अंतर्राष्ट्रीय

ट्रंप ने भारतीय-अमेरिकी श्रीराम कृष्णन को AI नीति सलाहकार नियुक्त किया!

संयुक्त राज्य अमेरिका के नए निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय-अमेरिकी पूंजीपति श्रीराम कृष्णन को व्हाइट हाउस के ‘ऑफिस ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी पॉलिसी’ में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर सीनियर पॉलिसी एडवाइजर के रूप में नियुक्त करने का फैसला किया है। ट्रंप ने रविवार को इस नियुक्ति का ऐलान किया और बताया कि श्रीराम कृष्णन अब इस महत्वपूर्ण भूमिका में कार्य करेंगे।

डोनाल्ड ट्रंप का बयान

डोनाल्ड ट्रंप ने इस नियुक्ति के बारे में कहा, “श्रीराम कृष्णन, डेविड ओ. सैक्स के साथ मिलकर, अमेरिका की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में प्रमुखता सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। इसके साथ ही, वह विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर राष्ट्रपति के सलाहकार परिषद के साथ मिलकर AI नीति को आकार देने और समन्वयित करने में मदद करेंगे।”

https://twitter.com/trump_repost/status/1870949048750104795

श्रीराम कृष्णन का बयान

श्रीराम कृष्णन ने इस महत्वपूर्ण पद के लिए चुने जाने पर खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा, “मुझे अपने देश की सेवा करने का अवसर मिलना सम्मान की बात है। डेविड के साथ मिलकर, हम अमेरिका की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में प्रमुखता बनाए रखने के लिए काम करेंगे।”

भारतीय-अमेरिकी समुदाय की खुशी

श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति पर भारतीय-अमेरिकी समुदाय ने खुशी व्यक्त की है। इण्डियासपोरा के कार्यकारी निदेशक संजीव जोशीपुरा ने कहा, “हम श्रीराम कृष्णन को दिल से बधाई देते हैं और खुश हैं कि राष्ट्रपति-चयनित डोनाल्ड ट्रंप ने उन्हें व्हाइट हाउस के साइंस और टेक्नोलॉजी पॉलिसी ऑफिस में सीनियर पॉलिसी एडवाइजर के रूप में नियुक्त किया है।”

श्रीराम कृष्णन का अनुभव और पृष्ठभूमि

श्रीराम कृष्णन एक अनुभवी तकनीकी नेता हैं, जिन्होंने माइक्रोसॉफ्ट, ट्विटर, याहू, फेसबुक और स्नैप जैसी बड़ी कंपनियों में ‘प्रोडक्ट टीम्स’ का नेतृत्व किया है। उनके पास तकनीकी और व्यापारिक दोनों क्षेत्रों में व्यापक अनुभव है। वे अब इस अनुभव का उपयोग अमेरिका के AI क्षेत्र में नेतृत्व स्थापित करने के लिए करेंगे।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में America’s प्रमुखता बनाए रखने का लक्ष्य

ट्रंप प्रशासन के तहत AI को एक प्रमुख रणनीतिक क्षेत्र के रूप में पहचाना जा रहा है, और श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अमेरिका को AI के क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व बनाए रखने के लिए नीतियों की आवश्यकता है जो तकनीकी प्रगति के साथ-साथ राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक समृद्धि को भी ध्यान में रखें।

AI पर काम करने के लिए ट्रंप की सरकार की रणनीतियां

ट्रंप प्रशासन के तहत AI का महत्व लगातार बढ़ता जा रहा है। AI तकनीकी विकास में तेजी लाने के साथ-साथ रोजगार सृजन, उद्योगों का रूपांतरण और सुरक्षा नीतियों में भी सुधार कर सकता है। श्रीराम कृष्णन और डेविड ओ. सैक्स को इस तरह की रणनीतियों पर काम करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इन नीतियों का उद्देश्य अमेरिका को AI क्षेत्र में दुनिया का सबसे अग्रणी देश बनाना है।

इंडियासपोरा की प्रतिक्रिया

इंडियासपोरा, जो भारतीय-अमेरिकी समुदाय की एक प्रमुख संस्था है, ने श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति का स्वागत किया है। इसके कार्यकारी निदेशक संजीव जोशीपुरा ने कहा कि यह भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए गर्व की बात है और श्रीराम के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है। भारतीय-अमेरिकी समुदाय के सदस्य अपनी सफलता और प्रतिष्ठा में लगातार वृद्धि कर रहे हैं और यह नियुक्ति इस समुदाय की ताकत को दर्शाती है।

भारतीय-अमेरिकी समुदाय की बढ़ती सफलता

भारतीय-अमेरिकी समुदाय ने संयुक्त राज्य अमेरिका में कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है। विज्ञान, प्रौद्योगिकी, चिकित्सा, और व्यापार के क्षेत्रों में भारतीय-अमेरिकी व्यक्तित्वों की सफलता ने दुनिया भर में इस समुदाय की पहचान बनाई है। श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति भी इस प्रवृत्ति का हिस्सा है और यह दिखाता है कि भारतीय-अमेरिकी समुदाय के सदस्य अपनी मेहनत और प्रतिभा के बल पर देश की प्रमुख नीतिगत संरचनाओं का हिस्सा बन रहे हैं।

श्रीराम कृष्णन का प्रभाव

श्रीराम कृष्णन का यह कदम केवल उनके व्यक्तिगत करियर का महत्वपूर्ण मोड़ नहीं है, बल्कि यह भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने विभिन्न तकनीकी कंपनियों में काम करके, AI के क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता स्थापित की है, और अब वे अमेरिका की AI नीति को आकार देने के लिए जिम्मेदार होंगे। उनके नेतृत्व में, यह क्षेत्र आगे बढ़ेगा और अमेरिका की तकनीकी सशक्तता में वृद्धि होगी।

श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति ट्रंप प्रशासन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है जो अमेरिका को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में वैश्विक प्रमुखता बनाए रखने में मदद करेगा। भारतीय-अमेरिकी समुदाय की बढ़ती प्रभावशाली भूमिका से यह साफ होता है कि यह समुदाय अपनी मेहनत और क्षमता के कारण महत्वपूर्ण पदों पर आकर देश की नीति निर्धारण प्रक्रिया में अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रहा है। श्रीराम कृष्णन की यह नियुक्ति न केवल उनके लिए बल्कि पूरे भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए गर्व का विषय है।

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