Chhattisgarh के अबूझमाड़ क्षेत्र में नक्सलियों के साथ मुठभेड़, 4 नक्सली ढेर, 1 सुरक्षा बल शहीद, पत्रकार हत्याकांड में तीन गिरफ्तार

Chhattisgarh के नक्सल प्रभावित अबूझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच एक बड़ी मुठभेड़ हो रही है, जिसमें चार नक्सली मारे गए हैं। सुरक्षा बलों ने मारे गए नक्सलियों के शवों को बरामद किया है और इस मुठभेड़ से संबंधित कई महत्वपूर्ण हथियार भी बरामद किए हैं। मुठभेड़ के दौरान दंतेवाड़ा के डीआरजी हेड कांस्टेबल सन्नू करम शहीद हो गए हैं। फिलहाल मुठभेड़ जारी है और इसमें सुरक्षा बलों के चार जिलों के जवानों की टीम शामिल है। यह मुठभेड़ छत्तीसगढ़ के नारायणपुर और दंतेवाड़ा जिलों की सीमा पर स्थित अबूझमाड़ क्षेत्र में हो रही है।
मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच भारी संघर्ष
मुठभेड़ के बारे में जानकारी देते हुए बस्तर के आईजी पी सुंदरराज ने बताया कि सुरक्षा बलों द्वारा अबूझमाड़ क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह मुठभेड़ उस समय शुरू हुई जब सुरक्षा बल शाम करीब 6:00 बजे अभुजमाड़ क्षेत्र में पहुंचे और नक्सलियों ने उन पर गोलियां चलानी शुरू कर दी। इसके बाद सुरक्षा बलों ने भी मुठभेड़ में पलटवार किया। इस मुठभेड़ में नक्सलियों के चार सदस्य मारे गए हैं और उनके पास से एके-47, एसएलआर और अन्य स्वचालित हथियार बरामद किए गए हैं।
सुरक्षा बलों की यह कार्रवाई अबूझमाड़ क्षेत्र में जारी है, जहां पुलिस के अनुसार नक्सली नियमित रूप से सुरक्षा बलों पर हमला करते रहते हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों की ओर से intermittent गोलियां चलाने का सिलसिला जारी रहा। सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए नक्सलियों को घेर लिया और उन्हें नष्ट करने की दिशा में कार्रवाई तेज कर दी।
Chhattisgarh | Abujhmad Encounter | 4 naxals were killed and their bodies have been recovered, in an encounter between Naxalites and security forces. AK 47, SLR and other automatic weapons have also been recovered. Dantewada DRG Head Constable Sannu Karam was killed in action.…
— ANI (@ANI) January 5, 2025
सुरक्षा बलों का संयुक्त ऑपरेशन
अबूझमाड़ में चल रही मुठभेड़ में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की संयुक्त टीम ने भाग लिया है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, ऑपरेशन की शुरुआत से ही मुठभेड़ लगातार जारी है। जानकारी के अनुसार, अब तक इस ऑपरेशन में चार जिले के सुरक्षा बलों के जवानों को तैनात किया गया है। बस्तर क्षेत्र के आईजी पी सुंदरराज ने कहा कि ऑपरेशन पूरा होने के बाद विस्तृत जानकारी दी जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई को और तेज कर दिया है और उनकी गिरफ्तारी की प्रक्रिया भी जारी है।
पत्रकार हत्याकांड में गिरफ्तारियां
इस बीच छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में एक पत्रकार मुकेश चंद्रकार की हत्या के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने विशेष जांच टीम (एसआईटी) के गठन की घोषणा की है। विजय शर्मा ने दावा किया कि इस हत्या का मुख्य आरोपी सुरेश चंद्रकार कांग्रेस पार्टी का नेता और ठेकेदार है। हालांकि, कांग्रेस पार्टी ने यह आरोप खारिज किया है और कहा है कि सुरेश चंद्रकार ने भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
पुलिस के मुताबिक, पत्रकार मुकेश चंद्रकार (33) 1 जनवरी की रात से लापता थे और शुक्रवार को उनका शव बीजापुर शहर के छत्तनपारा बस्ती स्थित सुरेश चंद्रकार के घर के सेप्टिक टैंक से बरामद किया गया। पुलिस ने हत्या के आरोप में सुरेश चंद्रकार सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
पत्रकार हत्याकांड पर राजनीति शुरू
पत्रकार मुकेश चंद्रकार की हत्या के मामले में राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने दावा किया कि मुख्य आरोपी सुरेश चंद्रकार कांग्रेस पार्टी का सदस्य है, लेकिन कांग्रेस ने इसे नकारते हुए कहा कि सुरेश चंद्रकार ने भाजपा में शामिल होने की बात कही है। इस पूरे मामले में छत्तीसगढ़ सरकार ने एक एसआईटी का गठन किया है, जो मामले की गहराई से जांच करेगी।
बीजापुर में हुई इस हत्या ने पत्रकारों और मीडिया संगठनों के बीच चिंता पैदा कर दी है। पत्रकारों का कहना है कि यह घटना उनके लिए एक चेतावनी है और सुरक्षा की स्थिति को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।
नक्सलवादियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर सुरक्षा बलों की तत्परता
नक्सलवादियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई लगातार जारी है। छत्तीसगढ़ में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों द्वारा लगातार ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं, ताकि इन क्षेत्रों में नक्सलियों का सफाया किया जा सके। पुलिस और सुरक्षा बलों की रणनीति नक्सलियों के खात्मे के लिए पहले से कहीं ज्यादा सख्त हो चुकी है। बस्तर और दंतेवाड़ा जैसे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों ने कई बार मुठभेड़ की है, जिनमें नक्सलियों को भारी नुकसान हुआ है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन से काफी अच्छे परिणाम सामने आए हैं, और अब वे नक्सलियों के आंतरिक नेटवर्क को पूरी तरह से नष्ट करने के प्रयासों में जुटे हुए हैं। इसके साथ ही सुरक्षा बल नक्सलियों की पनाहगाहों को भी निशाना बना रहे हैं।
छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ क्षेत्र में चल रही मुठभेड़ और बीजापुर जिले में पत्रकार मुकेश चंद्रकार की हत्या के मामले ने प्रदेश में सुरक्षा और कानून-व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जबकि नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई जारी है, वहीं पत्रकार की हत्या ने राज्य सरकार और पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी उंगलियां उठाई हैं।
सुरक्षा बलों की कार्रवाई और पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर आगे भी कई सवाल उठ सकते हैं, और उम्मीद की जा रही है कि सरकार इन मामलों की शीघ्रता से जांच करवाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।