थी। उन्होंने कहा था कि सरकार को किसानों की मांगों को गंभीरता से सुनना चाहिए और इस पर तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। वहीं, नोएडा में किसानों के विरोध प्रदर्शन के कारण स्थानीय लोगों, स्कूल जाने वाली लड़कियों और कर्मचारियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि स्कूल और दफ्तरों तक पहुंचने में लोगों को समस्याएं हो रही हैं।

Farmers Protest: किसान आंदोलन में SP विधायक का समर्थन, पुलिस ने नोएडा में रोका

गौतम बुद्ध नगर में किसान मोर्चा की आपात बैठक

वहीं, गौतम बुद्ध नगर जिले के अट्टा गुज्जरन गांव में शनिवार को किसान आंदोलन को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा की एक आपात बैठक हुई। इस बैठक में किसानों के आंदोलन को लेकर गंभीर चर्चा की गई। बैठक में 30 किसान संगठन शामिल हुए। इन संगठनों में भारतीय किसान यूनियन टिकैत, जय जवान जय किसान, भारतीय किसान यूनियन महात्मा टिकैत, ऑल इंडिया किसान सभा, सिस्टम रिफॉर्म ऑर्गनाइजेशन, भारतीय किसान एकता, किसान एकता महासंघ, भारतीय किसान परिषद और भारतीय किसान यूनियन (भानु) शामिल थे।

पुलिस बर्बरता और डर का माहौल समाप्त करने की अपील

बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पुलिस बर्बरता और डर का माहौल तुरंत समाप्त किया जाए। साथ ही, सरकार से अपील की गई कि बंदी बनाए गए किसानों और किसान नेताओं को बिना शर्त जल्द से जल्द रिहा किया जाए और एक सामंजस्यपूर्ण माहौल तैयार किया जाए, ताकि बातचीत और संवाद के लिए वातावरण तैयार हो सके।

किसानों का जारी आंदोलन

इस बीच, किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। उनके द्वारा उठाए गए तीन मुख्य मुद्दों में सबसे प्रमुख मुद्दा कृषि कानूनों का विरोध और उनकी पुनर्विचार की मांग है। इसके अलावा, किसान अपनी अन्य मांगों को लेकर भी लगातार संघर्ष कर रहे हैं। नोएडा में हो रहे इस प्रदर्शन में स्थानीय जनता और व्यापारियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन किसान अपनी मांगों के लिए एकजुट होकर आंदोलन में शामिल हो रहे हैं।

किसान आंदोलन ने एक बार फिर से देशभर में सरकार और किसानों के बीच टकराव को उजागर किया है। समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान का किसानों के समर्थन में नोएडा पहुंचना और पुलिस द्वारा उन्हें रोकना यह दर्शाता है कि यह आंदोलन अब और भी बड़े स्तर पर फैल चुका है। किसानों की तीन प्रमुख मांगों को लेकर संघर्ष जारी है, और उनकी आवाज को सुनने की जरूरत है। सरकार को चाहिए कि वह जल्द से जल्द किसानों के मुद्दों का समाधान निकाले और स्थिति को शांतिपूर्वक सुलझाए।

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