Chhattisgarh road accident: तेज रफ्तार ट्रक और बोलेरो की टक्कर, मासूम सहित 4 की मौत

Chhattisgarh road accident: छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के सीतापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बिशनपुर प्लांट के पास एनएच 43 पर बुधवार दोपहर करीब 12 बजे एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। इस हादसे में तेज रफ्तार ट्रक (कंटेनर) और बोलेरो वाहन की जबरदस्त भिड़ंत हो गई। इस हादसे में चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जिनमें छह महीने का मासूम बच्चा भी शामिल था। वहीं, इस दुर्घटना में सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें उपचार के लिए सीतापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया।
हालत गंभीर होने के कारण प्राथमिक उपचार के बाद कुछ घायलों को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया। इस दर्दनाक हादसे के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया और गुस्साए लोगों ने ट्रक (कंटेनर) में आग लगा दी।
कैसे हुआ हादसा?
मिली जानकारी के अनुसार, यह दुर्घटना तब हुई जब बोलेरो में सवार 11 लोग महाशिवरात्रि के अवसर पर सीतापुर स्थित किलकिला शिव मंदिर में दर्शन कर अपने गांव रेवापुर-सखौली लौट रहे थे। तभी एनएच 43 पर बिशनपुर प्लांट के पास तेज रफ्तार ट्रक ने बोलेरो को जोरदार टक्कर मार दी।
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बोलेरो पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और उसमें सवार चार लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। वहीं, सात अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना के बाद मची अफरा-तफरी
इस भीषण सड़क हादसे के बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और पुलिस व एंबुलेंस को सूचना दी।
घायलों को स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से सीतापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। हालांकि, कुछ लोगों की हालत नाजुक होने के कारण उन्हें अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।
गुस्साए लोगों ने ट्रक में लगाई आग
हादसे के बाद स्थानीय लोगों का गुस्सा भड़क उठा। उन्होंने हादसे के लिए ट्रक चालक की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराते हुए कंटेनर में आग लगा दी।
हालांकि, पुलिस और दमकल विभाग की टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया और स्थिति को नियंत्रित किया।
मृतकों की सूची
इस हादसे में चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जिनमें –
1️⃣ राजकुमार अगरिया (61 वर्ष)
2️⃣ अंजलि अगरिया (26 वर्ष)
3️⃣ सूरज (13 वर्ष)
4️⃣ छह महीने का मासूम बच्चा
घायलों की सूची
इस भीषण हादसे में सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें –
1️⃣ विवान (4 वर्ष)
2️⃣ आयुष (10 वर्ष)
3️⃣ मनोहर सिंह (ड्राइवर, 30 वर्ष)
4️⃣ रूपनी (30 वर्ष)
5️⃣ अन्य तीन लोग भी घायल हुए हैं
ब्लैक स्पॉट पर हुआ हादसा
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह इलाका एक ब्लैक स्पॉट माना जाता है, जहां पहले भी कई सड़क हादसे हो चुके हैं।
👉 राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-43) का यह हिस्सा अत्यधिक खतरनाक है।
👉 सड़क पर उचित संकेतक और स्पीड ब्रेकर नहीं होने के कारण वाहन तेज रफ्तार से गुजरते हैं।
👉 इस क्षेत्र में पहले भी कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन ने अभी तक ठोस कदम नहीं उठाए हैं।
पुलिस ने शुरू की जांच
इस घटना के बाद सीतापुर पुलिस मौके पर पहुंची और ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया।
📌 ट्रक चालक फरार बताया जा रहा है, जिसकी तलाश जारी है।
📌 पुलिस ने वाहन को जब्त कर लिया है और हादसे की विस्तृत जांच कर रही है।
📌 प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि ट्रक तेज रफ्तार में था और लापरवाही के कारण यह भीषण टक्कर हुई।
प्रत्यक्षदर्शियों का बयान
घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि –
✍ “बोलेरो में सवार सभी लोग महाशिवरात्रि के दर्शन कर लौट रहे थे। अचानक तेज रफ्तार ट्रक ने आकर टक्कर मार दी। हादसा इतना भीषण था कि बोलेरो के परखच्चे उड़ गए।”
✍ “घटना के बाद लोग इतने गुस्से में थे कि उन्होंने कंटेनर में आग लगा दी। प्रशासन को इस क्षेत्र में सख्ती से यातायात नियम लागू करने चाहिए।”
स्थानीय प्रशासन पर उठे सवाल
इस हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर सवाल उठाए हैं।
🚨 लोगों का कहना है कि –
✔ NH 43 के इस हिस्से पर यातायात नियंत्रण के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं।
✔ स्पीड ब्रेकर और चेतावनी संकेतों की कमी के कारण आए दिन यहां हादसे होते रहते हैं।
✔ यदि इस ब्लैक स्पॉट पर पहले ही सुरक्षा उपाय किए गए होते, तो शायद यह हादसा टल सकता था।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
इस हादसे में अपने प्रियजनों को खो चुके परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल है।
💔 राजकुमार अगरिया के परिवार ने कहा – “हमने अपना सहारा खो दिया। यह हादसा प्रशासन की लापरवाही का नतीजा है।”
💔 मृतक अंजलि अगरिया के परिजनों ने सरकार से मांग की कि दोषियों को सख्त सजा मिले और ब्लैक स्पॉट को सुधारने के लिए कदम उठाए जाएं।
सरकार से मुआवजे की मांग
हादसे के बाद स्थानीय लोगों और मृतकों के परिवार ने सरकार से मुआवजे की मांग की है।
✔ परिजनों का कहना है कि मृतकों के परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाए।
✔ घायलों के बेहतर इलाज की व्यवस्था की जाए।
✔ सरकार इस क्षेत्र में यातायात नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाए।
✅ यह हादसा एक दर्दनाक घटना है, जो प्रशासन की लापरवाही और तेज रफ्तार वाहनों के कारण हुई।
✅ स्थानीय लोग लंबे समय से इस क्षेत्र को ब्लैक स्पॉट घोषित करने और स्पीड ब्रेकर लगाने की मांग कर रहे थे।
✅ अगर प्रशासन पहले से सतर्क होता, तो यह हादसा टल सकता था।
अब देखने वाली बात यह होगी कि सरकार और प्रशासन इस हादसे से सबक लेकर इस ब्लैक स्पॉट पर जरूरी सुरक्षा उपाय करते हैं या नहीं।