सूरजपुर में दोहरी हत्या के आरोपी कुलदीप साहू के घर पर चला बुलडोजर, सरकारी भूमि पर बने गोदाम भी ध्वस्त
सूरजपुर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना में, 13 अक्टूबर को हेड कांस्टेबल तालिब शेख की पत्नी और बेटी की हत्या के मुख्य आरोपी कुलदीप साहू के घर पर प्रशासन ने बुलडोजर चलाया। यह कार्रवाई उस घर पर की गई जो सरकारी भूमि पर बना हुआ था। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल और राजस्व विभाग के कर्मचारी मौजूद थे।
हत्याकांड की पृष्ठभूमि
कुलदीप साहू, जो एक आदतन अपराधी है, ने अपने साथियों के साथ मिलकर हेड कांस्टेबल तालिब शेख की पत्नी और बेटी की बेरहमी से हत्या कर दी थी। इस घटना ने पूरे सूरजपुर में हड़कंप मचा दिया था, और लोगों ने मांग की थी कि कुलदीप के घर को ध्वस्त किया जाए। इसके बाद, सूरजपुर नगर पालिका ने आरोपी के घर पर नोटिस चिपकाया और प्रशासन से इसे ध्वस्त करने की मांग की।
प्रशासन की कार्रवाई
सोमवार की सुबह, नगर पालिका और जिला प्रशासन की टीम ने आरोपी के घर से अतिक्रमण हटाने के लिए कार्रवाई की। इस कार्रवाई के दौरान प्रशासन ने कुलदीप साहू के घर के अलावा तीन अन्य स्थानों पर भी बुलडोजर चलाया। इस कार्रवाई में दो घर और दो गोदामों को ध्वस्त किया गया। पुलिस बल और राजस्व स्टाफ की भारी तैनाती के साथ, यह सुनिश्चित किया गया कि कार्रवाई सुचारू रूप से और बिना किसी रुकावट के हो।
कुलदीप साहू की पहचान
पुलिस के अनुसार, कुलदीप साहू पर कई गंभीर आरोप हैं। हत्या, डकैती, धमकी और वसूली के कई मामले उसके खिलाफ दर्ज हैं। वह एक स्क्रैप व्यापारी होने के साथ-साथ जमीन खरीदने और बेचने का भी काम करता है। वह खुद को NSUI का नेता बताता है, लेकिन NSUI ने उससे दूरी बना ली है। कुलदीप के साथ पुलिसकर्मियों के बीच पहले से विवाद चल रहा था।
इससे पहले, दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान उसने एक कांस्टेबल पर उबालते तेल की बोतल फेंकी थी। जब पुलिस उसे गिरफ्तार करने गई, तो उसने अपनी कार से पुलिसकर्मियों को कुचलने की कोशिश की। इस घटना के बाद, कुलदीप ने ASI के घर में घुसकर उसकी पत्नी और बेटी की हत्या कर दी।
जनता की प्रतिक्रिया
इस घटना ने पूरे सूरजपुर में जन आक्रोश पैदा कर दिया। लोगों ने प्रशासन से मांग की कि कुलदीप साहू के घर को ध्वस्त किया जाए और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। कई स्थानीय नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी इस मामले में आवाज उठाई और कहा कि ऐसे अपराधियों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन समय रहते कार्रवाई करता, तो शायद यह भयानक घटना नहीं होती। उन्होंने यह भी कहा कि कुलदीप जैसे अपराधियों को कानून के शिकंजे में लाना बेहद जरूरी है ताकि वे आगे चलकर किसी और की जान न लें।
प्रशासन का कड़ा रुख
सूरजपुर प्रशासन ने इस मामले में अपनी गंभीरता दिखाई है। नगर पालिका द्वारा अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई के साथ-साथ, प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। उन्होंने कहा है कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और उन्हें कानून की दहलीज पर लाया जाएगा।
इस मामले में पुलिस ने अब तक 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। प्रशासन ने सभी आरोपियों के खिलाफ ठोस सबूत जुटाने और उन्हें सख्त सजा दिलाने का वादा किया है। इस प्रकार की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए, प्रशासन ने सुरक्षा उपायों को भी बढ़ाने का निर्णय लिया है।
कानून और व्यवस्था की स्थिति
सूरजपुर की इस घटना ने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर एक बार फिर सवाल उठाए हैं। क्या हमें सुरक्षा को लेकर अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है? क्या प्रशासन को ऐसे मामलों में और अधिक सक्रियता दिखानी चाहिए? ये कुछ ऐसे सवाल हैं जो अब लोगों के मन में घूम रहे हैं।
लोगों ने प्रशासन से अपेक्षा की है कि वे ऐसी घटनाओं की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाएँ। पुलिस को चाहिए कि वे अपराधियों पर नकेल कसें और उन्हें ऐसा करने से रोकने के लिए गंभीरता से काम करें।