Chhattisgarh weather: राजधानी सहित इन जिलों में आज होगी भारी बारिश, जानिए मौसम का हाल
Chhattisgarh weather: छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ दिनों से मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है। राजधानी रायपुर समेत कई जिलों में मंगलवार को आधे घंटे तक भारी बारिश हुई। इस दौरान राजधानी और दुर्ग समेत आस-पास के क्षेत्रों में 8.8 मिमी पानी गिरा। इस बारिश के बाद तापमान में भी दो डिग्री की गिरावट दर्ज की गई, जिससे लोगों को उमस और गर्मी से राहत मिली। साथ ही, सरगुजा और बस्तर संभाग के कुछ इलाकों में भी हल्की से भारी बारिश हुई है।
आज हो सकती है हल्की से मध्यम बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, 9 अक्टूबर को प्रदेश के एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। राजधानी रायपुर में भी बारिश के आसार बने हुए हैं। इसके साथ ही, महीने के अंत तक प्रदेश में हल्की ठंड की शुरुआत होने की संभावना है। राजधानी में सुबह 11 बजे से बादलों की गड़गड़ाहट सुनाई दे रही थी, लेकिन बारिश नहीं हो रही थी। हालांकि, दोपहर 1 बजे के आसपास राजधानी और इसके आस-पास के क्षेत्रों में अच्छी बारिश देखने को मिली।
तापमान में गिरावट
मंगलवार की बारिश के बाद राजधानी रायपुर का अधिकतम तापमान दो डिग्री गिरकर 32.4 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। यह सामान्य से थोड़ा कम है, जबकि न्यूनतम तापमान 24.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि सामान्य से 1.6 डिग्री अधिक है। इस बदलाव के साथ राजधानी और अन्य जिलों में लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली।
पिछले 24 घंटे की बारिश का हाल
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान रामानुजगंज में 60 मिमी, गंगालूर में 40 मिमी, लोहंडीगुड़ा, कुकरेल, पाथलगांव और चांदो में 30 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं, बीजापुर और रामानुजनगर में 20 मिमी, टोकापाल, उसूर, बतौली, सूरजपुर, समरी और अभनपुर में 10 मिमी बारिश हुई। कई स्थानों पर इससे कम बारिश भी देखी गई है।
बंगाल की खाड़ी से आ रही है नमी
मौसम विज्ञानी गायत्रीवाणी कंचिभोटला के अनुसार, बंगाल की खाड़ी से छत्तीसगढ़ में नमी आ रही है, जिसके कारण प्रदेश के मौसम में अगले दो दिनों तक बदलाव देखने को मिलेगा। इस दौरान बारिश के चलते तापमान में गिरावट आ सकती है और लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिलेगी। मौसम विभाग इस बारिश के आंकड़ों से बेहद खुश है, क्योंकि इसके चलते राज्य के अधिकांश बांधों में पानी भर गया है। किसानों के खेतों की सिंचाई के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध हो चुका है।
किसानों के लिए राहत
प्रदेश में हो रही इस अच्छी बारिश ने किसानों को राहत दी है। लगातार छह साल से छत्तीसगढ़ सूखे की समस्या से जूझ रहा था, जिसके कारण किसानों को अपनी फसलों की बुवाई में काफी परेशानी हो रही थी। लेकिन इस बारिश से जलाशयों और बांधों में पर्याप्त पानी जमा हो गया है, जिससे किसानों की फसल की सिंचाई के लिए जलापूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी।
कब विदा लेगा मॉनसून
छत्तीसगढ़ से मॉनसून की सामान्य वापसी की तिथि 12 अक्टूबर मानी जाती है। मौसम विज्ञानी गायत्रीवाणी कंचिभोटला के अनुसार, इस बार भी दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के 12 अक्टूबर तक छत्तीसगढ़ से विदा होने की संभावना है। आमतौर पर, हर साल मॉनसून अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में प्रदेश से विदा होता है। इस बार भी मॉनसून अपने निर्धारित समय के अनुसार लौटेगा।
मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले दिनों में प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश जारी रह सकती है, जिससे तापमान में गिरावट और ठंड का अहसास बढ़ सकता है। इसके साथ ही, मॉनसून की विदाई के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के मौसम में भी ठंडक आने की उम्मीद है, जो कि खासतौर पर किसानों के लिए राहत भरी खबर है।
पर्यावरण पर असर
छत्तीसगढ़ में इस समय हो रही भारी बारिश का पर्यावरण और कृषि पर भी सकारात्मक प्रभाव देखा जा रहा है। प्रदेश के विभिन्न बांधों और जलाशयों में पानी का स्तर बढ़ने से सिंचाई के लिए पर्याप्त जल उपलब्ध हो गया है, जिससे किसानों को खेती के कार्यों में मदद मिलेगी। साथ ही, आने वाले दिनों में मॉनसून के समाप्त होने के बाद भी मौसम में नमी बनी रहेगी, जिससे फसलों को फायदा हो सकता है।
मौसम में बदलाव के संकेत
छत्तीसगढ़ के मौसम में हो रहे इन बदलावों से यह संकेत मिलता है कि आने वाले समय में प्रदेश के मौसम पैटर्न में भी बदलाव देखने को मिल सकता है। बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के चलते बारिश के मामलों में वृद्धि और तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी रह सकता है। इसके साथ ही, सर्दियों की शुरुआत में भी जल्दी हो सकती है।
छत्तीसगढ़ के लोग अब उम्मीद कर रहे हैं कि यह बारिश न केवल किसानों के लिए वरदान साबित होगी, बल्कि प्रदेश में जल संकट की स्थिति में भी सुधार होगा।