छत्तीसगढ

Chhattisgarh के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पहुंचे प्रयागराज महाकुंभ में पवित्र स्नान करने

Chhattisgarh के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय अपनी पत्नी कौशल्या साय के साथ प्रयागराज महाकुंभ में पवित्र स्नान करने पहुंचे। उनके साथ राज्यपाल रामेन डेका, विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह और उनकी पत्नी भी इस धार्मिक अनुष्ठान में शामिल हुए। इस दौरान छत्तीसगढ़ सरकार के कई मंत्री, विधायक और उनके परिवार के सदस्य भी प्रयागराज के लिए रवाना हुए।

महाकुंभ में आस्था की डुबकी

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उनके साथ आए अन्य गणमान्य नेताओं ने संगम में स्नान कर पुण्य अर्जित किया। प्रयागराज महाकुंभ का विशेष महत्व है, जहां हर 12 वर्ष में दुनिया भर से करोड़ों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने आते हैं। मुख्यमंत्री साय ने संगम स्नान के बाद पूजा-अर्चना की और देश-प्रदेश की समृद्धि और खुशहाली की कामना की।

महाकुंभ में मुख्यमंत्री का संदेश

स्नान के बाद मुख्यमंत्री साय ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा, “प्रयागराज महाकुंभ भारतीय संस्कृति, आस्था और सनातन परंपरा का प्रतीक है। यहां आकर आध्यात्मिक ऊर्जा मिलती है और मन को असीम शांति प्राप्त होती है। यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि हम इस महायोग का हिस्सा बन सके।”

Chhattisgarh के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पहुंचे प्रयागराज महाकुंभ में पवित्र स्नान करने

उन्होंने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता की उन्नति और समृद्धि के लिए उन्होंने विशेष प्रार्थना की। मुख्यमंत्री के साथ आए मंत्रियों और विधायकों ने भी संगम स्नान कर धार्मिक अनुष्ठान में भाग लिया।

राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष भी हुए शामिल

मुख्यमंत्री के अलावा छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रामेन डेका और विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने भी अपनी पत्नियों के साथ संगम में डुबकी लगाई। इस अवसर पर राज्यपाल डेका ने कहा, “प्रयागराज महाकुंभ सनातन संस्कृति का जीवंत स्वरूप है। यहां आकर मन को जो आध्यात्मिक अनुभूति होती है, वह अविस्मरणीय है।”

विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने भी महाकुंभ में आकर खुद को धन्य बताया और कहा कि यह अनुभव जीवन में एक नई ऊर्जा का संचार करता है।

महाकुंभ में आस्था का सैलाब

प्रयागराज महाकुंभ में इस समय देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु आकर पुण्य स्नान कर रहे हैं। संत-महात्माओं का प्रवचन और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री और गणमान्य नेता भी इस महाकुंभ में हिस्सा ले रहे हैं।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

महाकुंभ में आने वाले वीआईपी श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन ने कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं। प्रयागराज पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों की टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की यात्रा को ध्यान में रखते हुए विशेष सुरक्षा इंतजाम किए गए थे।

महाकुंभ में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व

इस बार के महाकुंभ में छत्तीसगढ़ के संत-महात्माओं और श्रद्धालुओं की भी बड़ी संख्या में भागीदारी देखी जा रही है। छत्तीसगढ़ से आए श्रद्धालुओं ने मुख्यमंत्री साय का स्वागत किया और उनके साथ संगम स्नान किया। इस दौरान धार्मिक भजनों और जयघोष से माहौल भक्तिमय हो गया।

महाकुंभ का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व

प्रयागराज महाकुंभ का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। मान्यता है कि यहाँ संगम में स्नान करने से सभी पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। यही कारण है कि हर 12 वर्ष में जब महाकुंभ का आयोजन होता है, तब लाखों-करोड़ों श्रद्धालु यहाँ आते हैं। इस बार का महाकुंभ भी ऐतिहासिक होने वाला है क्योंकि इसमें देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग ले रहे हैं।

मुख्यमंत्री का प्रयागराज दौरा और आगे की योजना

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय महाकुंभ में स्नान के बाद प्रयागराज में स्थित विभिन्न धार्मिक स्थलों का भी भ्रमण करेंगे। वे हनुमान मंदिर, अक्षयवट, भारद्वाज आश्रम सहित कई धार्मिक स्थलों पर दर्शन करेंगे। इसके अलावा, मुख्यमंत्री प्रयागराज के संत-महात्माओं से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लेंगे।

छत्तीसगढ़ सरकार का धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा

मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार राज्य में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि जल्द ही छत्तीसगढ़ में भी प्रमुख धार्मिक स्थलों के विकास और सौंदर्यीकरण के लिए विशेष योजनाएं चलाई जाएंगी।

छत्तीसगढ़ के श्रद्धालुओं में उत्साह

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उनकी टीम के महाकुंभ में शामिल होने से छत्तीसगढ़ के श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिला। बड़ी संख्या में लोग प्रयागराज पहुंचकर इस महापर्व में हिस्सा ले रहे हैं। श्रद्धालुओं ने मुख्यमंत्री साय का अभिनंदन किया और उनके साथ संगम स्नान का सौभाग्य प्राप्त किया।

महाकुंभ से मिली आध्यात्मिक प्रेरणा

मुख्यमंत्री और अन्य नेताओं के इस धार्मिक अनुष्ठान में शामिल होने से संदेश स्पष्ट है कि भारतीय संस्कृति और धार्मिक परंपराओं का सम्मान और संरक्षण करना अत्यंत आवश्यक है। महाकुंभ केवल एक स्नान पर्व नहीं, बल्कि आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त करने का भी अवसर है। मुख्यमंत्री साय ने अपनी यात्रा को यादगार बताते हुए कहा कि यह पल जीवन भर स्मरणीय रहेगा।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का प्रयागराज महाकुंभ में आगमन एक ऐतिहासिक क्षण रहा। उनके साथ राज्यपाल, विधानसभा अध्यक्ष और अन्य नेताओं ने भी इस पवित्र अवसर पर संगम स्नान कर पुण्य अर्जित किया। यह यात्रा न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण रही। महाकुंभ की पवित्रता, श्रद्धालुओं की आस्था और आध्यात्मिकता का यह संगम निश्चित रूप से सभी के लिए प्रेरणादायक रहेगा।

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