रामपुर में खालिस्तानी आतंकवादियों की शवों से भरी एम्बुलेंस दुर्घटनाग्रस्त, मचा हड़कंप

रामपुर जिले में 25 दिसंबर को एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई, जब खालिस्तानी आतंकवादियों के शवों से भरी एक एम्बुलेंस सड़क दुर्घटना का शिकार हो गई। यह हादसा रामपुर के सिविल लाइन्स पुलिस थाना क्षेत्र में नेशनल हाईवे बायपास पर हुआ। एम्बुलेंस में तीन खालिस्तानी आतंकवादियों के शव थे, जो उत्तर प्रदेश और पंजाब पुलिस द्वारा 23 दिसंबर को पीलीभीत में हुए एक मुठभेड़ में मारे गए थे। इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया और पुलिस ने तत्परता से जांच शुरू कर दी।
उपचारात्मक कदम
घटना की जानकारी मिलते ही जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी जैसे कि एसपी, एएसपी और सीओ मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने स्थिति का जायजा लिया और तुरंत शवों को एक दूसरी एम्बुलेंस में शिफ्ट किया। इसके बाद शवों को पंजाब भेजने के लिए नई एम्बुलेंस में भेज दिया गया। पुलिस ने इस दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है, हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि दुर्घटना किस वाहन से हुई थी।
रामपुर पुलिस की पुष्टि
रामपुर के पुलिस अधीक्षक विद्यासागर मिश्रा ने पुष्टि करते हुए कहा कि खालिस्तानी आतंकवादियों के शवों से भरी एम्बुलेंस सिविल लाइन्स थाना क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। उन्होंने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने तुरंत शवों को दूसरी एम्बुलेंस में भेजा और आगे की कार्रवाई की। एसपी ने यह भी बताया कि इस दुर्घटना में किसी भी प्रकार के नुकसान की खबर नहीं है।
खालिस्तानी आतंकवादियों का मुठभेड़ में मारा जाना
दरअसल, 23 दिसंबर को पंजाब और उत्तर प्रदेश पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए पीलीभीत जिले में तीन खालिस्तानी आतंकवादियों को मुठभेड़ में मार गिराया था। इन आतंकवादियों की पहचान गुरविंदर सिंह, वीरेंद्र सिंह और जसप्रीत सिंह के रूप में हुई है। ये सभी पंजाब के गुरदासपुर जिले के निवासी थे। इस मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे। पुलिस को संदेह है कि ये आतंकवादी नेपाल की सीमा की ओर भागने की कोशिश कर रहे थे, क्योंकि पीलीभीत और नेपाल सीमा के बीच की दूरी बहुत कम है।
मुठभेड़ के दौरान क्या मिला?
पुलिस ने मुठभेड़ के बाद आतंकवादियों से एक AK-47 राइफल, दो पिस्तौल, बड़ी मात्रा में कारतूस और एक बाइक बरामद की थी। पुलिस ने बताया कि ये आतंकवादी कई महत्वपूर्ण घटनाओं में शामिल थे और इनके खिलाफ कई मामले दर्ज थे।
पंजाब में आतंकवादी घटनाएं
इन खालिस्तानी आतंकवादियों की हत्या के बाद, मीडिया रिपोर्ट्स में यह जानकारी सामने आई कि इन आतंकवादियों का संबंध पंजाब में हालिया आतंकवादी घटनाओं से हो सकता है। 19 दिसंबर को पंजाब के गुरदासपुर जिले के कलानौर पुलिस थाना क्षेत्र में ग्रेनेड से हमला किया गया था। बाद में खालिस्तानी आतंकवादी संगठन ‘खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स’ ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। इसके अलावा, हाल ही में अमृतसर में भी एक पुलिस थाना के बाहर बम धमाका हुआ था। पुलिस अब इन तीन आतंकवादियों के इन घटनाओं से संबंध की जांच कर रही है।
खालिस्तानी आतंकवादियों के गतिविधियों पर नजर
पुलिस के अनुसार, ये आतंकवादी खालिस्तान के लिए हिंसक गतिविधियों में लिप्त थे और पंजाब सहित अन्य राज्यों में आतंक फैलाने के लिए जिम्मेदार थे। इनका मुख्य उद्देश्य पंजाब में खालिस्तान की मांग को फिर से उठाना था। मुठभेड़ के बाद अब पुलिस इन आतंकवादियों से संबंधित अन्य मामलों की जांच कर रही है, जिसमें इनकी कनेक्शन और अन्य अपराधों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
अगले कदम और पुलिस कार्रवाई
रामपुर पुलिस ने इस हादसे के बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना की जांच शुरू कर दी है। इसके साथ ही पुलिस ने बताया कि शवों को किसी अन्य वाहन में शिफ्ट कर दिया गया है और इसकी आगे की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने यह भी कहा कि यह एक सामान्य सड़क दुर्घटना प्रतीत हो रही है, और मामले की तहकीकात की जा रही है।
रामपुर में खालिस्तानी आतंकवादियों के शवों से भरी एम्बुलेंस का दुर्घटनाग्रस्त होना एक चौंकाने वाली घटना है, जिसने न केवल स्थानीय समुदाय को हैरान कर दिया, बल्कि पूरे क्षेत्र में सुरक्षा के प्रति चिंता भी पैदा कर दी है। पुलिस ने घटना के बाद त्वरित कार्रवाई की है और शवों को सुरक्षित रूप से भेजने के लिए कदम उठाए हैं। इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि उत्तर प्रदेश और पंजाब पुलिस संयुक्त रूप से खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है, ताकि पंजाब और अन्य राज्यों में शांति बनाए रखी जा सके।