US President Election: ट्रंप बोले, ‘मौत के सामने भी हार नहीं मानूंगा’, पेंसिल्वेनिया में फिर गरजे, एलन मस्क भी मंच पर दिखे
US President Election: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 की तैयारियों के बीच, पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार (5 अक्टूबर) को पेंसिल्वेनिया में एक विशाल चुनावी रैली को संबोधित किया। खास बात यह रही कि इस मौके पर टेस्ला के सीईओ एलन मस्क भी ट्रंप के साथ मंच पर नजर आए। मस्क ने भी ट्रंप के लिए समर्थन की अपील की और उनकी जीत को अमेरिका की लोकतांत्रिक संरचना के लिए जरूरी बताया।
मस्क ने की ट्रंप के समर्थन की अपील
रैली के दौरान एलन मस्क ने मंच पर आते ही उपस्थित जनता से ट्रंप के समर्थन में वोट करने की अपील की। मस्क ने कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप को संविधान की रक्षा के लिए जीतना होगा। यह हमारे जीवनकाल का सबसे महत्वपूर्ण चुनाव है और ट्रंप को जीतना ही होगा ताकि अमेरिका में लोकतंत्र को बचाया जा सके।”
मस्क ने डेमोक्रेटिक पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह जनता से मतदान का अधिकार छीनने की कोशिश कर रही है। उन्होंने रैली में बार-बार ‘लड़ाई लड़ो’ और ‘वोट करो’ के नारे लगाए, जिससे रैली में मौजूद हजारों रिपब्लिकन समर्थकों में उत्साह की लहर दौड़ गई।
ट्रंप की जनता को चुनौती – ‘मैं कभी हार नहीं मानूंगा’
पेंसिल्वेनिया की इसी जगह पर जहां कुछ महीने पहले डोनाल्ड ट्रंप पर एक चुनावी रैली के दौरान गोली चलाई गई थी, उन्होंने एक बार फिर जनता को संबोधित करते हुए कहा, “मैं कभी हार नहीं मानूंगा, न ही कभी झुकूंगा। चाहे मौत भी मेरे सामने हो, मैं पीछे नहीं हटूंगा।”
ट्रंप ने जुलाई में हुए उस हमले को याद किया जब उन पर पेंसिल्वेनिया की एक चुनावी सभा में गोली चलाई गई थी। उन्होंने कहा, “जब मुझ पर हमला हुआ था, तब मैंने भाषण वहीं से दोबारा शुरू किया जहां मैंने छोड़ा था। मैं न तो हार मानूंगा और न ही कभी झुकूंगा।”
पेंसिल्वेनिया में हुई गोलीबारी – ट्रंप का साहस
जुलाई की घटना को याद करते हुए ट्रंप ने अपनी ताकत और साहस का उदाहरण दिया। उस दिन, जब वह एक चुनावी रैली में भाषण दे रहे थे, तब अचानक उन पर हमला हुआ था। लेकिन इस हमले के बावजूद ट्रंप ने बिना डरे भाषण जारी रखा। उन्होंने कहा, “मैं कभी टूटूंगा नहीं, मैं कभी हार नहीं मानूंगा। लोकतंत्र को बचाने के लिए मैं अंत तक लड़ूंगा।”
ट्रंप की इस मजबूत सोच और जनता के प्रति उनके समर्पण को देखते हुए उनके समर्थकों में भारी जोश देखा गया। रैली में हजारों की संख्या में रिपब्लिकन पार्टी के समर्थक शामिल हुए, जो अपने नेता को फिर से राष्ट्रपति के रूप में देखना चाहते हैं।
अमेरिकी लोकतंत्र के लिए ट्रंप की जीत जरूरी: मस्क
एलन मस्क, जो आम तौर पर राजनीतिक मंचों से दूर रहते हैं, इस बार खुलकर ट्रंप के समर्थन में सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि ट्रंप की जीत न केवल रिपब्लिकन पार्टी के लिए, बल्कि पूरे अमेरिका के लिए महत्वपूर्ण है। मस्क ने कहा, “यह चुनाव सिर्फ राष्ट्रपति पद का नहीं है, बल्कि यह चुनाव अमेरिका के संविधान और लोकतंत्र की रक्षा का है। ट्रंप ही वह नेता हैं जो अमेरिका को सही दिशा में ले जा सकते हैं।”
मस्क ने डेमोक्रेटिक पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे जनता के अधिकारों को कुचलना चाहते हैं और ट्रंप ही वह नेता हैं जो उनके इस प्रयास को नाकाम कर सकते हैं।
ट्रंप और मस्क का गठबंधन
यह पहला मौका था जब एलन मस्क ने खुले तौर पर किसी राजनीतिक नेता के समर्थन में इस तरह से मंच साझा किया। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि ट्रंप और मस्क के बीच एक मजबूत गठबंधन बन रहा है, जो चुनावी परिदृश्य में एक बड़ा बदलाव ला सकता है। मस्क ने कहा कि ट्रंप का नेतृत्व अमेरिका के लिए जरूरी है और वह उन्हें इस चुनाव में हर संभव समर्थन देंगे।
ट्रंप की चुनावी रणनीति
डोनाल्ड ट्रंप ने इस चुनाव को लोकतंत्र की रक्षा का मुद्दा बनाकर अपनी चुनावी रणनीति तैयार की है। उन्होंने कहा कि डेमोक्रेटिक पार्टी जनता से उनका मतदान का अधिकार छीनने की कोशिश कर रही है और यह चुनाव देश के भविष्य के लिए निर्णायक साबित होगा। ट्रंप ने यह भी कहा कि वह अमेरिका को उसकी पुरानी महानता दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसके लिए वह अंत तक लड़ेंगे।
ट्रंप की यह चुनावी रैली न केवल उनके समर्थकों के लिए, बल्कि पूरे अमेरिका के लिए एक संदेश थी कि वह किसी भी परिस्थिति में हार मानने वाले नहीं हैं। उन्होंने अपने समर्थकों से अपील की कि वे इस चुनाव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और रिपब्लिकन पार्टी को जीत दिलाएं।
आगामी राष्ट्रपति चुनाव
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव इस साल 5 नवंबर को होने वाले हैं। यह चुनाव अमेरिका के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि यह देश की राजनीतिक दिशा को तय करेगा। डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार के बीच कांटे की टक्कर की उम्मीद की जा रही है।
ट्रंप की रैलियों में लगातार भारी संख्या में समर्थकों की उपस्थिति इस बात का संकेत है कि उनका समर्थन अब भी मजबूत है। वहीं, डेमोक्रेटिक पार्टी भी अपनी तैयारियों में जुटी हुई है और इस चुनाव को जीतने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।