Uttar pradesh news: बंद स्कूल में प्रबंधक का जलता हुआ शव मिला, गांववाले दंग”

Uttar Pradesh news: बस्ती जिले के धारौहरा गांव स्थित श्रीमती प्रयागराज इंटर कॉलेज में एक बंद कमरे में संदिग्ध परिस्थितियों में एक व्यक्ति का शव जलते हुए मिला, जिसे देख गांववाले सकते में आ गए। आग बुझाने के बाद, पुलिस को सूचना दी गई, और मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू कर दी। शव की पहचान करने में कठिनाई हो रही थी क्योंकि शव बुरी तरह जल चुका था और उसका चेहरा पहचानने लायक नहीं था।
मामला क्या है?
यह घटनाक्रम बस्ती जिले के वाल्टरगंज थाना क्षेत्र के धारौहरा गांव का है, जहां श्रीमती प्रयागराज इंटर कॉलेज के बंद कमरे में संदिग्ध परिस्थितियों में जलता हुआ शव पाया गया। घटनास्थल पर पहुंचने वाले गांववाले भी हैरान रह गए। सुबह करीब 8 बजे जब गांववाले श学校 के पास से गुजर रहे थे, तो उन्हें जलते हुए शव का धुआं दिखाई दिया। तुरंत गांववालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और शव के आस-पास के इलाके की जांच शुरू की।
शव की पहचान कैसे हुई?
मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने जांच शुरू की और आस-पास के गांववालों से पूछताछ की। एक महिला ने बताया कि पास में एक चप्पल पड़ी हुई थी। इसके आधार पर, शव की पहचान जमवंत शर्मा के रूप में की गई, जो उस स्कूल के संस्थापक प्रबंधक थे। बाद में, उनकी पत्नी और बेटी ने बताया कि जमवंत शर्मा हमेशा एक चाभी का गुच्छा साथ रखते थे, जो घटनास्थल पर मिला। चाभी के गुच्छे के मिलने पर, उनकी पत्नी और बेटी ने शव की पहचान की और यह पुष्टि की कि शव उनके पति और पिता का ही था।
पुलिस की जांच और कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही, पुलिस के उच्च अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम प्रकाश सिंह, सर्कल अधिकारी सदर सतेन्द्र भूषण त्रिपाठी, थाना प्रभारी वाल्टरगंज उमाशंकर त्रिपाठी, रुधौली थाना प्रभारी विजय कुमार दुबे और अन्य पुलिसकर्मी और फोरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि इस मामले में अब तक की जांच में यह साफ नहीं हो पाया है कि मृतक के शरीर को कैसे आग लगी। पुलिस टीम के अनुसार, शव की पहचान की प्रक्रिया और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही मृतक के कारणों का पता चल सकेगा।
कभी हत्या का आरोपी रहा था मृतक
पुलिस ने कहा कि मृतक जमवंत शर्मा पर 10 साल पहले एक डॉक्टर की हत्या का आरोप भी था। उस समय इस मामले में पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया था और जमवंत शर्मा को जेल भी भेजा गया था। हालांकि, पुलिस को मृतक के परिवार से यह भी जानकारी मिली कि वे अपने परिवार के सदस्य को पहचानते हैं और मृतक उनका ही पति और पिता है।
फोरेंसिक टीम और सबूत जुटाने की प्रक्रिया
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस ने घटनास्थल से सबूत इकट्ठा करना शुरू कर दिया है। फोरेंसिक टीम ने जांच की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया है और मौके से मिले सबूतों को एकत्रित किया है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि शव की पहचान और मौत के कारण का खुलासा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही हो पाएगा।
नम्रता से मृतक के परिवार के बयान
मृतक के परिवार के सदस्य घटना के बारे में बेहद परेशान थे। उनकी बेटी ने बताया कि उनके पिता हमेशा अच्छे व्यक्ति रहे थे और यह घटना उनके लिए एक बड़ा आघात है। पुलिस ने उन्हें विश्वास दिलाया कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस की ओर से भविष्य की कार्रवाई
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। इस समय पुलिस हर पहलू से मामले की जांच कर रही है। मृतक के पुराने आपराधिक इतिहास और इस घटनाक्रम के बीच कोई लिंक है या नहीं, यह भी पुलिस जांच का हिस्सा है। पुलिस ने कहा है कि जल्द ही पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिलने के बाद इस मामले में और भी स्पष्टता आएगी और आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस समय मुख्य उद्देश्य घटना के कारणों का पता लगाना और यह सुनिश्चित करना है कि मृतक की मौत किस कारण से हुई थी। उन्होंने यह भी कहा कि यह एक गंभीर मामला है और इसमें पूरी निष्पक्षता से जांच की जाएगी।
धारौहरा गांव में एक स्कूल में संदिग्ध परिस्थितियों में जले हुए शव का मामला पूरे इलाके में सनसनी का कारण बन गया है। पुलिस पूरी स्थिति की गहराई से जांच कर रही है और जल्द ही इस घटना के सही कारणों का पता लगाया जाएगा। मृतक का परिवार इस घटना को लेकर बेहद शोकित है और न्याय की उम्मीद कर रहा है। अब सबकी नजरें पुलिस जांच और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर हैं, ताकि इस रहस्यमय मौत के कारणों का खुलासा हो सके।