Shahdol News: 10 लाख रुपये का गांजा लेकर जा रहे एक आरोपी को गिरफ्तार किया, 174 किलोग्राम गांजा था कार में
Shahdol News: शाहडोल जिले की खैराहा पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए एक एर्टिगा कार से 1 क्विंटल 74 किलोग्राम गांजा बरामद किया है। इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। इस कार्रवाई की शुरुआत एक गुप्त सूचना के आधार पर हुई, जब पुलिस ने लखवाड़िया से बुढ़ार जा रही गांजा लदी कार को कर्काटी के पास रोककर तलाशी ली।
पुलिस की सक्रियता
शाहडोल जिले में पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एनडीपीएस एक्ट के तहत कई कार्रवाई की जा रही है। खैराहा पुलिस ने इस कार्रवाई में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। जानकारी के अनुसार, एर्टिगा कार में गांजे को बोरियों में रखा गया था। जब पुलिस ने सिरोंजा सड़क पर वाहन को रोका, तो एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया, जबकि अन्य आरोपी वाहन छोड़कर भागने में सफल हो गए।
गांजे की कीमत और उसकी मात्रा
पुलिस ने बताया कि जब्त किए गए गांजे की कीमत 10 लाख रुपये से अधिक है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यह गांजा शाहडोल जिले के माध्यम से उत्तर प्रदेश की ओर ले जाया जा रहा था। इससे पहले भी, शाहडोल पुलिस ने इस मार्ग से गांजा तस्करी के कई प्रयासों को विफल किया है। खैराहा थाना प्रभारी दिलीप सिंह और उनकी टीम ने इस बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है।
पूछताछ और जांच
गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ शुरू कर दी गई है और गांजे को जब्त कर लिया गया है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह गांजा कहाँ से लाया गया और इसे कहाँ पहुंचाया जाना था। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है और जल्द ही पूरी घटना का खुलासा किया जाएगा।
नशे की समस्या और पुलिस की भूमिका
नशे की समस्या समाज में एक गंभीर मुद्दा है। यह केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य को ही नहीं, बल्कि पूरे परिवार और समाज को प्रभावित करता है। शाहडोल पुलिस की सक्रियता इस दिशा में एक सकारात्मक कदम है। पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई से न केवल गांजा तस्करों में डर पैदा होगा, बल्कि यह अन्य युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए भी प्रेरित करेगा।
गांजे की तस्करी के तरीके
गांजे की तस्करी के लिए कई तरीके अपनाए जाते हैं। आमतौर पर तस्कर गांजे को विभिन्न प्रकार की वाहनों में छुपाकर ले जाते हैं। कभी-कभी यह गांजा बोरियों में भरकर लाया जाता है, जैसे कि इस मामले में हुआ। तस्कर विभिन्न रास्तों का उपयोग करते हैं ताकि पुलिस से बच सकें।
स्थानीय समुदाय की भूमिका
इस प्रकार की तस्करी को रोकने के लिए स्थानीय समुदाय की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। लोगों को जागरूक करना, गुप्त सूचनाएँ देना और पुलिस के साथ सहयोग करना बहुत जरूरी है। अगर स्थानीय लोग सतर्क रहें और नशे के खिलाफ आवाज उठाएँ, तो इस प्रकार की घटनाओं को कम किया जा सकता है।