इंदौर के MY अस्पताल में डॉक्टर और गार्ड की पिटाई, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
मध्य प्रदेश के सबसे बड़े MY अस्पताल में एक बार फिर से एक गंभीर घटना सामने आई है, जहां मरीज के परिवारवालों ने डॉक्टरों और अस्पताल के गार्ड की बुरी तरह से पिटाई कर दी। यह विवाद इलाज में देरी को लेकर हुआ था और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिससे अस्पताल का माहौल गरमा गया है।
क्या था विवाद?
मंगलवार रात लगभग 11 बजे MY अस्पताल के न्यू चेस्ट वार्ड के PICU में यह घटना घटी। जानकारी के अनुसार, एक परिवार जिसका बच्चा PICU में इलाज करा रहा था, उसने डॉक्टरों से एक अलग बिस्तर की मांग की। डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि PICU में सभी बिस्तर भरे हुए हैं और कोई अतिरिक्त बिस्तर उपलब्ध नहीं है। इसके बाद, परिवार ने डॉक्टरों से विवाद शुरू कर दिया और उनका गुस्सा बढ़ गया।
परिवारवालों ने डॉक्टरों से अभद्रता की और जब डॉक्टरों ने उन्हें शांत करने की कोशिश की, तो परिवार और भी अधिक उत्तेजित हो गया। परिवार ने डॉक्टरों को जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद, परिवार ने दर्जनों हथियारबंद लोगों को अस्पताल बुला लिया। ये हथियारबंद हमलावर अस्पताल के वार्ड में घुस गए और डॉक्टरों की पिटाई शुरू कर दी।
संगीन विवाद और पुलिस का हस्तक्षेप
यह लड़ाई अब गंभीर रूप ले चुकी थी और लगभग सभी सात डॉक्टर घायल हो गए। अस्पताल में काम करने वाले गार्ड राधा जोशी भी इस हमले का शिकार हुए। यह घटना इतनी गंभीर हो गई कि पुलिस को बुलाना पड़ा। पुलिस मौके पर पहुंची और हमलावरों को काबू में किया, जिसके बाद स्थिति को नियंत्रित किया जा सका। यदि पुलिस समय पर नहीं पहुंचती, तो हालात और भी खराब हो सकते थे।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
डॉक्टर श्वेतांक सोनी ने इस पूरी घटना की शिकायत पुलिस से की है। पुलिस ने दीपक सोलंकी, प्रदीप सोलंकी और उनके साथियों के खिलाफ हमले का मामला दर्ज किया है। दो आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं, जबकि बाकी आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस का कहना है कि यह एक गंभीर मामला है और आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने की पूरी कोशिश की जाएगी।
किस तरह का था हमला?
घायल डॉक्टरों में डॉ. श्वेतांक सोनी, डॉ. संतोष, डॉ. वी. केशव, गार्ड राधा जोशी और अन्य गार्ड शामिल हैं। बताया जा रहा है कि हमलावरों ने डॉक्टरों और गार्ड को बेरहमी से पीटा, जिसके चलते डॉक्टरों के शरीर पर गंभीर चोटें आईं। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में इस पूरी घटना को देखा जा सकता है, जिसमें हमलावरों द्वारा किए गए हमले की क्रूरता स्पष्ट दिखाई देती है।
अस्पताल प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद MY अस्पताल प्रशासन ने अपने कर्मचारियों और डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है। अस्पताल प्रशासन ने कहा है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लागू की जाएगी और अस्पताल में किसी भी प्रकार के हिंसा को सहन नहीं किया जाएगा। अस्पताल के अधिकारियों ने मामले की पूरी जानकारी पुलिस को दी है और इस मामले की पूरी जांच करवाई जाएगी।
इंदौर के MY अस्पताल में हुई इस हिंसक घटना ने अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था और मरीजों के इलाज में देरी के कारण उठने वाले विवादों की गंभीरता को उजागर किया है। यह घटना न केवल अस्पताल के माहौल को प्रभावित करती है, बल्कि डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों की सुरक्षा के सवाल भी खड़े करती है। प्रशासन और पुलिस को इस मामले में सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके और अस्पतालों में सुरक्षित माहौल सुनिश्चित किया जा सके।