कुवैत में PM Modi के स्वागत में ‘Hala Modi’ का सही प्रयोग और अर्थ जानें
“ख़ुश-आमदिद वह आया हमारी द्वारों पर, बाहर जिसके कदम का तवाफ़ करती है।” यह शेर किसी के आगमन पर उसे स्वागत देने के लिए लिखा गया है। यहां “ख़ुश-आमदिद” का मतलब है स्वागत, एक ऐसा स्वागत जो किसी बुजुर्ग के आगमन पर किया जाता है। जब हम अरबी शब्दों की खोज करते हैं, तो यह पता चलता है कि शब्द ‘हाला’ भी स्वागत के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शनिवार को कुवैत में भी कुछ इसी प्रकार का स्वागत किया गया। इस मौके पर शेख साद अल अब्दुल्ला इंडोर स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसका नाम रखा गया था “हाला मोदी”। हालांकि, इस शब्द को लेकर कुछ भ्रम था। कुछ लोग इसे ‘हाला मोदी’ कहते थे और कुछ ‘हाला मोदी’। इस लेख में हम यह जानेंगे कि क्या सही है और इसका वास्तविक अर्थ क्या है।
हाला का अर्थ जानें
‘हाला’ शब्द अरबी भाषा में स्वागत के लिए इस्तेमाल किया जाता है। अरबी में इसे ‘अहलान’ कहा जाता है, लेकिन ओमान, यमन और कुवैत जैसे देशों में इसे सरल रूप से ‘हाला’ कहा जाता है। कई लोग ‘हाला’ के स्थान पर ‘ख़ुश-आमदिद’ शब्द का भी इस्तेमाल करते हैं।
हाला का वास्तविक अर्थ क्या है?
अरबी में ‘हाला’ शब्द का मतलब है “चाँद के चारों ओर की रोशनी का आभा”। यह एक अरबी महिला नाम भी है। ‘हाला’ एक लिंग-निरपेक्ष नाम भी है, जिसका अर्थ है “चाँद के चारों ओर का हल्का आभा”। सीधे शब्दों में कहें तो यह चाँद या सूरज के चारों ओर का वलय हो सकता है या फिर किसी मोमबत्ती या अन्य किसी रोशनी के आसपास महसूस होने वाला आभा हो सकता है। यह नाम मिस्र, सूडान और सऊदी अरब में बहुत लोकप्रिय है।
क्या सही है, हाला और हाला?
हाला और हाला के मामले में, आपको वास्तविक शब्द ‘हाला’ को समझना होगा। जैसा कि ऊपर उल्लेख किया गया है, अरबी में सही शब्द ‘अहलान’ है, जिसका उपयोग किसी का स्वागत करने के लिए किया जाता है। यह शब्द कई बार ‘हैलो’ के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। इसे और बेहतर तरीके से समझने के लिए हमें एक पल के लिए अतीत में जाना होगा। फरवरी महीने में जब प्रधानमंत्री मोदी ने यूएई का दौरा किया था, तो उनके लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसका नाम ‘अहलान मोदी’ रखा गया था। यह कार्यक्रम पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए था।
इस प्रकार, यह साफ हो जाता है कि सही शब्द ‘अहलान’ है, जिसे कुछ देशों में ‘हाला’ कहा जाता है, जबकि ‘हाला’ का मतलब कुछ और है, जैसा कि हमने ऊपर विस्तार से बताया।
‘हाला मोदी’ और ‘अहलान मोदी’ में अंतर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान ‘हाला मोदी’ कार्यक्रम का आयोजन कुवैत में किया गया। इस पर भ्रम तब उत्पन्न हुआ जब कुछ लोग इसे ‘हाला मोदी’ और कुछ इसे ‘हाला मोदी’ कहने लगे। ‘हाला’ शब्द का मतलब स्वागत होता है, लेकिन ‘हाला’ का विशेष अर्थ ‘चाँद के चारों ओर का आभा’ होता है, जैसा कि हमने पहले बताया।
वहीं, ‘अहलान’ शब्द का अर्थ शुद्ध रूप से स्वागत से जुड़ा हुआ है, जो किसी व्यक्ति को सम्मान देने के लिए प्रयोग किया जाता है। यूएई में प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत के लिए आयोजित ‘अहलान मोदी’ कार्यक्रम में ‘अहलान’ शब्द का ही इस्तेमाल किया गया था। इसी प्रकार, कुवैत में भी प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत के लिए ‘हाला मोदी’ का आयोजन किया गया था, जिसमें ‘हाला’ शब्द का प्रयोग किया गया था, जो वहां की स्थानीय भाषा में स्वागत के लिए प्रयोग होता है।
‘हाला’ शब्द की स्थानीय उपयोगिता
कुवैत, यमन और ओमान जैसे देशों में ‘हाला’ शब्द का विशेष प्रयोग होता है। यहां यह स्वागत का एक सामान्य तरीका बन चुका है। इसके अलावा, ‘हाला’ शब्द को व्यापक रूप से विभिन्न अन्य संदर्भों में भी प्रयोग किया जाता है, जैसे कि गर्मजोशी से स्वागत करना, किसी को सम्मानित करना, आदि।
कुवैत में प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत
कुवैत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत ‘हाला मोदी’ कार्यक्रम के तहत किया गया था, जो कि इस देश के स्थानीय लोगों के द्वारा एक परंपरागत तरीके से किया गया था। इस कार्यक्रम का आयोजन कुवैत के प्रमुख स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में किया गया था, जहां बड़ी संख्या में भारतीय समुदाय के लोग मौजूद थे। यह एक ऐतिहासिक अवसर था, क्योंकि कुवैत में भारतीय समुदाय की एक महत्वपूर्ण संख्या है, और इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रधानमंत्री मोदी को न केवल कुवैत, बल्कि पूरे खाड़ी क्षेत्र में भारतीय समुदाय के लिए किए गए प्रयासों का सम्मान देना था।
इस प्रकार, ‘हाला मोदी’ और ‘अहलान मोदी’ के बीच का अंतर साफ है। जबकि ‘हाला’ शब्द का अर्थ स्वागत के रूप में स्थानीय रूप से इस्तेमाल होता है, वहीं ‘अहलान’ शब्द अरबी भाषा का सही शब्द है, जिसका अर्थ स्वागत या ‘हैलो’ होता है। प्रधानमंत्री मोदी के लिए आयोजित कुवैत के कार्यक्रम में ‘हाला मोदी’ का उपयोग किया गया था, जो उस स्थान की स्थानीय परंपरा को दर्शाता है।
हाला मोदी का आयोजन कुवैत में भारतीय प्रधानमंत्री की गरिमा और भारतीय समुदाय के साथ उनके मजबूत संबंधों को दर्शाता है। यह न केवल भारत और कुवैत के बीच सामरिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करता है, बल्कि भारतीय समुदाय के योगदान को भी सम्मानित करता है।