Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में दो परिवारों के बीच विवाद के बाद हिंसक झड़प, वाहनों में तोड़फोड़ और जानलेवा हमला
दिवाली की रात रायपुर के सकरी गांव में दो परिवारों के बीच विवाद के बाद हिंसा भड़क उठी। इस झगड़े के बाद एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के घर में घुसकर भारी तोड़फोड़ की और उसे आग लगाने की भी कोशिश की। इस घटना के बाद से गांव में हंगामा मच गया है और इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है। घटना के बाद पूरे गांव में सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया है ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोका जा सके।
एक पक्ष ने दूसरे पर किया जानलेवा हमला
दिवाली की रात सकरी गांव में दो समुदायों के बीच विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। यह झगड़ा इतना बढ़ गया कि एक पक्ष ने दूसरे पर हमला कर दिया। हंगामा बढ़ते देख, घर के कुछ लोग जान बचाकर भागने में सफल रहे। इस बीच, भीड़ ने घर के बाहर खड़े वाहनों और अन्य सामानों में भी तोड़फोड़ की और एक घर को आग लगाने की कोशिश की।
इस दंगे की घटना में छत्तीसगढ़ पुलिस की बड़ी लापरवाही भी देखने को मिली। घटना के चार घंटे बाद पुलिस की गश्त टीम मौके पर पहुंची। लोगों का आरोप है कि अगर पुलिस समय पर पहुंच जाती, तो इस हिंसक घटना को काफी हद तक रोका जा सकता था।
घटना की रात की पूरी कहानी
एबीपी न्यूज़ की टीम रायपुर के सकरी गांव पहुंची और दोनों पक्षों से बात करने का प्रयास किया ताकि यह समझा जा सके कि दिवाली की रात दो परिवारों के बीच का यह विवाद कैसे इतना उग्र हो गया कि यह दो समुदायों के बीच झगड़े का कारण बन गया। सकरी गांव के घर में तोड़फोड़ की गई, वाहन तोड़े गए और आग लगाने की कोशिश की गई। जब हमने सतनामी समुदाय के परिवार के सदस्यों से बात की, तो उन्होंने घटना की रात की पूरी कहानी बताई कि कैसे अचानक 40 से 50 लोगों की भीड़ उनके घर में घुस आई और तोड़फोड़ शुरू कर दी। डर के मारे उन्होंने दरवाजे बंद कर लिए और अपनी जान बचाने के लिए मदद की गुहार लगाई।
पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज
घटना के 24 घंटे बाद भी रायपुर के सकरी गांव में सतनामी परिवार डर के माहौल में जी रहा है, जबकि गांव के हर गली और चौराहे पर सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। हालांकि, घटना के बाद दोनों पक्षों द्वारा पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है और कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि भीड़ में कौन-कौन लोग शामिल थे और किसने घटना को हिंसक बना दिया।
समुदायों में तनाव और प्रशासन की भूमिका
इस घटना के बाद गांव में समुदायों के बीच तनाव बढ़ गया है। प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है ताकि हालात पर काबू पाया जा सके। पुलिस ने गांव के सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा बलों को तैनात किया है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
घटना से जुड़े तथ्यों की जांच
पुलिस घटना से जुड़े तथ्यों की जांच में जुटी है। घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की भी जांच की जा रही है ताकि यह पता चल सके कि किसने तोड़फोड़ की और हिंसा को अंजाम दिया। गांव के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है ताकि मामले की सच्चाई सामने आ सके। पुलिस के मुताबिक, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
समाज में भय का माहौल
सकरी गांव में इस घटना के बाद से लोगों के बीच भय का माहौल है। गांव में लोग सहमे हुए हैं और अपने घरों से बाहर निकलने से कतरा रहे हैं। प्रशासन ने लोगों से संयम बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। पुलिस का कहना है कि हालात पर कड़ी नजर रखी जा रही है और किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं।
इस हिंसक घटना ने छत्तीसगढ़ के सकरी गांव में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है। दो परिवारों के विवाद ने जो रूप धारण किया, उसने समाज में शांति भंग कर दी है। प्रशासन और पुलिस को चाहिए कि वह दोषियों को जल्द से जल्द पकड़कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करे ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके। साथ ही, स्थानीय लोगों को भी शांति बनाए रखने और समाज में एकता को बढ़ावा देने की जरूरत है।