Amit Shah In Chhattisgarh: नक्सल प्रभावित इरकभट्टी में अमित शाह की एंट्री, ग्रामीणों को मिलेगा विकास का भरोसा

छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के नक्सल प्रभावित इरकभट्टी गांव में गृहमंत्री अमित शाह का दौरा एक ऐतिहासिक मौका बनने जा रहा है। कभी जहां नक्सलियों की पंचायतें लगती थीं और लोग डर से सरकारी योजनाओं से दूर भागते थे, अब वहीं गांव विकास की मांग कर रहा है। 23 जून को अमित शाह यहां पहुंचेंगे और गांव के पारंपरिक घोटुल में ग्रामीणों से सीधे संवाद करेंगे। ग्रामीणों को सड़कों, बिजली, पानी, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं की दरकार है और वे इन मांगों को गृहमंत्री के सामने रखेंगे।
इस बार इरकभट्टी के आदिवासी गांववासी अमित शाह का स्वागत परंपरागत बस्तर शैली में करने की तैयारी कर रहे हैं। खास बात ये है कि ग्रामीण उन्हें मांडिया पैज (लोकप्रिय पारंपरिक पेय) पिलाकर स्वागत करेंगे। यह वही गांव है जहां कुछ साल पहले तक नक्सलियों के कहने पर ग्रामीण किसी भी सरकारी योजना या कार्यक्रम का विरोध करते थे। लेकिन अब माहौल तेजी से बदल रहा है। BSF कैंप खुलने के बाद से नक्सली घटनाओं में भारी कमी आई है और ग्रामीणों में सुरक्षा बलों के प्रति भरोसा भी बढ़ा है।
गृहमंत्री की सुरक्षा के कड़े इंतजाम और सैनिकों से मुलाकात
गृहमंत्री के दौरे को देखते हुए प्रशासन से लेकर BSF, आईटीबीपी और स्थानीय पुलिस बल तक ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। बस्तर के आईजी सुंदरराज पी. के अनुसार, अमित शाह दोपहर करीब 12 बजे हेलीकॉप्टर से इरकभट्टी स्थित BSF कैंप पहुंचेंगे। यहां वे पारंपरिक घोटुल में ग्रामीणों से मिलेंगे और क्षेत्र में शांति और विकास के प्रयासों पर चर्चा करेंगे। इसके साथ ही वे नक्सल मोर्चे पर तैनात डीआरजी और BSF जवानों से भी मिलकर उनका उत्साहवर्धन करेंगे।
बस्तर में नक्सलियों के सफाए के बाद सैनिकों का उत्साह
21 मई को इसी इरकभट्टी क्षेत्र में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें 1.5 करोड़ के इनामी सीपीआई महासचिव बसवराजु मारा गया था। यह नक्सल विरोधी अभियान की बड़ी सफलता मानी गई थी। उसी के बाद अमित शाह ने ऐलान किया था कि वे जवानों से मिलकर उन्हें बधाई देंगे। अब जवान भी उनके आने को लेकर बेहद उत्साहित हैं। गृहमंत्री का यह दौरा न केवल सुरक्षा बलों का हौसला बढ़ाएगा बल्कि आदिवासी इलाकों में विकास की नई उम्मीदों की रोशनी भी लाएगा।