अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद, ट्रंप ने पुतिन से फोन पर की बात, यूक्रेन युद्ध पर चर्चा

हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ऐतिहासिक जीत हासिल करने वाले डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बातचीत की। इस बातचीत में दोनों नेताओं ने यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने और अन्य वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। इस वार्ता की जानकारी रविवार को एक मीडिया रिपोर्ट के माध्यम से दी गई। ट्रंप ने हाल ही में राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद 70 से अधिक वैश्विक नेताओं से बात की है, जिनमें भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भी शामिल हैं।
ट्रंप ने पुतिन से क्या कहा?
‘वॉशिंगटन पोस्ट’ की एक विशेष रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप और पुतिन के बीच बातचीत का मुख्य मुद्दा यूरोप महाद्वीप में शांति स्थापित करना और यूक्रेन युद्ध का समाधान था। ट्रंप ने पुतिन से अपील की कि वह यूक्रेन में युद्ध को और बढ़ने से रोकें और उन्होंने इस मुद्दे के समाधान के लिए आगामी वार्ताओं में भाग लेने में अपनी रुचि व्यक्त की। एक पूर्व अमेरिकी अधिकारी के अनुसार, ट्रंप ने पुतिन से कहा कि वह व्हाइट हाउस में प्रवेश करते समय यूक्रेन में रूस के आक्रमण से कोई नया संकट नहीं चाहते।
ट्रंप के रिसॉर्ट से हुई बातचीत
यूक्रेन को इस वार्ता की जानकारी दी गई है। ‘वॉशिंगटन पोस्ट’ के अनुसार, ट्रंप ने पुतिन को यूरोप में अमेरिका की विशाल सैन्य उपस्थिति की याद दिलाई और उन्हें युद्ध को और बढ़ने से रोकने की सलाह दी। यह बातचीत ट्रंप के फ्लोरिडा स्थित रिसॉर्ट से की गई थी। इस दौरान, ट्रंप के संचार निदेशक स्टीवन चेंग ने कहा कि वह ट्रंप और अन्य वैश्विक नेताओं के बीच की निजी बातचीत पर टिप्पणी नहीं करेंगे। चेंग ने यह भी कहा कि ट्रंप ने चुनाव में निर्णायक जीत हासिल की है और दुनिया भर के नेता यह जानते हैं कि अमेरिका विश्व मंच पर अपनी प्रभुत्व स्थापित करेगा। यही कारण है कि वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए ट्रंप के साथ मजबूत संबंध स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
यूक्रेन संकट पर ट्रंप की पहल
ट्रंप ने पुतिन से सीधे तौर पर यह भी कहा कि वह यूक्रेन संकट को और नहीं बढ़ाना चाहते हैं। उनका कहना था कि वे शांति चाहते हैं और इसके लिए तत्काल समाधान की आवश्यकता है। उन्होंने पुतिन को यह भी याद दिलाया कि अमेरिका की यूरोप में बड़ी सैन्य ताकत है, जो इस संकट के समाधान के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। ट्रंप की यह पहल यह दर्शाती है कि वह वैश्विक मुद्दों पर सक्रिय भूमिका निभाना चाहते हैं और अपने देश के हितों के साथ-साथ वैश्विक शांति की दिशा में भी काम करना चाहते हैं।
ट्रंप का वैश्विक शांति के लिए दृष्टिकोण
ट्रंप के अनुसार, वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए अमेरिका को अपनी नेतृत्व क्षमता को फिर से स्थापित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में उनके राष्ट्रपति बनने के बाद दुनिया भर के नेता उनसे संपर्क करेंगे और वे अमेरिका को फिर से शक्तिशाली बनाएंगे। ट्रंप की यह बातचीत इस बात का संकेत है कि वह अपने कार्यकाल के दौरान अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर सक्रिय रूप से ध्यान देंगे, खासकर यूक्रेन युद्ध जैसे जटिल मुद्दों पर।
नवीनतम वैश्विक संवाद का संकेत
यह बातचीत यह भी दर्शाती है कि ट्रंप अपनी अध्यक्षता के दौरान अमेरिका के विदेश नीति और वैश्विक कूटनीति को फिर से परिभाषित करने का इरादा रखते हैं। उनका यह संदेश पुतिन को स्पष्ट करता है कि अमेरिका अपने नेतृत्व में कोई भी नकारात्मक स्थिति स्वीकार नहीं करेगा और वह वैश्विक शांति के लिए सक्रिय कदम उठाएगा। इस प्रकार, ट्रंप ने यह साबित किया है कि वह केवल अपने देश के राष्ट्रपति बनने तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि वे वैश्विक मुद्दों पर अपनी सक्रिय भूमिका निभाने का भी इरादा रखते हैं।
यूक्रेन युद्ध के समाधान को लेकर ट्रंप की पहल और पुतिन से सीधी बातचीत यह दर्शाती है कि वह वैश्विक मुद्दों पर गंभीर हैं और शांति स्थापना के लिए अपने प्रयासों को जारी रखेंगे। ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका की विदेश नीति में महत्वपूर्ण बदलाव आ सकता है, जो विश्व शांति और सुरक्षा के लिए एक सकारात्मक कदम हो सकता है। 20 जनवरी 2025 को उनके राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद, उनके इस दृष्टिकोण से वैश्विक राजनीति में नया मोड़ आ सकता है।