उत्तर प्रदेश

Amethi Murder Case: चंदन वर्मा के खतरनाक कनेक्शन और पुलिस की जांच

Amethi Murder Case: अमेठी, उत्तर प्रदेश में एक शिक्षक, उनकी पत्नी और दो बेटियों की हत्या के मामले में चंदन वर्मा का नाम सामने आया है। यह हत्या ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है और इस मामले से जुड़ी कुछ चौंकाने वाली जानकारियाँ सामने आई हैं। चंदन वर्मा के काले अतीत और उसकी आपराधिक गतिविधियों से जुड़े कनेक्शनों ने पुलिस की जांच को और भी गंभीर बना दिया है।

चंदन वर्मा का आपराधिक इतिहास

चंदन वर्मा को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, जिसमें उसने अपने शिक्षक के रूप में काम कर रहे सुनील, उनकी पत्नी और दो बेटियों को बेरहमी से मार डाला। घटना देर रात गुरुवार को हुई और चंदन को घटना में इस्तेमाल की गई पिस्तौल के साथ पकड़ा गया। पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ है कि चंदन का संपर्क लालगंज के कई खतरनाक अपराधियों से था, जो कि पुलिस के लिए एक नया मोर्चा खोलता है।

लालगंज के खतरनाक अपराधियों का खुलासा

अमेठी की विशेष कार्य बल (SOG) टीम ने लालगंज के छह खतरनाक अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से अनू DJ और उसके मित्र निक्की उर्फ अनुराग शामिल हैं। जानकारी के अनुसार, अनू DJ ने चंदन को मुंगेर की एक पिस्तौल दी थी। गिरफ्तार किए गए अपराधियों से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने आठ से दस अवैध हथियारों की बरामदगी की है। हालांकि, पुलिस अधिकारी इस विषय पर खुलकर कुछ नहीं कह रहे हैं।

पुलिस की गिरफ्तारी और सबूतों की खोज

चंदन वर्मा की गिरफ्तारी के बाद, पुलिस अब यह जानने में लगी हुई है कि चंदन को यह पिस्तौल किसने दी थी। इसके लिए पुलिस ने लालगंज में पहुंचकर चंदन के सहायकों को हिरासत में लिया। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हो गया कि निक्की ने पिस्तौल खरीदी थी और अनू DJ ने इसे चंदन को दिया था।

Amethi Murder Case: चंदन वर्मा के खतरनाक कनेक्शन और पुलिस की जांच

पुलिस विभाग के सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार अपराधियों की जानकारी के माध्यम से एक बड़े हथियार तस्कर गिरोह का खुलासा हुआ है। अब पुलिस सबूत इकट्ठा करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।

घटनास्थल की जांच और सबूत जुटाना

पुलिस ने घटनास्थल की गहराई से जांच की है। जांच में यह बात सामने आई है कि चंदन ने हत्या के समय अपनी बाइक को पार्क किया था। पुलिस को यह भी पता चला है कि चंदन कितनी देर बाद अपनी बाइक पर वापस आया और उसने कितनी जल्दी हत्या को अंजाम दिया।

सूत्रों के अनुसार, पुलिस को डिपक सोनी के जरिए कई महत्वपूर्ण सबूत मिले हैं, जो हत्या से जुड़े हैं। पुलिस अब चंदन के सहायकों की कुंडली की भी जांच कर रही है, ताकि उनकी भूमिका को स्पष्ट किया जा सके।

राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की सदस्य की जांच

रविवार को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य लवकुश कुमार ने शिवरतनगंज में घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने उस घर का निरीक्षण किया जहां शिक्षक सुनील की हत्या हुई थी। इस दौरान एसडीएम तिलौई अमित कुमार और सीओ डॉ. अजीत सिंह भी उपस्थित थे। आयोग के सदस्य ने पूरे घर का निरीक्षण किया और हत्या के मामले से संबंधित सभी पहलुओं की जानकारी ली।

लवकुश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है और परिवार पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट है।

पुलिस की जांच की दिशा

पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह ने कहा है कि चंदन वर्मा इस घटना में शामिल है और घटना में उपयोग की गई पिस्तौल और बाइक का भी पुलिस ने पता लगा लिया है। पुलिस इस मामले में साक्ष्य जुटाने का काम तेजी से कर रही है और जल्द ही आरोप पत्र कोर्ट में प्रस्तुत किया जाएगा।

पुलिस की यह जांच न केवल चंदन वर्मा की गतिविधियों को उजागर कर रही है, बल्कि अमेठी में अपराधियों के नेटवर्क को भी सामने ला रही है। इस मामले में जो भी सबूत प्राप्त हो रहे हैं, वे सभी यह संकेत कर रहे हैं कि यह हत्या एक संगठित अपराध का हिस्सा है, जिसमें चंदन वर्मा केवल एक मोहरा है।

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