Symptoms of Arthritis: सुबह उठते ही उंगलियों में जकड़न और घुटनों में दर्द, ये हो सकता है आर्थराइटिस की शुरुआत

अगर सुबह उठते ही उंगलियों में जकड़न महसूस होती है या घुटनों में अकड़न और चलने में दर्द होता है तो इसे उम्र का असर समझकर नजरअंदाज न करें। यह गठिया यानी आर्थराइटिस की शुरुआत हो सकती है। बहुत से लोग इसे मामूली थकान या कमजोरी समझकर टाल देते हैं लेकिन जब रोज़मर्रा के काम मुश्किल लगने लगें तो समझ जाइए कि शरीर आपको मदद के लिए पुकार रहा है। ये बीमारी 30 साल की उम्र में भी हो सकती है। इसलिए समय रहते इसके लक्षणों को समझना और इलाज कराना बेहद जरूरी होता है।
गठिया का दर्द शरीर के किन हिस्सों में होता है
गठिया का दर्द शरीर के किसी भी जोड़ में हो सकता है लेकिन कुछ हिस्से हैं जो इसकी ज्यादा चपेट में आते हैं। सबसे पहले बात करें घुटनों की तो यह गठिया से सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। घुटनों में सूजन आना, गर्माहट महसूस होना, चलने और सीढ़ियां चढ़ने में परेशानी आना आम लक्षण हैं। उंगलियों और हाथों के जोड़ों में भी सुबह उठते ही जकड़न और अकड़न महसूस होती है। अगर उंगलियों या किसी भी जोड़ में बार-बार दर्द होता है तो इसे अनदेखा न करें। इसके अलावा कमर और रीढ़ की हड्डी में बैठने के बाद उठने में दर्द, झुकने या खड़े होने पर दर्द और गर्दन में अकड़न भी गठिया के संकेत हो सकते हैं।
पैरों के तलवों और टखनों में भी होता है असर
कई बार लोग सोचते हैं कि सिर्फ घुटनों या उंगलियों में ही गठिया का असर होता है लेकिन असल में टखनों और पैरों के तलवों में भी तेज दर्द महसूस हो सकता है। सुबह उठते ही पैरों में चुभन और चलने में परेशानी होना आम बात है। जूते पहनने में दिक्कत होती है और चलते समय पैरों में जलन और सूजन तक महसूस होती है। यह सभी लक्षण गठिया की ओर इशारा करते हैं। कई बार ये लक्षण कुछ देर बाद खुद ही ठीक हो जाते हैं लेकिन यह गलती होती है। अगर ये बार-बार हो रहे हैं तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
गठिया के पीछे क्या कारण हो सकते हैं
गठिया कोई अचानक से होने वाली बीमारी नहीं है बल्कि यह धीरे-धीरे बढ़ने वाली समस्या है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। जैसे शरीर में बार-बार होने वाली सूजन विशेष रूप से रुमेटॉइड आर्थराइटिस में देखने को मिलती है। ज्यादा वजन होने पर जोड़ों पर दबाव बढ़ता है जिससे गठिया का खतरा और बढ़ जाता है। अगर परिवार में किसी को गठिया रहा हो तो यह बीमारी अनुवांशिक रूप से भी हो सकती है। इसके अलावा कोई पुरानी चोट, गलत जीवनशैली, बैठने-उठने का गलत तरीका और शरीर में पोषण की कमी भी इसकी वजह बन सकती है। गठिया को नजरअंदाज करना खुद के शरीर के साथ अन्याय करने जैसा है। इसलिए समय रहते इसके लक्षणों को पहचानें और इलाज शुरू करें ताकि आपका भविष्य दर्दमुक्त रह सके।